दीपक आचार्य 9413306077 मरु भूमि का पारम्परिक लोकवाद्य अलगोजा जब कलाकार के होंठों का स्पर्श पाता है तब फ़िजाँ में ऐसी सुरीली तान घुलने लगती है कि सुनने वाला मदमस्त हो प्रकृति और प्रणय के मधुर रसों का आस्वादन करने लगता है। मरुधरा कलाकारों की खान रही है जहाँ एक से बढ़कर एक कलाकार हैं, […]
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