गुर्जर जागरण पत्रिका की ओर से गुर्जर संस्कृति शोध संस्थान ग्रेटर नोएडा में प्रतिभा सम्मान समारोह संपन्न

ग्रेटर नोएडा। (अजय कुमार आर्य) यहां स्थित गुर्जर संस्कृति शोध संस्थान  में प्रतिष्ठित पत्रिका गुर्जर जागरण की ओर से प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर गुर्जर समाज की अनेकों लब्ध प्रतिष्ठित प्रतिभाओं ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई । कई अधिकारी, समाजसेवी और देश में विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा के बल पर विशिष्ट स्थान बनाने वाले व्यक्तित्व और प्रतिभाओं ने भाग लिया।
  कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए गुर्जर जागरण पत्रिका के संपादक और कार्यक्रम के आयोजक धर्मवीर सिंह नागर ने हमें बताया कि कार्यक्रम में उपस्थित विद्वानों, समाजसेवी और अधिकारियों ने इस बात पर बल दिया कि गुर्जर समाज के छात्र-छात्राओं को ऐसी विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं जिससे वे तेजी से बदलते सामाजिक परिवेश में अपने आप को स्थापित कर राष्ट्र व समाज के लिए उपयोगी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें।
          कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री केके भड़ाना ने कहा कि गुर्जर समाज का गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। हमारे पास प्रतिभा है और नेतृत्व करने की क्षमता है । परंतु हम अपनी प्रतिभा और नेतृत्व करने की क्षमता का सही समय पर सही सदुपयोग नहीं कर पाते ।जिसका परिणाम यह है कि हम समाज की तेजी से बदलती हुई परिस्थितियों में अपने आपको स्थापित नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अन्य समाजों के लोग बड़ी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। जिनके पीछे राजनीतिक नेतृत्व भी मजबूती से खड़ा है । जबकि गुर्जर समाज के पास  राजनीतिक नेतृत्व की भी कमी है। उन्होंने नई पीढ़ी से आवाहन किया कि वह अपने आप को न केवल ब्यूरोक्रेसी में स्थापित करे बल्कि राजनीतिक संस्था को भी भरने का प्रयास करे।
   इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि भारत पर कई झौ वर्ष तक गुर्जर समाज के सम्राटों ने शासन करके देश सेवा का अप्रतिम उदाहरण प्रस्तुत किया। उसी का परिणाम है कि इस समाज के लोगों के भीतर नेतृत्व क्षमता हद दर्जे की है। यह किसी की चापलूसी नहीं कर सकते और अपनी स्पष्टवादिता सहजता , सरलता और  देशभक्ति जैसे गुणों के लिए जाने जाते हैं। गुर्जर समाज का यह गौरवशाली इतिहास है कि इसने कभी भी देश के साथ गद्दारी नहीं की।  देश के लिए लड़ना और देश धर्म संस्कृति की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर करना इस समाज के लोगों की चारित्रिक विशेषता है।
    कार्यक्रम में वरिष्ठ समाजसेवी और समाजशास्त्र के प्रोफेसर डॉ राकेश राणा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रतिभा  किसी समाज विशेष की नहीं होती हैं। ये सारे राष्ट्र की होती हैं। गुर्जर समाज की यह खासियत है कि वह देश के लिए विशेष प्रतिभाएं तैयार करने की क्षमता रखता है।
  कार्यक्रम में श्री राजपाल कसाना , डॉ रोमिल सिंह,  प्रीतम सिंह,  राकेश भाटी,  स्वामी सत्य देव महाराज ,  अन्नू भाटी,  डॉ देवेंद्र नागर , विपिन आर्य , ओमबीर भाटी , ज्ञानेंद्र सिंह,  डॉक्टर वी एस नागर , यशवीरसिंह,  मांगेराम चौहान , राजवीर सिंह,  निरंजन सिंह,  कर्नल अतर सिंह , श्रीमती गीता भाटी,  डॉ राकेश राणा आदि समाजसेवी और विद्वानों ने विचार व्यक्त किए।
   कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी अशोक पंवार ने की और सभी प्रतिभाओं की अपना आशीर्वाद भी प्रदान किया।
  कार्यक्रम के बारे में बताते हुए श्री धर्मवीर सिंह नागर ने कहा कि उनकी पत्रिका ऐसे कार्यक्रम पूर्व में भी कर चुकी है और प्रतिभाओं में और भी अधिक जागरूकता लाने के लिए आगे भी करती रहेगी। श्री नागर ने कहा कि देश व समाज की प्रगति के दृष्टिकोण से ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना बहुत आवश्यक है।

  

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