शुभा दुबे लंकिनी के पास से चलकर वीरवर हनुमानजी सीताजी की खोज करने लगे। उन्होंने रावण के महल का कोना कोना छान डाला, किंतु कहीं भी उन्हें सीताजी के दर्शन नहीं हुए। सीताजी को न देख पाने के कारण वह बहुत ही दु:खी और चिंतित हो रहे थे। रावण के महल में मंदोदरी को देखकर […]