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हैदराबाद की बेटी सानिया मिर्जा

sania mirza

डॉ0 वेद प्रताप वैदिक

अभी महाराष्ट्र सदन के कर्मचारी अर्शद जुवैर का मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि सानिया मिर्जा का मामला गर्मा गया। सानिया को तेलंगाना प्रांत की सरकार ने अपना ‘ब्रांड एम्बेसेडर’ (नामी राजदूत) घोषित किया और मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने उसे एक करोड़ रु. का चेक दे दिया। इसी पर बवाल मच गया।

सानिया मिर्जा के पहले अमिताभ बच्चन को भी गुजरात सरकार अपने प्रचार के लिए इस्तेमाल कर चुकी है। सानिया को अपना नामी राजदूत घोषित करके तेलंगाना सरकार ने अजूबा कुछ नहीं किया है लेकिन भाजपा के नेता के.लक्ष्मण ने इस पर यह कहकर आपत्ति कर दी कि ‘इस पाकिस्तान की बहू को यह सम्मान क्यों दिया गया?’ लक्ष्मण की चैतरफा निंदा हो रही है। खुद भाजपा ने अपने आप को इस बयान से अलग कर लिया है। माना यह जा रहा है कि राव ने मुसलमानों के वोट पटाने के लिए यह दाव मारा है। यह भी कहा जा रहा है कि भाजपा मूलतः पाकिस्तान और मुसलमान-विरोधी है, इसीलिए उसके एक प्रांतीय नेता के मुंह से अचानक यह सच निकल गया।

ये सब धारणाएं गलत हैं। सानिया हिंदू है या मुसलमान, यह सवाल आज तक किसी ने कभी नहीं उठाया। हैदराबाद की इस शानदार बिटिया पर पूरे भारत को गर्व है। जहां तक उसके पाकिस्तानी बहू होने का सवाल है, यह सच है। क्या इससे बड़ा सच यह नहीं है कि इसके बावजूद उस पर सबको नाज़ है? याने भारत और पाकिस्तान के रिश्ते जैसे भी हैं, उनसे कहीं ऊंचा मुकाम सानिया का लोगों के दिल में है। भाजपा नेता ने पाकिस्तान का सवाल आखिर क्यों उठाया?

यह सवाल उसने भारत-पाक संदर्भ में नहीं उठाया। यहां उसका संदर्भ सीमांध्र और तेलंगाना का है। इस साल आंध्र प्रांत को तोड़कर दो प्रांत बनाए गए हैं– सीमांध्र और तेलंगाना। तेलंगाना सरकार गरीब छात्रों को वजीफे दे रही है लेकिन यह वह उन्हीं को दे रही है, जिनके परिवार तेलंगाना में 1956 से रह रहे हैं लेकिन सानिया को उसने एक करोड़ रु. दे दिए, जो कि 1986 में मुंबई में पैदा हुई थी। लक्ष्मण ने इसी पर एतराज किया। उसने पूछा कि सानिया पर भी वही कानून लागू क्यों नहीं होता, जो अन्य गरीब परिवारों पर लागू किया जा रहा है? उसने यह भी पूछा कि सीमांध्र के गरीब बच्चों को तो आप वजीफा नहीं दे रहे लेकिन एक पाकिस्तानी बहू को एक करोड़ रु. क्यों दे रहे हैं? लक्ष्मण ने इस तर्क में अति कर दी। तो यह मामला न तो हिंदू-मुसलमान का है और न ही भारत-पाक का। यह है- तेलंगाना और सीमांध्र का! सानिया ने साफ कर दिया है कि वह हैदराबादी है, भारतीय है और उसकी बीमार मां को मुंबई ले जाया गया था। इसीलिए उनका जन्म मुंबई में हुआ था। वह हैदराबाद (तेलंगाना) की बेटी है और रहेगी। सारा देश उसके साथ है।

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