बैंक से लोन (कर्ज) लेने से पहले कुछ आवश्यक सावधानियां बरतें

कमलेश पांडेय

ज्यादातर लोग अपनी बड़ी-बड़ी जरूरतें, जैसे घर या कार खरीदने जैसी चीजों के लिए कर्ज यानी लोन का सहारा लेते हैं। इसके अलावा, कई लोग पैसों की अचानक जरूरत आ पड़ने पर पर्सनल लोन भी लेते हैं।

यदि आप कोरोना काल में पैदा हुई वित्तीय परेशानियों से घिर कर लोन यानी कर्ज लेने की योजना बना रहे हैं तो कुछ जरूरी बातों पर आपको अवश्य ही गौर फरमाना चाहिए। सर्वप्रथम आप अपने सिबिल स्कोर को ठीक रखिये। फिर अपनी रीपेमेंट कैपेसिटी मतलब पुनर्भुगतान क्षमता का ध्यान रखिए। इसके अलावा, और भी कतिपय महत्वपूर्ण बातों का ख्याल यदि आप रखते हैं तो आपका आर्थिक जीवन सुनियोजित रूप से आगे बढ़ता चला जाएगा और कहीं कोई आर्थिक बाधा नहीं आएगी।

हालांकि, किसी बैंक से आपको लोन मतलब कर्ज मिलेगा या नहीं, ये तो आपके क्रेडिट स्कोर यानी साख अंक, प्रोफेशन मतलब अध्यवसाय और इनकम यानी आय जैसी बातों पर पूरी तरह से निर्भर करता है। लोन मामलों के जानकारों के मुताबिक, सिबिल स्कोर से ही किसी व्यक्ति की क्रेडिट हिस्ट्री मतलब साख विवरण का पता चलता है। इसीलिए इसका औसतन अच्छा रहना बेहद जरूरी है। इसके अलावा, आप उसी बैंक से लोन मतलब कर्ज लें, जहां आपका अकाउंट या फिक्स्ड डिपॉजिट हो, या फिर आप अपने क्रेडिट कार्ड की सेवा जहां से ले रहे हों।

अमूमन, देखा जाता है कि ज्यादातर लोग अपनी बड़ी-बड़ी जरूरतें, जैसे घर या कार खरीदने जैसी चीजों के लिए कर्ज यानी लोन का सहारा लेते हैं। इसके अलावा, कई लोग पैसों की अचानक जरूरत आ पड़ने पर पर्सनल लोन भी लेते हैं। कुछ लोग तो पर्सनल लोन लेकर ही अपने आपातकालीन फण्ड की व्यवस्था कर लेते हैं और धीरे धीरे उसकी ईएमआई भरते रहते हैं। इसलिए, आपको यह जानना बेहद जरूरी है कि किसी बैंक से आपको कर्ज यानी लोन मिलेगा या नहीं, ये आपके तात्कालिक क्रेडिट स्कोर, प्रचलित प्रोफेशन और निर्बाध इनकम आदि जैसी बातों पर निर्भर करता है।

यही वजह है कि यदि आप भी लोन यानी कर्ज लेने की योजना बना रहे हैं, उसकी मनोनुकूल प्लानिंग कर रहे हैं तो उससे पहले आपको कुछ बातों पर अवश्य गौर करना चाहिए। यहां पर हम आपको उन कारकों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन पर आपका कर्ज (लोन) और उसकी ब्याज दर निर्भर करती है।

हमेशा रखें अपने सिबिल स्कोर का ध्यान, समय पर करें कोई भुगतान

मसलन, सिबिल स्कोर से व्यक्ति की क्रेडिट हिस्ट्री का पता चलता है। खासकर, पर्सनल लोन के मामले में बैंक किसी भी आवेदक का सबसे पहले सिविल स्कोर जरूर देखते हैं। क्योंकि किसी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर कई खास क्रेडिट प्रोफाइलिंग कंपनियों की तरफ से तय यानी निर्धारित किया जाता है। प्रायः इसमें यह देखा जाता है कि आपने पहले लोन लिया है या फिर अपने क्रेडिट कार्ड आदि का इस्‍तेमाल किस प्रकार किया है। वास्तव में, किसी भी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर उसकी रीपेमेंट हिस्ट्री, क्रेडिट इस्तेमाल का अनुपात, मौजूदा लोन और बिलों के समय पर पेमेंट आदि से पता चलता है। आमतौर पर यह स्कोर 300-900 की रेंज में होता है, लेकिन 700 या उससे ज्यादा के स्कोर को कर्जदाता अच्छा मानते हैं। इसलिए इस विषय में आपको सतत सचेष्ट रहना चाहिए।

आपके प्रोफेशन पर भी निर्भर करती है कर्ज देने की बात

आपको लोन मिलेगा या नहीं, यह बात आपके प्रोफेशन पर भी निर्भर करती है। अमूमन, लोन लेने वाला व्यक्ति करता क्या है? और उसे कितनी सैलरी मिलती है? यह भी बैंक देखता है। मसलन, ज्यादातर केस में नॉन सैलरी वाले लोगों के लिए कर्ज यानी लोन लेना-देना मुश्किल होता है। इसके अलावा, इनको ज्यादा ब्याज दर पर भी लोन दिया जाता है।

इसलिये अपने प्रोफेशन के चयन में भी आपको प्रारम्भ से ही अपेक्षित सावधानी बरतनी चाहिए।

खुद से संबंधित बैंक से लें लोन और रखें बेहतर ऑफर्स का ध्यान

यदि आप लोन लेने की बात सोच रहे हैं तो आपको उसी बैंक से लोन लेनी चाहिए, जहां पर आपका नियमित अकाउंट हो, फिक्स्ड डिपॉजिट हो या फिर क्रेडिट कार्ड की सेवा आप ले रहे हों। क्योंकि कोई भी बैंक अपने नियमित ग्राहक यानी रेगुलर कस्टमर्स को आसानी से और उचित ब्याज दर पर लोन उपलब्ध कराते हैं। आपके लिए यह जानना जरूरी है कि बैंक समय-समय पर लोन लेने वालों को भी बेहतर ऑफर्स उपलब्ध कराते रहते हैं। ऐसे में आप लोन लेने से पहले सभी बैंकों के ऑफर्स के बारे में पता कर लें। क्योंकि जल्दबाजी में लोन लेना आपके लिए सदैव गलत साबित हो सकता है। इसलिए, कहीं से भी लोन लेने से पहले आप सही से छानबीन कर लें। ऐसा करना आपके लिए किफायती और दूरदर्शितापूर्ण रहेगा।

अपनी रीपेमेंट कैपेसिटी का रखें ख्याल और प्री-पेमेंट पेनल्टी की अवश्य लें जानकारी

आपको अपनी कर्ज/लोन की अवधि और रकम चुनने से पहले ठीक से विचार करना चाहिए। आमतौर पर कर्ज लेने वालों का अनुभव बताता है कि कभी भी जरूरत से ज्यादा पैसा नहीं लेना चाहिए। इसके अलावा, लोन की किस्तें भी अपनी क्षमता के अनुरूप ही तय करना चाहिए। संभव हो तो लोन को जितना जल्दी हो सके, पूरी तरह से निपटाने की कोशिश करनी चाहिए। वहीं, कई ऐसे बैंक भी हैं जो समय से पहले पर्सनल लोन अदा करने पर अपने हिसाब से पेनल्टी लगाते हैं। ऐसे में बेहतर तो यही होगा कि बैंकों से इस बारे में पूरी डिटेल्स हासिल कर लिया जाए, क्योंकि समय से पहले कर्ज :लोन: अदा करने पर बैंकों को उम्मीद के मुताबिक कम ब्याज मिलता है। जिसके चलते उनकी ओर से कुछ नियम व शर्तें (टर्म एडं कंडीशन) लगाए जाते हैं। इसलिए होन लोन लेते वक्त इस बारे में पूरी जानकारी पहले ही हासिल कर लें। इससे आपको समय पूर्व लोन भुगतान की स्थिति में कुछ अतिरिक्त लाभ मिल जाएगा।

आपात कोष में लोन की ईएमआई के लिए भी जुटाएं पैसा

अब आप भी इस बात से अनभिज्ञ नहीं होंगे कि परेशानियां कभी भी आ सकती हैं। लिहाजा, इससे निपटने के लिए आपके पास आपात कोष यानी इमरजेंसी फंड का होना नितांत आवश्यक है। मसलन, ये आपात कोष मतलब इमरजेंसी फंड कम से कम 6 महीने या साल भर के खर्चों के बराबर होना चाहिए। इस आपात फंड में ही आपको लोन की ईएमआई के लिए भी पैसा रखना चाहिए, ताकि किसी भी तरह की परेशानी आने पर भी आप लोन की किस्तें सही व तय समय पर भर सकें। क्योंकि समय पर किस्तें न भरने से पेनल्टी तो लगती ही है। साथ ही, आपका सिबिल स्कोर भी खराब होता है। इसलिए इन मोर्चों पर आप अपनी पूरी तैयारी कर लें, तभी लोन लेने के लिए आगे बढ़े। इसी में आपकी भलाई है।

अब आप पेटीएम से 1 मिनट में चेक कर सकेंगे अपना सिबिल स्कोर, जिसके लिए नहीं देना होगा कोई चार्ज

आपको बता दें कि मोबाइल वॉलेट ऐप पेटीएम ने सिबिल स्कोर चेक करने की सुविधा लॉन्च की है, जिसकी मदद से अब आप घर बैठे ही पेटीएम ऐप की मदद से फ्री में ही अपना सिबिल स्कोर चेक कर सकेंगे। साथ ही, यूजर्स डिटेल में अपना क्रेडिट रिपोर्ट भी देख सकते हैं। यही नहीं, इसके जरिए आप अपने एक्टिव क्रेडिट कार्ड और लोन अकाउंट की क्रेडिट रिपोर्ट भी देख सकेंगे। इसलिए, हम आपको बता रहे हैं कि आप कैसे पेटीएम ऐप से अपना सिबिल स्कोर चेक कर सकते हैं। इसके लिए, सबसे पहले आपको पेटीएम ऐप में लॉगिन करना होगा। फिर, इस ऐप के होम स्क्रीन पर ‘मोर आइकॉन’ पर टैप करना होगा। इस आइकन पर टैप करने के बाद आपको पैन कार्ड नंबर और जन्मतिथि (डेट ऑफ बर्थ) भरनी होगी। उसके बाद, इसे सबमिट करें। यदि आप नये उपयोगकर्ता (यूजर) हैं तो प्रोफाइल वेरिफिकेशन के लिए एक ओटीपी भी भेजा जाएगा। इसे डालने के बाद आपका सिबिल स्कोर आपके सामने होगा। यहां पर आप अपना क्रेडिट स्कोर देखने के अलावा इससे जुड़ी कई अन्य जरूरी जानकारियां भी मिलेंगी।

दरअसल, सिबिल स्कोर से ही किसी व्यक्ति के पिछले कर्ज की जानकारी मिलती है। इसलिए बैंक से कर्ज और क्रेडिट कार्ड लेने के लिए अच्छा सिबिल स्कोर होना जरूरी होता है। मसलन, आपके नियमित कर्ज चुकाने से आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा रहता है। लिहाजा, जितना अच्छा सिबिल स्कोर होता है, उतनी ही आसानी से कर्ज मिल जाता है। इसलिए इसे हमेशा अच्छा रखिए। यह आपको हमेशा फायदा ही देगा।

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