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गीता का कर्मयोग और आज का विश्व संपादकीय

गीता का कर्मयोग और आज का विश्व, भाग-96

गीता का अठारहवां अध्याय वह परमपिता-परमात्मा इस जगत का मूल कारण है। उसी से सब प्राणी जन्म लेते हैं, उसी से यह सारा जगत व्याप्त है। उस ईश्वर की अपने कर्म से पूजा करके मनुष्य सिद्घि को प्राप्त कर लेता है। कहने का अभिप्राय है कि यदि व्यक्ति को सिद्घि को प्राप्त करना है तो […]

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बिखरे मोती

मनुष्यत्त्व से देवत्त्व को, प्राप्त कराये वेद

बिखरे मोती-भाग 225 ‘ज्ञानचक्षु वेद की महिमा’  वेदों को विस्मृत करें,  जिसका मुझको खेद। मनुष्यत्त्व से देवत्त्व को, प्राप्त कराये वेद ।। 1162 ।। व्याख्या :-भूतल पर जितने भी राष्ट्र हैं उन सब में प्राचीनतम तथा उच्चतम सभ्यता संस्कृति यदि किसी राष्ट्र की है तो वह भारतवर्ष की है, जिसका कोई सानी नहीं। मानव जीवन […]

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विशेष संपादकीय संपादकीय

योगी का उत्तर प्रदेश और पर्यटन विकास

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों प्रदेश की राजधानी लखनऊ में निवेशकों की बैठक कराकर जिस प्रकार प्रदेश के लिए निवेशकों को लुभाया है उससे उनकी विकास पुरुष की छवि बनी है। लोगों को लगा है कि वह वास्तव में प्रदेश को वर्तमान दुर्दशा के दुर्दिनों के दौर से निकालने की कोई […]

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आर्थिकी/व्यापार

विदेशी निवेश से किसे होगा लाभ

राजू पाण्डेय पुन: एफडीआई चर्चा में है। यदि सन 2000 से 2017 की अवधि को देखें तो एफडीआई के समर्थन में उठाए गए कदमों में एक निरंतरता दिखती है। नए नए क्षेत्रों में एफडीआई को मंजूरी दी गई है। अलग अलग क्षेत्रों में एफडीआई की मात्रा से सम्बंधित नियमों को शिथिल किया गया है। हम […]

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संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा

वीर बैरागी का कृतित्व अनुपम और बलिदान था अद्वितीय

हिंदू प्रतिभा और पराक्रम मुगलकाल का विधिवत आरंभ अकबर के काल से माना जाता है। अकबर को भी उस समय हेमू जैसे वीर योद्घा के प्रबल प्रतिरोध का सामना करना पड़ा था। इस महान योद्घा के विषय में डा. आर.सी. मजूमदार लिखते हैं :- ”मध्यकालीन और आधुनिक इतिहासकारों ने हेमू के साथ न्याय नहीं किया […]

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