Categories
स्वर्णिम इतिहास

ऐसे होते हैं देश-भक्‍त

एक बार भगतसिंह जी ने बातचीत करते हुए चन्द्रशेखर आजाद जी से कहा, ‘पंडित जी, हम क्रान्तिकारियों के जीवन-मरण का कोई ठिकाना नहीं, अत: आप अपने घर का पता दे दें ताकि यदि आपको कुछ हो जाए तो आपके परिवार की कुछ सहायता की जा सके।’ आजाद जी सकते में आ गए और कहने लगे, […]

Exit mobile version