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कविता

देश का झण्डा दिव्य तिरंगा

देश का झण्डा दिव्य तिरंगा,आन-बान और शान है ।
हर भारतवासी का तन मन धन और उसकी जान है ।।

ऊपर ‘भगवा’ रंग भारत की संस्कृति को दर्शाता है,
‘श्वेत’ मध्य में सत्य,अहिंसा,शान्ति,प्रेम सिखलाता है ।
‘हरित’ वर्ण यह सस्य-श्यामला धरती की पहचान है ।।

तीन रंग का अपना झण्डा विश्वविजय का परिचायक,
भारत का सौभाग्य विधायक,जनगणमन का अधिनायक ।
हर इक हिन्दुस्तानी का गौरव ,गरिमा,अभिमान है ।।

इसके लिए सदा सैनिक सीमा की रक्षा करते हैं
प्राणप्रिय इस राष्ट्रध्वज के हित में जीते-मरते हैं,
भारतमाॅ के अगणित वीर सपूतों का बलिदान है ।।

इस झण्डा के लिए सेंकड़ो वर्षो तक संघर्ष किये ।
आजादी का पिचहत्तरवाॅ वर्ष,हर्ष-उत्कर्ष लिये ।
अमृत महामहोत्सव अमर शहीदों का सम्मान है ।।

श्रीमोदीजी की अपील को सादर सबने अपनाया ।
हर हिन्दुस्तानी ने घर-घर पर ये तिरंगा फहराया ।
देशभक्ति और राष्ट्रप्रेम का यह अद्भुत अभियान है ।।


आचार्य दि० वाशिष्ठ
13/08/2022

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