इस दिन, छत्रपति शिवाजी का राज्यभिषेक हुआ था अत: हिंदू संगठन इस दिन को हिंदू साम्राज्य दिवस के रूप में , अनेकों स्थानों पर खुशी से मनाते हैं। यदि स्वतंत्रता का संघर्ष हिंदू संगठक वीर सावरकर के नेतृत्व में, हिंदू महासभा के माध्यम से लड़ा जाता तो 1947 में देश के स्वतंत्र होते ही, हिंदू […]
Category: राजनीति
सवाल आतंकवाद के नाम पर जेलों में बंद बेगुनाह मुस्लिम नौजवानों का नहीं और न ही लोकतांत्रिक ढांचे के पुलिस तंत्र और निरंतर चलते रहने वाली न्यायिक प्रक्रिया का है। सवाल आतंकवाद के नाम पर संचालित उस पूरे ढांचे का है जो इसे एक समुदाय से जोडक़र तो देख ही रहा है पर साथ-साथ यह […]
हिंदू युवाओ में नरेन्द्र मोदी और सुब्रहमण्यम स्वामी की साख बढऩे के साथ ही क्या अडवानी, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली सहित कई बीजेपी शीर्ष नेता अप्रासंगिक हो गए हैं? क्या इसका कारण इनका गाँधी परिवार से अंदरूनी सम्बन्ध तो नहीं। कुछ तो बात जरुर है क्योंकि भारत के युवाओं खासकर हिंदू युवाओं में मोदी की […]
ब्रिटेन की भांति भारत में भी संसदीय शासन प्रणाली को अपनाया गया है। जिसमें राष्टï्राध्यक्ष राष्टï्रपति कार्यपालिका का संवैधानिक प्रधान होता है। वास्तविक शक्तियों का प्रयोग प्रधानमंत्री मंत्रिमंडल के माध्यम से करता है। संवैधानिक व्यवस्था-संविधान के अनु‘छे 52 के अनुसार राष्टï्रपति भारतीय संघ की कार्यपालिका का प्रधान है। संविधान के अनु‘छे 5& के अनुसार संघ […]
भारतीय समाज के लिए यह खुशी की बात है कि बाबा रामदेव और टीम अन्ना भ्रष्टïाचार के खिलाफ चल रही अपनी जंग को मिलकर लडऩे पर सहमत हो गये हैं। लेकिन उनकी सहमति फिर भी एक बड़ा प्रश्न चिन्ह लेकर सामने आयी है। क्योंकि केवल भ्रष्टïाचार मिटाना ही इन दोनों व्यक्तियों का अंतिम उद्देश्य नहीं […]
नीतिकारों के ये ऐसे आशीष बचन हैं जो हर समुदाय अपने अपने अनुयायियों को देता है। यथा- माता पिता की सेवा करनी चाहिए। बड़ों का कहना मानना चाहिए। माता पिता की सेवा से आयु विद्या, यश और बल में वृद्घि होती है। यही कारण है कि कुछ लोगों ने धर्म की इन बातों के मजहब […]
अमरीकी विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आप खुश रहते हैं तो हृदय से जुड़ी समस्याओं से बचे रह सकते हैं। साइकोलॉजिकल बुलेटिन में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक खुश और आशावादी लोगों को हृदय रोग और दिल का दौरा पडऩे का जोखिम कम रहता है। हावर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ ने 200 से ज्यादा अध्ययनों […]
इस देश की स्वतंत्रता के साथ सबसे बड़ा छल करने वाले व्यक्ति का नाम पंडित नेहरू है, जो देश के दुर्भाग्य से इस देश का प्रथम प्रधानमंत्री कहलाया। संविधान सभा में पंडित नेहरू अकेले ऐसे व्यक्ति थे जो इस देश में अंग्रेजी को बनाये रखने के लिए प्रतिबद्घ थे। संविधान सभा के सदस्यों की संम्मति […]
समाज में आज तमाम विध्वंसात्मक तथा परस्पर सामाजिक वैमनस्य फैलाने वाली वह शक्तियां भी सक्रिय देखी जा सकती हैं जो हमारी सांझी तहज़ीब पर अपनी दिकयानूसी व रूढ़ीवादी विचारधारा थोप कर केवल अपनी ही बात को मनवाने व उसे सर्वोच्च रखने का प्रयास करती हैं। विभिन्न धर्मों व संप्रदायों में ऐसे समाज विभाजक तत्व सक्रिय […]
20 मार्च को मेरे पास एक रिपोर्ट आई कि भारतीय सेना देश में सैनिक क्रांति करना चाहती है। जो सज्जन मेरे पास यह ख़बर लेकर आए, उनसे मैंने पूछा कि इस ख़बर का स्रोत क्या है। जब उन्होंने मुझे स्रोत बताया तो मेरी समझ में आ गया कि यह देश के खि़लाफ़ बहुत सोची-समझी साजि़श […]