मिशन न्यू इंडिया का संकल्प जन जन का संकल्प है : रवि चाणक्य

नई दिल्ली । यहां स्थित आर्य समाज करोल बाग में मिशन न्यू इंडिया के प्रतिनिधियों की 2 दिन चली एक विशेष बैठक को संबोधित करते हुए मिशन न्यू इंडिया के राष्ट्रीय संयोजक रवि चाणक्य ने कहा कि मिशन न्यू इंडिया भारत को न्यू इंडिया के रूप में विकसित और स्थापित हुआ देखना चाहता है । इस आंदोलन के साथ जन – जन का विश्वास जुड़ा है । इसलिए न्यू इंडिया का संकल्प जन – जन का संकल्प है ।

श्री चाणक्य ने ‘ उगता भारत ‘ के साथ एक विशेष बातचीत में कहा कि हमें परिक्रमावादी ना होकर पराक्रमवादी होना पड़ेगा । परिक्रमावादी लोग कुछ लोगों के या सत्ता प्रतिष्ठानों में बैठे शासक प्रशासक वर्ग के लोगों के चाटुकार होते हैं , जबकि हमें इस प्रकार की मनोभावना से ऊपर उठकर राष्ट्र हित में कार्य करना होगा और उन लोगों को आगे लाने का कार्य करना होगा जो देश , धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने के लिए संकल्पित है।

श्री चाणक्य ने कहा कि देश इस समय सुरक्षित हाथों में है और जो लोग नरेंद्र भाई मोदी के नेतृत्व में देश को आगे बढ़ाने में जुटे हुए हैं उनके कार्य वंदनीय है। उन्होंने कहा कि भारत सनातन राष्ट्र है , इसकी सनातन संस्कृति का लोहा आज विश्व मान रहा है। जिसके लिए नरेंद्र मोदी सरकार की कूटनीति , विदेश नीति , राजनीति और बौद्धिक संकल्प शक्ति प्रशंसनीय है ।

उन्होंने सभी प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि अपने – अपने क्षेत्र में उस राष्ट्रीय संकल्पना को साकार रूप देने के लिए काम करें जिससे भारत समृद्ध , सुदृढ़ ,समर्थ , सक्षम , राष्ट्र के रूप में विश्व का नेतृत्व करने के लिए उभरे । उन्होंने कहा कि व्यक्तिनिष्ठ न होकर हमें राष्ट्रनिष्ठ होना पड़ेगा । क्योंकि राष्ट्र एक संस्था है । जबकि व्यक्ति आते जाते रहते हैं । इस शाश्वत सनातन राष्ट्र की रक्षा तभी हो सकती है जब इसके शाश्वत और सनातन मूल्यों को सुरक्षित रखने के लिए हर व्यक्ति अपने आप को समर्पित कर देगा । इसलिए प्रत्येक प्रतिनिधि को राष्ट्र का प्रतिनिधि बनकर अपने क्षेत्र में कार्य करना होगा ।

कार्यक्रम में अध्यक्षीय भाषण देते हुए डॉ वीएस नागर ने कहा कि हमें चिंतनशील लोगों को आगे लाना होगा । जिससे राष्ट्र की प्रगति का पथ प्रशस्त करने में सहायता मिलेगी । उन्होंने कहा कि चिंतनशील लोगों के चिंतन को जब तक हम राष्ट्र की प्रगति और उन्नति के लिए समर्पित करने की एक स्वभाविक प्रक्रिया का सर्जन नहीं कर पाएंगे तब तक हम राष्ट्र उन्नति के अपने संकल्प को पूर्ण नहीं कर पाएंगे । जबकि डॉक्टर नरेंद्र सिंह तंवर ने कहा कि किसान इस देश की रीढ़ है , उसके विकास के लिए हमें वे सभी अवसर उपलब्ध कराने होंगे जिससे उसका जीवन सुखी और समृद्ध हो सके ।

बैठक में अशोक वाजपेई , उमेश कनौजिया , अमित सिंह सहित विभिन्न प्रतिनिधियों ने अपने विचार व्यक्त किये ।

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