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पेशावर में गुनाहों का गुनाह!

पेशावर में तालिबान ने जो किया है, वह जुर्मों का जुर्म है। गुनाहों का गुनाह है। यह इतना घृणित कर्म है कि जिन लोगों की तालिबान के प्रति गुपचुप सहानुभूति है, वे भी तालिबान के विरुद्ध हो जाएंगे। जिस स्कूल में डेढ़ सौ बच्चों और अध्यापकों के खून की होली तालिबान ने खेली है, वह […]

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