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हमारे भारत के गौरव, आदरणीय भाई नरेन्द्र मोदी जी
प्रधानमंत्री, भारत सरकार
7 आरसीआर नई दिल्ली
सादर प्रणाम।
‘पवित्रेण मा शतायु सा’
परमपिता परमात्मा हर प्रकार से आपकी रक्षा करें।

मान्यवर,

मैं एक सेवानिवृत्त शिक्षक हूं और आपके स्वच्छ भारत तथा समृद्घ भारत के अभियान का हृदय से प्रशंसक हूं। आपके सुकोमल हृदय में राष्ट्र-प्रेम की पराकाष्ठा, राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों के प्रति निष्ठा, भारत को स्वच्छ और समृद्घ बनाने की तीव्र उत्कण्ठा, बहुमुखी प्रतिभा, चेहरे पर आध्यात्मिक आभा, चुनौतियों को पराजित करने का अतुलनीय पराक्रम, अदम्य साहस एवं शौर्य, राष्ट्र को राजनैतिक, आर्थिक, शैक्षिक और सामरिक दृष्टि से सुदृढ़ बनाने की अनेकानेक संकल्पनाएं, विचारों में स्पष्टता, फौलाद जैसी दृढ़ता और उल्लासपूर्ण नवीनता ‘‘सबका साथ और सबका विकास’’ करने का विस्तृत एवं व्यापक दृष्टिकोण, ऐसी ओजस्वी वक्तृत्तव शैली जो हृदय के तारों को झंकृत कर दे, सोये हुए स्वाभिमान को जगा दे, वाकपटुता के साथ-साथ व्यवहार कुशलता समस्याओं का त्वरित समाधान करने की अनुपम निपुणता, भारतीय संस्कृति और भगवान के प्रति गहरी श्रद्घा योग और भोग में संतुलन सत्ता के लिए नही अपितु राष्ट्र कल्याण केे लिए समर्पण इत्यादि अनेकों ऐसे दिव्य गुण हैं जिनके कारण आज आप राष्ट्र रक्षक, प्रजापालक और ‘‘भारत का गौरव’’ कहलाते हैं, ‘‘विकास पुरूष कहलाते हैं।’’

जब से आप भारत के प्रधानमंत्री के रूप में पदासीन हुए हैं, तो आम आदमी को यह प्रतीत होता है किजैसे भारत के राजनीतिक आकाश पर नया सबेरा हुआ है और कांग्रेस के भ्रष्ट लोगों के कुशासन को इतिहास के कूड़ेदान में फेंक दिया है। जनाकांक्षाओं और विकास का सूर्योदय हुआ है। प्रत्येक भारतीय के अरमान और दुआएं आज आप से जुड़ी हैं। एक लंबे कालखण्ड के बाद राष्ट्र को ऐसे विलक्षण व्यक्तित्व का प्रधानमंत्री मिला है जिस पर प्रत्येक भारतवासी को गर्व है। आपको प्रधानमंत्री के पद पर पाकर ऐसे लगता है जैसे ‘‘भारत मां’’ की कोख धन्य हो गयी है।

यह तो विधाता ही जानता है कि आपकेे पंचभौतिक शरीर में स्वामी विवेकानंद की आत्मा है अथवा अन्य किसी महापुरूष की? मैं तो केवल इतना जानता हूं कि आप जो भी हैं एक क्रांतिकारी दिव्यात्मा है। यह आपकी दिव्यात्मा का चमत्कार नही तो और क्या है? आपके भारत स्वच्छता अभियान में महामहिम राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने भी हिस्सा लेकर लोगों को नई ऊर्जा और प्रेरणा दी है। आपके हाथों में हम सवा अरब भारतवासियों का भविष्य सुरक्षित है। आप भरोसे के पर्याय बन चुके हैं।

आधुनिक विज्ञान और तकनीकि ज्ञान के कारण आज वैश्विक परिदृश्य बड़ी तेजी से बदल रहा है। इसके लिए अभी आपने चीन, जापान, अमेरिका जैसी महाशक्तियों से विकास को नये आयाम देने के लिए विभिन्न संधियां की हैं ताकि भारत भी विकसित राष्ट्र बने, महाशक्ति बने। यह आपकी राजनीतिक परिपक्वता, कूटनीति की दूरदर्शिता, दृढ़ संकल्प-शक्ति का ज्वलंत उदाहरण है। आप भारत को राष्ट्र पिता महात्मा गांधी की 2 अक्टूबर 2019 में आने वाली 150वीं जयंति से पहले ही स्वच्छ और समृद्घ राष्ट्र बनाना चाहते हैं। मैं इस परिपे्रक्ष्य में निम्नलिखित घोष (नारे) का सुझाव आपकी प्रतिष्ठा में प्रेषित करता हूं। आशा है आपको यह घोष (नारा) पसंद आएगा। जो प्रत्येक भारतीय के हृदय में नई राष्ट्र चेतना का संचार करेगा। हमारा प्यारा भारत आपके सशक्त नेतृत्व में विश्व का सिरमौर बनेगा तथा आपकी विचारधारा और राष्ट्रप्रेम को यह ‘नारा’ परिलक्षित करेगा।

हम भारतवासियों का संकल्प :-

हमारा स्वच्छ और समृद्घ भारत।

हमारी आन-बान और शान भारत।।

पी.एम. नरेन्द्र मोदी

नोट :- उपरोक्त घोष (नारे) के रचयिता

भवदीय
पूर्व प्रवक्ता
विजेन्द्र सिंह आर्य
एम.ए.बी.एड.
मो. 9313458365
जी. 48 डेल्टा द्वितीय ग्रेटर नोएडा,
गौतमबुद्घ नगर (उत्तर प्रदेश)

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