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शिवमोग्गा (कर्नाटक) : जिहादीयोंद्वारा निरंतर दूसरे दिन भी दो हिन्दुओं की हत्या

कर्नाटक की कांग्रेस के कार्यकाल में हिन्दू असुरक्षित !

हिंदुओ और कितने हिंदुओं की बलि चढने पर आप जागृत होंगे ?

देहली में ईसाईयों के धार्मिक स्थलों पर आक्रमण की बढती  घटनाओं के पश्चात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देहली के पुलिस  आयुक्त को आमंत्रित कर उन्हें अपराधियों पर कार्यवाही करने की सूचनाएं दी गई थीं । इसके अनुसार कर्नाटक में ३ हिन्दुओं की हत्या के उपरांत भी क्या मोदी इस पर ध्यान देकर कर्नाटक शासन एवं पुलिस को धर्मांधों पर कार्यवाही करने का आदेश देंगे ?

यहां धर्मांधों ने निरंतर दूसरे दिन भी २ हिन्दुओं की हत्या की, जिन के नाम मंजूनाथ एवं मंजप्पा हैं । वे क्रमशः माqल्लकार्जुन नगर एवं टीपूनगर के निवासी थे । शिवजयंती के दिन (१९ फरवरी ) ‘पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ संगठन के धर्माधों द्वारा संगठन के स्थापना दिवस के निमित्त निकाली फेरी के अवसर पर पाकिस्तान के समर्थनार्थ एवं संंघ तथा मोदी के विरुद्ध घोषणाएं दीं । संघ स्वयंसेवकों के साथ हिन्दुओं ने इसका विरोध किया । इस का प्रतिशोध लेते हुए धर्मांधों ने एक संघ स्वयंसेवक की हत्या कर दी तथा इस के पश्चात दंगा मचाया । इसमें उन्होंने हिन्दुओं की संपत्ति की अपरिमित हानि की । इस घटना के उपरांत पुलिस ने नगर में संचारबंदी लागू की थी ।

१. धर्मांधों ने गोंदीचण्णल्ली में २० फरवरी को रात्रि काम होने पर घर वापस आनेवाले पशुवैद्यकीय अधिकारी पर आक्रमण किया । शिवमोग्गा के मेग्गान शासकीय रुग्णालय में उनका उपचार चल रहा है ।

२. धर्मांधों ने मंजूनाथ पर आक्रमण कर उन की हत्या की । इसके अतिरिक्त मंजप्पा पर छूरी से आक्रमण कर उन की भी हत्या की ।

३. इस के अतिरिक्त धर्मांधों ने १५ से अधिक हिन्दुओं पर  आक्रमण किया  ।

४. इस प्रकरण में पुलिस ने १०७ लोगों को बंदी बनाया, जिसमें ऐसे ३० हिन्दुओं का समावेश है; जिन का इस घटना से कुछ संंबंध नहीं है ।

५. शिवमोग्गा की घटना के उपरांत ‘पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ के बेंगलुरू में होनेवाले कार्यक्रम को अनुमति नहीं दी गई है ।

कर्नाटक शासन का हिन्दुद्वेष !

शिवजयंती के दिन हुई घटना के पश्चात भाजपा एवं विहिंप ने २१ फरवरी को ‘शिवमोग्गा बंद’ की पुकार दी थी । बंद के दरम्यान भाजपा ने आंदोलन किया; परंतु विहिंप एवं अन्य हिन्दुनिष्ठ संगठनों के आंदोलन करने की अनुमति अस्वीकार कर दी गई है । इसके आगे जाकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने ऐसी चेतावनी दी है कि यदि कुछ अनुचित घटना घटी, तो बंद रखनेवालों को ही उत्तरदायी सिद्ध किया जाएगा ।

hindujagruti.org

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