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“पाकिस्तान से वार्ता”  का औचित्य  

विनोद कुमार सर्वोदय यह बड़ी विचित्र विडम्बना है कि हम पाकिस्तान से वार्ता बंद करते है और फिर आरम्भ भी करना चाहते है, जबकि जिन कारणों से वार्ता बंद की जाती है उनका समाधान भी नहीं हो पाता।इसी कड़ी मे 25 अगस्त 2014  को होने वाली वार्ता को रद्द करने के बाद , हम फिर […]

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