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2024 का चुनाव राहुल गांधी को उनके किए का पुरस्कार देगा , ⁹लोग बना चुके हैं, अपना पक्का मन————इंजीनियर श्याम सुन्दर पोद्दार, राष्ट्रीय महामंत्री, अखिल भारत हिन्दु महासभा (सावरकर-सुभाष)

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राहुल गांधी जब २०२४ के चुनाव के बाद अमेरिका जायेंगे तो वहां उनसे पत्रकार पूछेंगे “आप तो कह रहे थे कि मोदी के “विरुद्ध ज़बरदस्त करंट है” पर मोदी तो पहले से अधिक सीटों के साथ विजयी बन कर उभरे हैं,आपकी सीटें ५२ से घट कर आधी हो गई। तब राहुल गांधी क्या जबाब देंगे ? राहुल गांधी ने अमेरिका में अभी जो कुछ भी कहा है उससे लगता है कि राहुल गाँधी न तो देश की राजनैतिक परिस्थिति को समझते हैं,न ही कांग्रेस की सारे भारत में गिरती सीटों को समझ्ते है। यदि इस बात का ज़रा भी उन्हें ज्ञान होता,तो इतनी बड़ी बात, कभी अमेरिका की धरती पर,वह नही कहते । पिछले लोकसभा के चुनावों के बाद चार वर्षों में १३ राज्य विधान सभा के चुनाव में ११ राज्यों में बिधान सभा चुनाव भाजपा जीती है। कांग्रेस सिर्फ़ २ राज्यों में बिधानसभा चुनाव जीती।
हिमाचल भाजपा से मात्र ३६००० अधिक वोटों से जीती है। भाजपा कि १३ में १० विधान सभा चुनाव हारती,तभी कोई कह सकता था कि भाजपा के विरुद्ध “ज़बरदस्त अंडर करंट”है। १३ में ११ भाजपा के पक्ष में ज़बरदस्त समर्थन दर्शाता है। बल्कि कांग्रेस जिसे २०१९ में ५२ सांसद मिले थे दोनो भाई बहन ने पंजाब को जिसने ८ सांसद दिये इतना बर्बाद किया १ भी सांसद का जीतना मुश्किल है। पश्चिम बंगाल जहां से कांग्रेस को २ सांसद मिले थे, विधान सभा चुनाव में शून्य विधायक मिले,ये २ सीट जीतना असम्भव है। असम की ३ सीट में १ भी निकाल ले तो बहुत है। मेघालय से १ जीती सीट नही निकाल सकते। इस तरह कांग्रेस २०१९ से आधी सीट भी ले आये,तो उसे स्वयम को धन्य समझना चाहिये।
कर्नाटक का चुनाव बोकालिग्गा लोगों ने यह सोच कर कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष D.K.शिव कुमार जो कह रहा है आप कांग्रेस को विजयी बनाइए। एक वोक़ालिग्गा मुख्य मन्त्री बनेगा। पूर्व प्रधान मन्त्री देवेगौडा के वोक़ालिग्गा वोट ५ प्रतिशत जनता दल सेक्युलर से कट कर कांग्रेस में चले गये व कांग्रेस विजयी हो गई। पर कांग्रेस हाई कमांड ने बोकालिग्गा लोगों से विश्वासघात किया व D.K.शिवकुमार को मुख्य मन्त्री नही बनाया। इसका ख़ामियाज़ा आने वाले लोकसभा चुनाव में,कांग्रेस को भोगना होगा। लोकसभा की २ लोकसभा सीट २०१९ में कांग्रेस ने कर्नाटक में जीती थी।
कांग्रेस जब जीतती है,तो कांग्रेस सरकार मुस्लिम परस्त व हिन्दु विरोधी सरकार होती है। कर्नाटक में हिन्दुओं की गाय मां को काटने पर प्रतिबंध है। कांग्रेस के जीतते ही कर्नाटक का मुस्लिम समाज हिंदुओं की गाय माता को खुले आम रास्ते पर काटकर मुस्लिमों की विजय का जश्न मनाते हैं और हिंदुओं की भावनाओं को गंभीर चोट पहुंचाते हैं। मुसलमानों द्वारा किए जा रहे इस प्रकार के कृत्य पर कांग्रेस को कोई अफसोस नहीं है।
कॉन्ग्रेस ऐसा करेगी भी नहीं क्योंकि उसका स्पष्ट मानना है कि देश के आर्थिक संसाधनों पर पहला अधिकार मुसलमानों का है।
यह भी एक दुखद तथ्य है कि कांग्रेस की राजस्थान व छत्तीसगढ़ सरकार में हिन्दुओं के राम नवमी की शोभायात्रा निकालने पर मुस्लिम समाज के आक्रमण का शिकार होना पड़ता है। कांग्रेस सरकार हो व भ्रष्टाचार नही हो, यह हो ही नही सकता। अशोक गहलोत की सरकार ऊपर से नीचे तक भ्रष्ट है। वही भूपेश बघेल ने खुद शराब घोटाला कर रखा है। राहुल गांधी को युवकों की बेरोज़गारी व महंगाई पर विश्वास है,वे राजस्थान, छत्तीसगढ़,मध्यप्रदेश जीतेंगे।
राहुल गांधी ने राजस्थान,छत्तीसगढ़,मध्य प्रदेश के चुनाव में बेरोज़गार युवकों को २०१८ में बेटोज़गारी भत्ता देने का वादा कर कांग्रेस को जिताया था। राजस्थान,मध्यप्रदेस,छत्तीसगढ़ में युवकों ने बढ़ चढ़ कर कांग्रेस को वोट देकर जिताया। कांग्रेस ने इन बेरोज़गार युवकों के साथ पूरी तरह विश्वासघात किया और एक पैसा भी बेरोज़गारी भत्ता बेरोज़गार युवकों को नही दिया। २०२३ के चुनाव में राजस्थान,छत्तीसगढ़,मध्यप्रदेश के कांग्रेस द्वारा ठगे गये बेरोज़गार युवक कांग्रेस के उनके साथ किए गए विश्वासघात का प्रतिशोध लेगे,कांग्रेस हमेशा याद रखेगी। २०१९ के चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा के बिरुद्ध १५ लाख रुपया,बेरोज़गारी,महंगाई को चुनावी मुद्दा बनाया था। इसके उपरांत भी देश के लोगों ने नरेंद्र मोदी की नीतियों में विश्वास व्यक्त किया और उन्हें पहले से भी अधिक सीटें देकर लोकसभा में भेजा। कांग्रेस ने बैंकों का राष्ट्रीयकरण बैंकों को लूटने के लिए किया था। बैंकों से गरीबी हटाओ का नारा देने के बाद भी गरीब आदमी का कोई संबंध नहीं था। इस प्रकार कांग्रेस का गरीबी हटाओ का नारा केवल नारा बनकर रह गया। उससे जनसामान्य का कुछ भी भला नहीं हो पाया। इसके विपरीत नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में देश के 55 करोड़ गरीब लोगों को सरकारी बैंकों में प्रवेश दिलाया। कांग्रेस के राज में 3000000 करोड़ से अधिक बैंक का पैसा दस जनपथ और चिदंबरम को कमीशन देने वालों को दिया गया और राष्ट्र का पैसा डुबोया गया। आज देश का मतदाता इन सब बातों को समझ रहा है। 2024 के चुनावों में इन सब का हिसाब लेते हुए वह कांग्रेस का हिसाब करेगा। जिसके लिए कांग्रेस को अभी से तैयारी करनी चाहिए।
मोदी जी ने इस सबके अलावा करोड़ों रेहड़ी वालो को बैंक का रुपया दिलवाया, लाखों महिला समूहों को दिलवाया। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के आने के पहले गरीब लोगों तक सरकार का कोई भी निर्माण नही पहुँचता था। मोदी जी ने ११ करोड़ लोगों तक इज्जत घर बनवाये। ७ करोड़ लोगों को गैस का सिलेंडर दिया। कई करोड़ पक्के घर दिये। इस लिये मोदी जी के वोट व सीट २०१९ में बढ़ी। इस बार तो ४ करोड़ लोगों के पक्के घर बन चुके है। इस बार एक नई चीज़ ७ करोड़ लोगों के घर तक पानी पहुँच गया है तो फिर मोदी जी की सीटें बढ़ना स्वाभाविक है। कांग्रेस की धर्म निरपेक्षता का मतलब था सोमनाथ मन्दिर का पुनः निर्माण। सरदार पटेल के बाद कांग्रेस के दूसरे बड़े नेता डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने सोमनाथ मंदिर का उद्घाटन करते हुए कहा था कि सरदार पटेल को सच्ची श्रधांजलि होगी। काशी,मथुरा, अयोध्या को पुनः उसके गौरवशाली रूप में बनाना। पर कांग्रेस में एक छोटे से नेता फ़ारेन अफ़ेयर्स सेल के अध्यक्ष नेहरू को अंग्रेजो ने अपने प्रतिनिधि के रूप में प्रधानमंत्री बनाया। सरदार पटेल के जल्द स्वर्गवासी हों , पर कच्चे से पक्के प्रधानमंत्री बने। कांग्रेस की धर्म निरपेक्षता को मुस्लिम परस्त बना कर गाँधी-सरदार पटेल-राजेंद्र प्रसाद का दिखाया रास्ता त्याग दिया।
आज की कांग्रेस के लिए उचित तो यह होता कि वह आत्ममंथन करती और गलती जहां पर हुई है उसे पकड़ कर ठीक करने का प्रयास करती। पर राहुल गांधी ऐसा कोई भी रास्ता अपनाने के लिए तैयार नहीं है। वह मुसलमानों तुष्टीकरण करते हुए उन्हें तक अपनी वोटों को सीमित मान रहे हैं। इसीलिए वह मुस्लिम लीग को भी धर्मनिरपेक्ष होने का प्रमाण पत्र दे रहे हैं। हिंदुस्तान की जनता उन्हें सबक सिखाने की तैयारी कर चुकी है। 2024 का चुनाव उन्हें उनके किए का पुरस्कार दिलाएगा।

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