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तीज उत्सव में राजस्थान के लोक कलाकारों ने समा बांधा

radha krishnaदिल्ली के आई.एन.ए. में आयोजित तीज उत्सव में
राजस्थान के लोक कलाकारों ने समा बांधा

नई दिल्ली, 31 जुलाई, 2014। नई दिल्ली के आई.एन.ए. स्थित दिल्ली हाट में बुधवार को राजस्थान पर्यटन विभाग और दिल्ली पर्यटन विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किए गये तीज उत्सव में राजस्थानी कलाकारों ने मनमोहक सॉस्कृतिक प्रस्तुतियों से समा बांध दिया।

करीब दो घंटे चली सॉस्कृतिक संध्या में राजस्थान के कलाकारों ने श्री जितेन्द्र पाराशर के नेतृत्व में ब्रज की होली और बरसाना की लढ्ढमार होली के मनमोहक नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी। विशेष कर फूलों की होली से दर्शकों को भाव विभोर कर दिया।
इसी प्रकार प्रदेश की घूमर नृत्यांगनाओं ने श्रीमती स्वेता गंघानी की अगुवाई में अपनी नृत्य कला से दर्शकों को रोमांचित किया। बिजली से भी तेजी वाले चकाचौधं कर देने वाले नृत्य और चकरी जैसी बल खाती नृत्यांगनाओं ने रंगमंच पर बैठे सैकड़ों दर्शकों की धड़कने तेज करते हुए आंखों की पलकों और मुंह से नोट व अंगूठी उठाने के कारनामों को अंजाम दिया।

हरियाली अमावस्या के दिन हुए इस उत्सव में प्रदेश के विभिन्न कोनों से आये कलाकारों ने अपनी कला का बेजोड़ प्रदर्शन किया। अलवर जिले से आये भपंग वादक श्री उमर फारूख ने पीढ़ियों से चली आ रही अपनी बेजोड़ एवं अनूठी कला का प्रदर्शन कर दर्शकों को गुदगुदाया। इसी प्रकार श्री बनय सिंह ने रिम भवई नृत्य का रोमांचक नृत्य प्रस्तुत कर अपने सिर और हथेलियों पर कई रिमें रखकर गजब के संतुलन का प्रदर्शन किया। साथ ही पाली जिले की श्रीमती दुर्गा देवी के नेतृत्व में नृत्यांगनाओं ने राजस्थान के मशहूर तेरहताल नृत्य का प्रदर्शन कर दर्शकों को आनन्दित किया।

इस अवसर पर दिल्ली में राजस्थान पर्यटन विभाग के प्रभारी श्री आर.के सेनी ने कलाकारों को उनकी शानदार प्रस्तुतियों के लिए बधाई दी।

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