जनसेवा की उत्कृष्ट भावना से ही राजनीति में अपना स्थान बना पाए हैं औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह

जब राजनीति विश्वास के संकट से गुजर रही हो तब कुछ ऐसे हसीन चेहरे दिखाई देना सचमुच आश्चर्य पैदा करता है जो अपनी विश्वसनीयता के कारण पहचाने जाते हैं । राजनीति में विश्वसनीयता ही वह पायदान है जिस पर चढ़कर कोई भी प्रतिनिधि लोकप्रियता प्राप्त करता है । यदि आपकी कार्यशैली जनहित के विरुद्ध है और लोगों में आपकी मुंह चढ़ाने वाले जनप्रतिनिधि की छवि है तो समझ लीजिए कि आप चुनाव में हर बार नहीं जीत सकते हैं । राजनीति को 20 वर्ष से अधिक समय से अपनी कार्यशैली से प्रभावित करने वाले सुशील कुमार सिंह भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने बिहार की औरंगाबाद सीट से भारतीय जनता पार्टी की ओर से भाग लिया।

27 जून 1963 को जन्मे सांसद सुशील सिंह की अपनी प्रभाव कारी कार्यशैली है। उसी का परिणाम है कि वह राजनीति में पदार्पण करने के पश्चात निरंतर आगे बढ़ते रहे हैं । सन 2000 में पहली बार सुशील कुमार सिंह बिहार विधानसभा के सदस्य के रूप में चुने गए । 2009 से वे लोकसभा के सदस्य चुने जाते रहे हैं । इसी से पता चल जाता है कि सांसद सुशील सिंह का एक व्यापक जनाधार है और वे एक लोकप्रिय प्रतिनिधि हैं।
अनुग्रह नारायण सिंह कॉलेज से शिक्षा प्राप्त सुशील कुमार सिंह अपने विद्यार्थी काल से ही समाज सेवा में पैर बढ़ाने लगे थे। उसी का परिणाम है कि उन्होंने धीरे धीरे अपने आप को जनता के साथ जोड़ा और जनता ने भी उन्हें उनके सेवा कार्यों का उचित पुरस्कार देना आरंभ किया। 2000 में सुशील कुमार सिंह बिहार विधानसभा के सदस्य चुने गए । 2005 तक वह विधानसभा के सदस्य रहे । इस कार्यकाल में उन्होंने अपने आप को एक जन सेवी प्रतिनिधि के रूप में स्थापित किया। इस कार्यकाल ने हीं उनके लोकसभा का सदस्य चुने जाने का मार्ग प्रशस्त किया।
जन सेवा के कार्य में बढ़-चढ़कर भाग लेने वाले सुशील कुमार सिंह ने कोयल नहर में फाटक लगाने का काम करवा कर लोगों को बड़ी राहत प्रदान की । जिससे123000 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी। इस कार्य ने बहुत से किसानों को राहत ही नहीं दी बल्कि उनकी समृद्धि का रास्ता भी खोल दिया । जिससे सुशील कुमार सिंह क्षेत्र में विकास पुरुष के रूप में जाने जाने लगे। औरंगाबाद के लोगों की चिंता आरक्षण रहती है यही कारण है कि रसोई में काम करने वाली गृहिणियों के लिए भी उनके दिल में जनसेवा का भाव रहता है। अपने इसी भाव का प्रदर्शन उन्होंने तब किया जब औरंगाबाद गैस पाइपलाइन द्वारा गैस प्रत्येक घर में पहुंचाने का कार्य किया।
औरंगाबाद सदर हॉस्पिटल में आईसीयू बेड का निर्माण करा कर लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में भी सांसद सुशील कुमार सिंह ने महत्वपूर्ण कार्य कर लोगों का दिल जीता। औरंगाबाद जिला में दो दो NTPC और एक सीमेंट प्लांट लगवाकर लोगों की आर्थिक समृद्धि का मार्ग प्रशस्त किया जिससे लोगों को स्वरोजगार भी उपलब्ध हुए हैं। कोविड 19 के दौरान बिहार से बाहर के क्षेत्रों के फंसे लोगों को सकुशल उनके गंतव्य स्थल तक पहुंचाने में भी सक्रिय योगदान दिया कितने ही लोगों को उन्होंने राशन उपलब्ध कराकर अपनी दरियादिली का परिचय दिया। जो बिहारवासी बाहरी प्रदेशों से लौट लौटकर अपने घर वापस आ रहे थे, उनके लिए रेलवे स्टेशनों पर सांसद महोदय ने भोजन आदि की व्यवस्था कराई।
सांसद सुशील कुमार सिंह अपने क्षेत्र के किसानों के प्रति भी पूरी हमदर्दी रखते हैं । उनकी आर्थिक समृद्धि कैसे हो और उन्हें उनकी उपज का उचित मूल्य कैसे प्रदान किया जा सके ? इसके लिए भी वह सेमिनार और वेबिनारों के माध्यम से विशेषज्ञों के विचार लेते जानते रहते हैं । पिछले दिनों उन्होंने यूरिया खाद की कमी को दूर करने का प्रयास किया।
लोगों के दुख दर्द और तकलीफ के प्रति पूर्णतया संवेदनशील सांसद सुशील कुमार सिंह ने अपने संसदीय क्षेत्र में सड़कों के निर्माण का भी उल्लेखनीय कार्य किया है । अपने पूरे संसदीय क्षेत्र में रोड निर्माण कराने में वह बिहार में प्रथम स्थान पर रहे । इसी प्रकार उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों में विश्वास रखते हुए हर घर में बिजली पहुंचाने की दिशा में भी ठोस और सकारात्मक कार्य किया। जबकि शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करते हुए उन्होंने औरंगाबाद में मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए अपनी 20 एकड़ निजी जमीन दान में देकर यह प्रमाणित किया कि वह लोगों को शिक्षित बनाकर आधुनिकता के साथ जोड़ने के प्रति कितने अधिक संवेदनशील हैं ?
अपने निजी खर्च से ग्रामीणों की सुविधा हेतु पुलिया निर्माण के कई कार्य कराए हैं जिससे विशेष रूप से ग्रामीणों को बहुत अधिक सुविधा प्राप्त हुई है।जिले में बैंकिग सेवाओं का विस्तार कराने के विषय में भी उनके कार्य विशेष उल्लेखनीय है।देव् सूर्यमंदिर पोखरा का पुनर्निर्माण उन्होंने अपने जेब से करा कर लोगों को उपासना स्थल पर पहुंचाने में सहायता प्रदान की है।कोविड 19 के दौरान अपने निजी खर्च से 2000 पीपी किट और 1000 थर्मल स्कैनर औरंगाबाद और गया जिला में देकर उन्होंने अपने जन सेवी रूप को प्रकट किया है।
सांसद सुशील कुमार सिंह के बारे में उनके लोगों तो यदि विचारों पर गौर किया जाए तो वह लंबी पारी खेलने वाले सांसद सिद्ध हो सकते हैं ।क्योंकि उनके भीतर अपने क्षेत्र के लोगों को अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराने और उन्हें आर्थिक समृद्धि की ओर ले जाकर विकास के सभी अवसर उपलब्ध कराने का एक गहरा जज्बा है। निश्चय ही सुशील कुमार सिंह जैसे जनप्रतिनिधियों का अनुकरण अन्य जनप्रतिनिधियों को ही करना चाहिए।

सांसद सुशील कुमार सिंह के बारे में हमें यह सारी जानकारी उनके निजी सहायक बृजेश ठाकुर द्वारा उपलब्ध कराई गई श्री ठाकुर पूर्व में मधुलिमये और पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर सिंह जैसे दिग्गज राजनीतिज्ञों के साथ रह चुके हैं। इस समय वह मोदी जी की नीतियों से प्रभावित और प्रेरित होकर कार्य कर रहे हैं । उनका दृष्टिकोण व्यापक है और भारत को समृद्धि के मार्ग पर प्रशस्त करना वह अपना जीवनव्रत बताते हैं । जिसके लिए श्री ठाकुर प्रधानमंत्री श्री मोदी की नीतियों के कायल हैं। मूल रूप से सोशलिस्ट होकर भी वह वर्तमान में प्रधानमंत्री मोदी के हाथों को मजबूत करने में लगे हैं।

— रविकांत सिंह (लेखक ‘उगता भारत’ के समाचार संपादक हैं)

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