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उत्तर प्रदेश : मुस्लिम महिला की मांग : ‘मौलाना तौकीर को विदेश से हो रही फंडिंग, ED करे जाँच’

: जीते हैं ऐश की जिंदगी, हिंदू और मुस्लिम के बीच फैलाते हैं नफरत

मुस्लिम महिला द्वारा मौलाना तौकीर पर देश विरोधी ताकतों से फंडिंग मिलने का आरोप (चित्र साभार- Z न्यूज़)
कालचक्र जब घूमता है, अच्छे-अच्छे सुरमा भोपाली नप जाते हैं। 2014 से भारत में जितने भी प्रदर्शन, धरने और सनातन पर प्रहार हो रहे हैं, सभी विदेशी भीख पर। ‘सर तन से जुदा’ गैंग भी भूल रहा है कि इस्लाम के ही विरुद्ध एक्स-मुस्लिम खड़ा हो चुका है। जो नूपुर शर्म विवाद से अधिक सक्रिय हो गया है। सबूत के तौर पर नूपुर विवाद के दिनों के Jaipur Dialogue, Sach और NewsNation पर “इस्लाम क्या कहता है” देखकर आँखों खोलो। इन एक्स-मुसलमानों के तीखे सवालों के आगे बड़े-बड़े मौलानाओं/मौलवियों को वातानुकूलित कमरों में बैठे होने के बावजूद पसीने पोंछते देखा जा सकता है।
अपने विवादित बयानों के लिए कुख्यात बरेली के मौलाना तौकीर रजा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जाँच की माँग उठी है। यह माँग आला हजरत खानदान की बहू और आला हजरत हेल्पिंग समिति चलाने वाली निदा खान द्वारा उठाई गई है। निदा ने मौलाना तौकीर के खिलाफ ED की जाँच की माँग करते हुए कहा कि उन्हें बाहर से फंडिंग हो रही है और हिन्दुओं और मुस्लिमों में दरार डालते रहते हैं।

निदा खान ने तमाम केस होने के बावजूद अब तक मौलाना तौकीर की गिरफ्तारी न होने पर हैरानी जताई है। शनिवार (6 मार्च 2024) को एक वीडियो जारी करते हुए निदा खान ने कहा कि उन्हें धमकी मिल रही। बुर्का पहन कर बनाए गए इस वीडियो की शुरुआत निदा ने अपना परिचय आला हजरत खानदान की बहू के रूप में दिया है। उनके इस बयान को वीडियो में 3:07 मिनट पर सुना जा सकता है।

निदा खान ने वीडियो में कहा है कि वो मौलाना तौकीर के बारे में ये पढ़ती और सुनती आई हैं कि उन्होंने बहुत सारे धरने-प्रदर्शन किए हैं। उदहारण के तौर पर निदा ने CAA और NRC का नाम लिया। मौलाना तौकीर पर हिन्दू और मुस्लिमों को आपस में लड़ाने का आरोप लगाते हुए निदा ने उनके अंतिम धरने में साम्प्रदायिक तनाव फैलने की बात कही है।

वीडियो में आगे कहा गया है कि अभी उत्तर प्रदेश में लॉ एन्ड आर्डर बेहद सख्त है, जिसकी वजह से मौलाना तौकीर रजा दंगा फैलाने में नाकाम हैं। साल 2010 में हुए बरेली दंगों की याद दिलाते हुए निदा ने उसके आरोपित के तौर पर मौलाना तौकीर का नाम लिया है। निदा ने हैरानी जताते हुए कहा है कि 3 गैर-जमानती वारंट जारी होने के बावजूद मौलाना तौकीर रजा खुलेआम घूम रहे हैं।

तौकीर की कथित बीमारी पर भी निदा ने सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि तौकीर रजा की मेडिकल रिपोर्ट कभी बाहर नहीं आती है। इस बार भी मेडिकल रिपोर्ट गायब बताई गई है। निदा ने आगे बताया है कि मौलाना तौकीर रज़ा और उनका बेटा दोनों ही ऐश-ओ-आराम की जिंदगी जीते हैं। तौकीर का बेटा ऑस्ट्रेलिया में रहता है। उन्होंने मौलाना तौकीर को मिलने वाले पैसों के स्रोत पर सवाल उठाया है।

निदा ने पूछा कि तौकीर के पास न तो कोई व्यापार है और न ही कोई फैक्ट्री, फिर वे भारत में और उनका बेटा ऑस्ट्रेलिया में मजे की जिंदगी कैसे बीता रहा है? उन्होंने सरकार से पैसों की जाँच ED से कराने की माँग की। तौकीर को मिल रहे पैसों को निदा ने ‘नफरत फैलाने वाली फंडिंग’ बताया है। उन्होंने तौकीर को विक्टिम कार्ड खेलने में माहिर और लोगों को अपनी बातों से ब्रेनवॉश करने वाला बताया।

निदा खान का यह भी दावा है कि मौलाना तौकीर रजा के खिलाफ आवाज उठाने के बाद उनको लगातार धमकियाँ मिल रही हैं। इनमें निदा के कत्ल की भी धमकी शामिल है। निदा ने मौलाना तौकीर रजा के समर्थकों को भी आड़े हाथों लिया और अंत में कहा कि मौलाना तौकीर के पास कोई फंडिंग तो है। इस फंडिंग उन्होंने देश के लिए हानिकारक बताई है।

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