रो रही है देश की आत्मा : ‘आश्रम’ ने किया ढोंगी बाबाओं का पर्दाफाश

ashram

डॉo सत्यवान सौरभ,

प्रकाश झा की नई वेब सीरीज आश्रम 28 अगस्त को रिलीज हो चुकी है, इस सीरीज के जरिए प्रकाश झा आधुनिक जमाने के बाबाओं और संत-महात्माओं की कहानी लोगों के सामने पेश करने में कामयाब हुए है . इस सीरीज के जरिए बॉबी देओल भी डिजिटल डेब्यू कर गए हैं. वेब सीरीज में असली सच को दिखया गया है कि किस तरह एक बाबा आम लोगों से लेकर राजनीति के गलियारों तक अपना रसूख रखता है.

बाबाओं को किस तरह हमारे देश में भगवान का दर्जा दिया जाता है, इस सीरीज में दिखाया गया है,ढोंगी बाबाओं के द्वारा कैसे लड़कियों और औरतों के साथ होने वाले अत्याचार से लेकर उनकी रहस्यमयी दुनिया को भी उजागर किया जाएगा

ये कहानी फेक गॉड मैन के साथ-साथ आम-आदमी की कहानी है. ये दिखाती है कि कैसे एक आम आदमी ऐसे फरेबी शख्स पर भरोसा कर लेता है, जो सच में भरोसे के लायक नहीं होता.हमारे यहाँ जैसे गांव में लोग नीम हकीमों पर भरोसा करते हैं ये जानते हुए भी कि वो डॉक्टर नहीं हैं. क्योंकि 4 दवाईयों का नाम जानने की वजह से उनके पास लोगों की भीड़ खड़ी हो जाती है.

उसी तरह से ये फेक गॉड मैन हैं, जो कपड़े पहनकर बाबा बन जाते है. जब उनमें कुछ लोग विश्वास करना शुरू करते हैं, तो पूरी दुनिया उनको फॉलो करने लगती है. हमारे देश में धार्मिक गुरुओं जैसे रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, जिन्होंने अपना जीवन सत्य और ज्ञान की खोज में लगाया, हम उनका सम्मान करते हैं, हम उनकी पूजा करते हैं. लेकिन इनके चोले का सहारा लेकर बहुत सारे ठग भी हुए हैं, जो दुनिया को लूटने के सिवाय कुछ नहीं करते.

इस वेब सीरीज में बॉबी देओल बाबा निराला के रोल में नजर आये है. निराला को एक बड़े बाबा के रूप में दिखाया गया है, जिसका बड़ा साम्राज्य है, बड़े-बड़े नेता उसके आगे-पीछे घूमते हैं.

वास्तव में ये वेब सीरीज देश के धर्मगुरुओं पर आधारित हैं हमारे देश में बाबाओं की मायावी दुनिया हमेशा से रहस्यों से भरी रही है. कई धर्मगुरु और बाबाओं के लाखों करोड़ों अनुयायी रहे हैं, बड़ी-बड़ी हस्तियां और देश भर के अच्छे खासे पढ़े-लिखे लोग उनके सामने नतमस्तक होते रहें हैं.

लेकिन कई बार ऐसे उदाहरण भी सामने आए जब उन धर्मगुरुओं की काली दुनिया का सच लोगों के सामने आया तो लोगों के पैरों तले जमीन खिसक गई. ऐसे बाबाओं की लंबी फेहरिश्त हैं, आसाराम, गुरमीत राम रहीम सिंह, नित्यानंद स्वामी और रामपाल जैसे लोग हैं, जो रेप जैसे जघन्य अपराध के आरोप में आज जेल की हवा खा रहे हैं.

आश्रम ने बाबाओं की पोल इस वेबसीरीज के माध्यम से खोल दी है . बाबा निराला (बॉबी देओल) एक धर्मगुरु है जिसके लाखों मानने वाले हैं. अपने श्रद्धालुओं में काशी वाले बाबा के नाम से मशहूर ये बाबा हज़ारों मासूम लोगों की श्रद्धा का फायदा उठा कर उनका सब कुछ हड़प चुका है. यही नहीं, पिछले तीन सालों में बाबा के आश्रम से नौ लड़कियां गायब हो चुकी हैं. वो कहां गईं, ज़िंदा हैं या मर गईं, ये कोई नहीं जानता.

ऐसी ही एक लड़की है पम्मी (अदिति पोहंकर) जो जातिगत भेदभाव के तनाव में शांति ढूंढने और कुछ करने के फेर में बाबा निराला के कहने पर उनके आश्रम का हिस्सा बन जाती है. पम्मी एक जुझारू युवा रेसलर है जिसने आश्रम में आने से पहले भी जातिवादी ताकतों के खिलाफ आवाज़ उठायी थी और अपने परिवार को न्याय दिलाया था. मगर जब उसे आश्रम में चल रहे गलत कामों के बारे में पता चलता है, तो वो बाबा का असली चेहरा दुनिया के सामने लाने की ठान लेती है.

सीरीज़ समाज की कई बुराइयों के सामने ला कर खड़ा कर देती है. सीरीज को देखकर वास्तव में लगत है कि इतना सब अपनी आंखों के आगे देखकर भी हम आज तक चुप कैसे हैं? साथ ये प्रश्न उठता है कि सच्चाइयों के सामने आने के बाद भी लोग बाबाओं के अंधभक्त क्यों बन रहें है ?? किस तरह से लोग अंध विश्वास और पाखंडियों के चक्कर में पड़ जाते हैं और स्वंय घोषित गुरुओं के पास जाकर ठगी का शिकार होते हैं।

‘आश्रम’ वेब सीरीज में आस्था और विश्वास के साथ खिलवाड़ करने वालों का पर्दाफाश होते दिखाई देगा. इसलिए ऐसे लोगों ने इस वेब सीरीज के खिलाफ हिन्दू धर्म का सहारा लेकर इसे धर्म विरोधी जाहिर करने में जोर लगा दिया है मगर स्थिति को देखते हुए प्रकाश झा और बॉबी देओल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से ‘आश्रम’ का डिस्क्लेमर शेयर किया है, जिसके साथ बॉबी देओल ने कैप्शन में लिखा है- ‘कृप्या ध्यान दें.’ तो वहीं प्रकाश झा ने लिखा है- ‘सविनय निवेदन.’ गौरतलब है कि आश्रम बेहद ही संवेदनशील मुद्दे पर बनी देश की पहली वेब सीरीज है.

इस वेब सीरीज में ऐसे धर्मगुरुओं को दिखाया गया है, जिन्होंने धर्म के नाम पर अलग-अलग तरीके से देश की जनता को ठगा है. ऐसे में वेब सीरीज को लेकर किसी भी तरह का विवाद ना उपजे, इसलिए प्रकाश झा ने ट्रेलर से पहले ही डिस्क्लेमर जारी कर दिया है.

अब ऐसे में दर्शकों को देश में हुई हाल ही की आसाराम, गुरमीत राम रहीम सिंह, नित्यानंद स्वामी और रामपाल जैसे ढोंगी बाबाओं की कहानी से सीखना चाहिए और सीरीज को सही ठहराकर भारत देश के जागरूक नागरिक होने का परिचय देना चाहिए अन्यथा लोग यूं ही ठगी और महिलाएं शोषण का शिकार होती रहेगी.

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