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या तो राजनीति सुधर जाये या दिल्ली बदल जाये !

पुण्‍य प्रसून वाजपेयी लोकसभा चुनाव ने सत्ताधारियों को चेताया कि वह सत्ता पाने के बाद सत्ता की मद में खो ना जाये। दिल्ली चुनाव सत्ताधारियों को चेता रही है कि ईमानदारी जरुरी है। चाहे वह वादों को लेकर हो या फिर आरोप मढ़ने के आसरे नारों की गूंज की हो। लोकसभा और दिल्ली चुनाव के […]

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ओबामा ने बजाया दूर का ढोल

ओबामा की इस भारत-यात्रा के बारे में साफ-साफ क्या कहा जाए? हमने चार दिन पहले जो शंका व्यक्त की थी, लगता है, वह शंका सही सिद्ध हो रही है। जैसा कि हमें संदेह था, चीन, जापान, रुस, नेपाल आदि की शीर्ष नेताओं से भारतीय प्रधानमंत्री का जो संवाद हुआ, वह जैसे खाली झुनझुना सिद्ध हुआ, […]

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नाम में क्या रखा है?

शिवसेना के एक नेता ने मांग की है कि संविधान में से ‘सेकुलर’ और ‘सोशलिस्ट’ शब्द निकाल दिए जाएं। ये दोनों शब्द आपात्काल के दौरान संविधान की प्रस्तावना में जोड़े गए थे। इस बार गणतंत्र दिवस पर जो सरकारी विज्ञापन जारी किए गए, उनमें मूल प्रस्तावना का चित्र दिया गया था, जिसमें ‘सेकुलर’ और ‘सोशलिस्ट’ […]

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मुख्यमंत्राी को ’लार्ड गणेश‘ पुस्तक भेंट

दिवंगत कार्टूनिस्ट आर.के. लक्ष्मण को दी श्रृद्धांजली नई दिल्ली, 02 फरवरी, 2015। आर.के. लक्ष्मण ’द अनकॉमन मेन‘ पुस्तक के लेखक डॉ. धर्मेन्द्र भंडारी ने राजस्थान की मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे को अपनी नवीनतम पुस्तक ’लार्ड गणेश‘ की एक प्रति भेंट की है। डॉ. भंडारी ने जयपुर में एक अस्पताल के उद्घाटन समारोह के अवसर पर […]

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ओबामा यात्रा पर पाक-चीन खिसियाहट

ओबामा की भारत-यात्रा से पाकिस्तान और चीन बुरी तरह से खिसिया गए हैं। उन्हें लग रहा है कि अमेरिका और भारत के बीच कोई गुप्त समझौता हो गया है। दुनिया के ये दो सबसे बड़े लोकतंत्र सबसे तगड़े दोस्त बन गए हैं। ऐसी हालत में अब चीन एशिया की ‘धुरी’ नहीं रह गया है और […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

वाग्जाल में लिपटी ओबामा की यात्रा

सड़क चलते लोग ओबामा की भारत-यात्रा पर फिदा हो जाएं तो ओबामा को भी आश्चर्य नहीं होगा जबकि इस यात्रा के असली सत्य को उनसे ज्यादा कौन जानता है? दुनिया के सबसे शक्तिशाली राष्ट्र के नायक को किसी देश का नेता उसके पहले नाम से पुकारे, इससे अधिक खुलापन और अनौपचारिकता आप कहां देखते हैं? […]

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सुजाता की जगह जयशंकर

विदेश सचिव सुजाता सिंह का अचानक हटाया जाना भद्रलोक में चर्चा का विषय जरुर बन रहा है लेकिन जिस नाटकीय वातावरण में ए.पी. वेंकटेश्वरन को राजीव गांधी ने हटाया था, कम से कम वैसा तो नहीं हुआ है। भारत सरकार को यह अधिकार है कि वह किसी सचिव को कब तक उसके पद पर रहने […]

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सामाजिक समरसता के प्रेरक सन्त रविदास

(संत रवदिास जयंती पर विशेष 3 फरवरी:) मृत्युंजय दीक्षित सामाजिक समरसता व हिंदू समाज को छूआछूत जैसी घृणित परम्परा से मुक्ति दिलाने वाले महान सन्त रविदास का जन्म धर्म नगरी काषी के निकट मंडुआडीह में संवत 1433 की माघ पूर्णिमा को हुआ था। उनके पिता का नाम राघव व माता का नाम करमा था। जिस […]

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केजरीवाल जी! जवाब तो दीजिए

सुरेश हिन्दुस्थानी जैसे जैसे दिल्ली विधानसभा की तारीखें नजदीक आती जा रहीं हैं, वैसे ही चुनाव प्रचार में उफान आता जा रहा है। इस चुनाव में जहां भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है, वहीं आम आदमी पार्टी भी स्वयं को कमतर मानकर नहीं चल रही। भाजपा रणनीतिक तरीके दिल्ली के चुनाव […]

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समाज को दिशा देती हैं हिंसा मुक्त फिल्में

सुरेश हिन्दुस्थानी कहते हैं भारतीय फिल्मों का समाज जीवन पर गहरा असर होता है, आज कई युवा तो केवल फिल्मों से आकर्षित होकर उसकी तरफ कदम बढ़ाने को आतुर दिखाई देते हैं। केवल चमक दमक और हिंसा मुक्त फिल्में ही आज समाज के सामने दिखाई जा रही हैं, जो समाजानुकूल नहीं कही जा सकतीं। वर्तमान […]

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