ओ३म् के जाप से मिलती है मानसिक शांति

विंध्यवासिनी सिंह

अगर आप बहुत कुछ नहीं भी कर पाते हैं, तो भारतीय विरासत से निकला ‘ॐ’ शब्द का 5 मिनट 7 मिनट अपनी सुविधा के अनुसार उच्चारण करें। बता दें कि इससे निकली ध्वनि तरंगे न केवल आपके मन को नियंत्रित करेंगी, बल्कि आपके उत्साह में भी वृद्धि करेंगी।

तनाव अपने चरम पर है, खासकर कोरोना की दूसरी लहर ने हर एक व्यक्ति को बेहद करीब से झिंझोड़ कर रख दिया है। कोरोना की पहली लहर में देश की बड़ी आबादी सिर्फ टेलीविजन पर खबरें पढ़ती थी, या फिर वेबसाइट इत्यादि में कोरोना के प्रभाव के बारे में समझ पाती थी। परंतु इस बार शायद ही देश में ऐसा कोई व्यक्ति हो जिसका कोई मित्र, कोई करीबी, रिश्तेदार कोरोना से बुरी तरह से प्रभावित ना हुआ हो।

इस भयावह दौर में कई कई घरों में कई कई लाशें गिरी हैं। हालांकि इन सब को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन तेजी से काम कर रहा है, तो विश्व भर से भारत में तेजी से मदद पहुंच रही है। देश की अदालतें भी सक्रिय हुई हैं, तो स्थानीय प्रशासन के साथ साथ तमाम सामाजिक संस्थाएं भी मैदान में डटी हैं।

वैसे तो देश भर में वैक्सीनेशन का काम जोरों पर चल ही रहा है, परंतु बावजूद इसके घर में बैठे-बैठे लोगों मानसिक तनाव के शिकार हो रहे हैं, और भिन्न बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं।

ऐसी स्थिति में ध्यान लगाना, योग करना सबसे बेहतरीन विकल्प के तौर पर माना जा सकता है, और यह कोई आज की आजमाई हुई विधि नहीं है, बल्कि सदियों पुरानी भारतीय परंपरा में ध्यान लगाने को तमाम रोगों का रामबाण बताया गया है।

अगर आप बहुत कुछ नहीं भी कर पाते हैं, तो भारतीय विरासत से निकला ‘ॐ’ शब्द का 5 मिनट 7 मिनट अपनी सुविधा के अनुसार उच्चारण करें। बता दें कि इससे निकली ध्वनि तरंगे न केवल आपके मन को नियंत्रित करेंगी, बल्कि आपके उत्साह में भी वृद्धि करेंगी। इस प्रक्रिया से निश्चित रूप से मानसिक तनाव दूर होगा।

ॐ केवल धार्मिक और आध्यात्मिक शब्द नहीं है, बल्कि ध्वनि तरंगों पर कई शोधों में यह बात भी सामने आई है, कि आप मानसिक रूप से तनाव मुक्त रह सकते हैं।

ॐ के जाप से बढ़ती है एकाग्रता

जब भी आप आंख बंद करके अपने पैरों को क्रॉस करके बैठते हैं और ओम का उच्चारण करते हैं, तो कुछ पल के लिए आप सारी चिंताओं को अपने मन से निकाल देते हैं। इससे न केवल आपका तनाव दूर होगा बल्कि एकाग्रता में भी काफी वृद्धि होगी।

एंजाइटी और स्ट्रेस भी दूर होता है

जी हां, ॐ का शब्द इन दोनों पर बेहद ठीक ढंग से काम करता है, मेडिटेशन को संपूर्ण विश्व ने स्वीकार किया है और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस संपूर्ण विश्व में मनाया जाता है। जाहिर तौर पर आपको इससे जुड़ने की जरूरत है और आप देखेंगे कि एंजाइटी एवं स्ट्रेस दूर हो जाता है।

मानसिक तनाव को करे दूर

संसार में ऐसा कौन सा व्यक्ति होगा, जिसे तनाव नहीं होता है। जाहिर तौर पर हम जिस प्रकार की दिनचर्या अपना रहे हैं, जिस प्रकार की जहरीली चीजों को खा रहे हैं, तमाम प्रेशर झेल रहे हैं, उसे मानसिक रोग उत्पन्न होते ही हैं। ऐसे में आप को नियमित रूप से ओम का जाप करना चाहिए।

शारीरिक शक्ति के लिए भी लाभदायक

न केवल मानसिक रोगों के लिए बल्कि यह शरीर के लिए भी अमृत है। जब आप एक सीधे पोजीशन में बैठते हैं, तो आप की रीढ़ की हड्डी मजबूत बनती है, साथ ही आपका शरीर भी डिटॉक्स भी होता है। इतना ही नहीं, ॐ के जाप से ब्लड सरकुलेशन और शहीद के सेल्स की मरम्मत भी होती है।

शरीर में ऑक्सीजन की कमी को दूर करे

कोरोना के इस दौर में ऑक्सीजन की कमी से हम लोग जूझ रहे हैं, और यकीन मानिए अगर आप मेडिटेशन और उसमें ॐ का उच्चारण एक निश्चित समय तक करते हैं, तो ऑक्सीजन लेवल में भी काफी सुधार होता है। जब भी आप ॐ बोलने के लिए सांस खींचते हैं, तब सांस को रोकने और उसके उतार-चढ़ाव की प्रक्रिया से ऑक्सीजन लेवल बेहतर होता है।

इतना ही नहीं, आपका हार्ट भी इससे बेहतर होता है, क्योंकि ब्लड सर्कुलेशन इससे ठीक होता है। इसलिए हाई ब्लड प्रेशर और लो ब्लड प्रेशर इसे नियंत्रित होता है और आपकी श्वसन प्रक्रिया सामान्य हो जाती है।

कभी आप इसे करके आजमाइए और देखिए कि कितनी बेहतर तरीके से नींद आती है। और अगर आपकी नींद बढ़िया है, तो यकीन मानिए आपका तनाव दूर होने में बहुत ज्यादा समय नहीं लगेगा।

चूंकि तनाव ही आपको इमोशनल रूप से डिस्टर्ब करता है, इसकी वजह से आप क्रोध में आते हैं, आप निराश हो जाते हैं, बहुत ज्यादा चिंता करते हैं। ऐसी स्थिति में आप ॐ का जाप अपने इमोशन को मैनेज कर सकते हैं।

कहा जाता है कि एक आईडिया दुनिया बदल देती है। एक सकारात्मक सोच आपके जीवन में खासा परिवर्तन ला सकती है। ॐ का उच्चारण आपको कोरोना वायरस के इस दौर में नियमित तौर पर करना चाहिए, क्योंकि यह बेहद आसान भी है और इसे आप कहीं भी बैठकर कर सकते हैं। आप इसे 5 मिनट, 7 मिनट, 10 मिनट जितना भी आपकी सुविधा हो आप इसको जरूर आजमाएं।

 

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