सरकारी जमीन पर अवैध अतिक्रमण न होने देना मेरी प्राथमिकता, जो कुछ किया है वह इसी उद्देश्य व दृष्टिकोण से किया है : विधायक पवन कुमार शर्मा

नई दिल्ली । (विशेष संवाददाता ) आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र से आप विधायक पवन कुमार शर्मा का कहना है कि उन्होंने पिछले दिनों दिल्ली के उपराज्यपाल के लिए जो पत्र लिखा था उसमें सरकारी जमीन पर अवैध अतिक्रमण करने वाले लोगों को रोकने के दृष्टिकोण से और सरकारी संपत्ति की सुरक्षा करने के दृष्टिकोण से उन्होंने ऐसा किया था। क्योंकि सरकारी जमीन पर अवैध अतिक्रमण न होने देना और उसकी सुरक्षा करना मेरी प्राथमिकता है और लोकतंत्र में किसी भी जनप्रतिनिधि का यही राजधर्म भी होता है।

श्री शर्मा ने “उगता भारत” के साथ एक विशेष बातचीत में कहा कि मेट्रो स्टेशन मजलिस पार्क के पीछे की ओर खाली पड़ी सैकड़ों एकड़ सरकारी जमीन पर निरंतर बढ़ते जा रहे अतिक्रमण की ओर दिल्ली के उपराज्यपाल का ध्यान आकृष्ट कराते हुए उन्होंने उनके लिए विगत 23 मई को एक पत्र लिखा था । जिसमें उन्होंने कहा था कि विगत कुछ महीनों पूर्व उक्त भूमि पर 40 झुग्गियां थीं जो कि कुछ समय में ही 300 – 400 के आंकड़े तक पहुंच गयीं हैं । बात साफ है कि इतनी शीघ्रता से यदि यहां पर इतने अधिक झुग्गी झोपड़ी वाले लोग पहुंचे हैं तो उन्होंने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के दृष्टिकोण से ही ऐसा किया है । जिसे वह स्वयं , उनकी पार्टी और मुख्यमंत्री केजरीवाल और उनकी सरकार हरगिज़ नहीं होने देंगे ।श्री शर्मा ने बताया कि उन्हें यहां के स्थानीय निवासियों ने अवगत कराया था कि इस भूमि पर कल से बड़े स्तर पर झुग्गी डालने का काम चल रहा है , इसलिए मुझे इस बात की चिंता है कि आखिर यह लोग हैं कौन जो रातों-रात सरकारी जमीन को इतने बड़े स्तर पर कब्जाने में लगे हुए हैं ?’ उगता भारत’ के एक प्रश्न के उत्तर में श्री शर्मा ने कहा कि अवैध अतिक्रमण करने वाले लोग चाहे हिंदू हों , चाहे मुसलमान हों , चाहे शरणार्थी हों और चाहे रोहिंग्या हों ,उन्हें इस बात से कोई लेना देना नहीं है । वह स्वस्थ राजनीति करते हैं और चाहते हैं कि सरकारी संपत्ति पर कोई भी व्यक्ति कब्जा न कर पाए। मेरा मकसद ना तो रोहिंग्या मुसलमानों का पक्ष लेना है और ना ही किसी हिंदू शरणार्थी को कष्ट देना है । मैं स्वयं यहां के झुग्गी झोपड़ी वाले लोगों के साथ उनकी हर समस्या व दुख दर्द में साथ खड़ा रहा हूं । मैंने यहाँ पानी की व्यवस्था कराई है और एक विधायक के रुप में जितनी सुविधाएं इन लोगों को दी जा सकती हैं उन्हें देने का हर संभव प्रयास करता हूं।
श्री शर्मा ने कहा कि मुझ पर किसी भी प्रकार की सांप्रदायिकता या तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाना पूर्णतया निराधार है । उन्होंने कहा कि कुछ हिंदूवादी संगठन इस सारी समस्या को सांप्रदायिक दृष्टिकोण से देखकर उसे उछालने पर लगे हुए हैं । जबकि वह ऐसी किसी भी सोच या मानसिकता से ग्रसित नहीं हैं । उनका दृष्टिकोण साफ है और साफ दृष्टिकोण के साथ वह हर नागरिक के साथ न्याय करने के लिए कृतसंकल्प हैं।
उन्होंने कहा कि यह बहुत ही चिंता का विषय है कि इस सरकारी भूमि पर जो लोग झुग्गी झोपड़ी के नाम पर अवैध कब्जा कर रहे हैं वह 300 मीटर तक के प्लॉट घेरकर उन पर मार्बल लगाकर अपने मकान बना रहे हैं । बात साफ है कि कोई भी झुग्गी झोपड़ी वाला व्यक्ति न तो 300 गज जमीन झुग्गी झोपड़ी के लिए घेरेगा और न हीं 300 मीटर भूमि में मार्बल लगाने के लिए उसके पास पैसे होंगे । तब स्पष्ट हो जाता है कि इस प्रकार के अवैध अतिक्रमण करने वालों में कुछ ऐसे लोग सम्मिलित हैं जो पीछे से बड़ा गेम खेलने की कला में माहिर हैं । वैसे भी दिल्ली में ऐसे काम पहले से ही होते रहे हैं । जहाँ झुग्गी झोपड़ी वाले लोगों को आगे कर दिया जाता है और कुछ लोग पीछे रहकर उनके नाम पर कहीं ना कहीं जमीन के घेर लेते हैं और उसको झुग्गी झोपड़ी बनाकर या तो किराए पर उठा देते हैं या फिर धीरे-धीरे जब उस कॉलोनी को पक्का मान लिया जाता है तो उस पर फिर अपनी कोठियां खड़ी कर लेते हैं । वास्तव में ऐसे लोगों को चिन्हित किया जाना बहुत आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि हिंदूवादी संगठनों के नाम पर जो लोग इस प्रकरण को हवा देना चाहते हैं उनकी तुच्छ मानसिकता के सामने झुकने वाले नहीं हैं । पूर्व में यहां एसएचओ रहे महावीर सिंह के द्वारा एक रजिस्टर तैयार किया गया था , जिसमें अवैध अतिक्रमण कर झुग्गी झोपड़ी बनाकर रहने वाले 40 लोगों को चिन्हित किया गया था । उसके बाद जो भी लोग यहां पर आकर अवैध अतिक्रमण कर ऐसा काम कर रहे हैं उन्हें उक्त नक्शा के माध्यम से इस सरकारी भूमि से दूर रखा जाना बहुत आवश्यक है।

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