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मुसलमानों को कांग्रेस ने सिर्फ धोखा दिया

डा. मनीष कुमारयह मुसलमानों को याद करने का मौसम है। उनकी समस्याओं पर बहस का मौसम है। यह मुसलमानों को ख़तरे बताने का मौसम है। यह मुसलमानों को डराने का मौसम है। यह चुनाव का मौसम है। यही वजह है कि हर राजनीतिक दल में मुसलमानों के प्रति प्रेम उमड़ रहा है। मुसलमानों के दु:ख […]

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नेताओं की छोटी बातों से बिगड़ता माहौल

2014 के लोकसभा चुनावों की रणभेरी बज चुकी है। सारी चुनावी प्रक्रिया 9 चरणों में पूर्ण होगी। 16 मई को 16 वीं लोकसभा के गठन की पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी, जब मतगणना होकर यह पता चलेगा कि देश का नेतृत्व अब राजग के हाथों होगा या संप्रग या किसी तीसरे या चौथे मोर्चे के […]

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…और अब युवा बदलेंगे भारत की तस्वीर

प्रमोद भार्गवदेश की नई लोकसभा की तकदीर लिखने में युवाओं की भूमिका अहम होगी। लिहाजा सभी प्रमुख राजनीतिक दलों की निगाहें युवाओं पर टिकी हैं। कुल 81 करोड़ मतदाताओं मे से 14 करोड़ 93 लाख 60 हजार मतदाता ऐसे होंगे, जिन्हें मतदान का पहला मौका मिलेगा। जबकि 18 से 35 साल के युवा मतदाताओं की […]

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फिलहाल सांप्रदायिक हिंसा कानून ठंडे बस्ते में

प्रमोद भार्गवविपक्ष ने एक सुर में सुर मिलाकर सांप्रदायिक और लक्षित हिंसा रोकथाम (न्याय एवं क्षतिपूर्ति) विधेयक 2011 को ठंडे बस्ते के हवाले कर दिया। इस विधेयक के जरिए केंद्र की यूपीए सरकार विशुद्ध रूप से वोट बैंक मजबूत करने की कुटिल राजनीति पर उतारू थी। सच्चर समिति और रंगनाथ मिश्र की रिपोटेज़्ं भी इसी […]

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आज भी सबसे अलग है कांग्रेस

आर0डी0 बाजपेयीलखनऊ। लोकसभा चुनाव में नारेन्द्र मोदी बनाम राहुल गांधी के साथ एक नाम अरविन्द केजरीवाल का भी हैं जिनका मुकाबला चुनाव के दौरान देखने को मिलेगा। इन तीनों की नजर केन्द्र की सत्ता पर है। बीच बीच में तीसरा मोर्चा अपनी उपस्थित दर्ज करवाता रहता है। लेकिन इनके बीच कांग्रेस आज भी सबसे अलग […]

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भारत बना 70 अरब पतियों का देश

उ.भा. : समसामयिक चिंतनदेश में 70 अरबपतियों के होने से भारत धनकुबेरों की संख्या के दृष्टिकोण से दुनिया का पांचवां देश बन गया है। समाचार पत्रों में छपी खबरों के अनुसार जर्मनी, स्विटजरलैंड, फ्रांस और जापान जैसे विकसित देशों को भी पीछे छोड़कर भारत आगे आ गया है। बताया जा रहा है कि 2013 में […]

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दया के ये कैसे अर्थ?

दया का राजनीतिकरण कानून की मर्यादाओं पर अतिक्रमण करता दिखाई दे रहा है। बेशरमी की यह हद संविधान, संसद और न्यायालय को एक साथ ठेंगा दिखा रही है। केंद्र के कड़े रुख के बावजूद तमिलनाडू की जयललिता सरकार राजीव गांधी के सातों हत्यारों को रिहाई देने के फैसले पर अड़ी है। प्रदेश सरकार को सर्वोच्च […]

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राजनैतिक दलों को नसीहत

केरल सरकार किए नीतिगत वादों को पूरा न करने पर सर्वोच्च न्यायालय ने राजनैतिक दलों को नसीहत दी है न्यायालय का कहना है कि दल और सरकारें वहीं वादे करें, जिन्हें यर्था के धरातल पर पूरा किया जा सके। न्यायाधीश एआर दवे और एके सीकरी की पीठ ने केरल सरकार की बिजली संबंधी पर सुनवाई […]

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मैं और हम

विजय कुमारलोकसभा चुनाव निकट होने के कारण प्रचार, प्रसार और विज्ञापन-युद्ध प्रारम्भ हो गया है। कुछ दिन पूर्व समाचार पत्रों में सोनिया कांग्रेस की ओर से राहुल बाबा के चित्र वाला एक विज्ञापन ‘मैं नहीं, हम’ प्रकाशित हुआ था। इसके द्वारा भाजपा और नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाकर यह कहा गया कि वहां पूरा दल […]

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कश्मीरियत का सबसे बड़ा दुश्मन हुर्रियत

वीएसकेनई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में इन दिनों एक अलग तरह का विरोध दिखाई दे रहा है। यह विरोध है अपनी भाषा की उपेक्षा का विरोध। बिल्कुल अंग्रेजियत अंदाज में जम्मू कश्मीर सरकार इन दिनों राशनकार्ड का फार्म भरवा रही है। फार्म स्थानीय कश्मीर की भाषाओं में न होकर अंग्रेजी में हैं। जिसे लेकर जम्मू कश्मीर […]

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