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उगता भारत न्यूज़

क्यों हुआ ताहिर हुसैन का भाई साहब अलम फरार ?

आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार

उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हिन्दू विरोधी दंगों का सरगना ताहिर हुसैन अब पुलिस की गिरफ्त में है। चाँदबाग में हिंसा भड़काने और आईबी के अंकित शर्मा की हत्या के मामले में आप के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन को गुरुवार(मार्च 5) को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अब खबर आ रही है कि दंगों में उसके भाई शाह आलम का भी हाथ था। हालाँकि अब तक उस पर कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। न ही उससे पूछताछ हुई है। इस बीच मौके का फायदा उठा वह फरार हो चुका है।

क्या हिन्दू विरोधी बताएंगे ताहिर का भाई शाह आलम क्यों फरार हुआ और कहाँ है? यदि समय रहते पुलिस हरकत में नहीं आयी होती, ये दंगाई पता नहीं क्या से क्या कर बैठते? ताहिर के घर से मिले सबूत साबित कर रहे हैं कि हिन्दू विरोधी लॉबी की हिन्दुओं के विरुद्ध कितनी गहरी खुनी साज़िश रची गयी थी। लेकिन लिबरल मीडिया हिन्दुओं की हत्याओं और हुए नुकसान को दिखाने की बजाए मुस्लिमों का ही नुकसान दिखा, उन्हें निर्दोष सिद्ध करने में दिन-रात एक किए हुए हैं। क्या किसी के मकान में मकान मालिक की अनुमति के बिना इतना जमावड़ा, ईंट, पत्थर, एसिड और पेट्रोल बम कहाँ से आया? किसने यह सब जमा किए? क्या कर्तव्य होता है जन प्रतिनिधि का? क्या हिन्दुओं ने इसी काम के लिए उसे वोट दिया था?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शाह आलम का नाम गवाहों ने अपने बयान में लिया है। इसके मद्देनजर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उससे पूछताछ करनी चाहती है। जब उसकी खोजबीन हुई तो पता चला कि वह फरार है। प्रत्यक्षदर्शियों का आरोप है कि हिंसा वाले दिन शाह आलम अपने भाई यानी ताहिर हुसैन की छत पर दंगाइयों के साथ मौजूद था और हिंसा भड़काने में उसका बहुत बड़ा हाथ है।

हालाँकि, शाह आलम के खिलाफ अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं है, लेकिन क्राइम ब्रांच को पूछताछ में लोगों ने उसका नाम बताया है। इसलिए उसकी तलाश की जा रही है। चश्मदीदों का कहना है कि अंकित शर्मा को ताहिर के गुंडे उसकी इमारत में ले घसीटकर ले गए थे। बाद में उनका शव नाले से बरामद किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट बताती है कि उन्हें 400 से अधिक बार गोदा गया था। चश्मदीदों ने बताया है कि इस इमारत में शाह आलम भी मौजूद था। इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद ताहिर हुसैन भी फरार हो गया था। बाद में उसने दिल्ली की एक अदालत में अग्रिम जमानत याचिका डाली। गुरुवार को अदालत में सरेंडर करने से पहले ही पुलिस ने दबोच लिया।

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