साध्वी निरंजन ज्योति को लेकर संसद, अखबारों और चैनलों पर हंगामा मचा हुआ है। खेद है कि उनके खिलाफ वे सब लोग सड़कों पर नहीं उतरे हैं, जिन्हें उन्होंने ‘हरामजादा’ कहा है। उनका वैसा कहना घोर अशिष्टता तो है ही, वह कथन इतना बेबुनियाद और मूर्खतापूर्ण है कि उस पर कोई प्रतिक्रिया करें भी तो […]
महीना: दिसम्बर 2014
मनीराम शर्मा भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त शेषन ने एक बार कहा था कि लोकतंत्र के चार स्तम्भ होते हैं और उनमें से साढ़े तीन क्षतिग्रस्त हो चुके हैं | उसके बाद आगे हुई प्रगति को देखकर वर्तमान का आकलन किया जा सकता है | वैसे भी राजनीति, पुलिस और सेना में हुक्म मानने वाले […]
प्राधिकरणों के घोटालों पर जन जागृति हेतु होगा ‘मौलिक जन संवाद’ का आयोजन सभी जाँच एजैंसियों को भेजे जायेंगे एकत्र किये गये सबूत व दस्तावेज मौलिक भारत संस्था के नोयडा स्थित मुख्य कार्यालय में आज हुई। आपात बैठक में अपनी 6 दिसम्बर की प्रेस वार्ता में उठायी गयी नोयडा के घोटालो पर एसआईटी के […]
‘‘अंधकार के पश्चात दिन का आता है प्रकाश,सुख के पश्चात दुख भी एक दिन करता है अवकाश। हानि-लाभ यश अपयश का चला हुआ है चक्र, मोक्षाभिलाषी काट फेंकता द्वंद्वों का मोहपाश।।’’ यह सत्य है कि यह संसार द्वंद्वों से भरा हुआ है। दिन के पश्चात रात है, सुख के पश्चात दुख है। साधारण व्यक्ति जीवन […]
मनीराम शर्मा किसी भी पार्टी को जिताना मतलब उसे 5 साल के लिए मनमानी और भ्रष्टाचार फैलाने का लाइसेंस देना मात्र है काले ( चमड़ी और मन दोनों) अंग्रेजों द्वारा जनता में यह भ्रम प्रसारित किया गया कि हमारा अपना संविधान लागू हो गया है जबकि वर्तमान संविधान के मौलिक प्रावधान भारत सरकार अधिनियम 1935 […]
अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा के द्वारा 7 दिसंबर 2014 को देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 की क्रांति में अमर शहीद शोभा गुर्जर, मेहरा गुर्जर,शौराब गुर्जर को श्रद्धांजलि देने के लिए गाँव पाली में सभा का आयोजन किया गया,सर्व प्रथम सभा में उपस्थिक सभी व्यक्तियों ने शहीदों को नमन करते हुए दो मिनट का […]
राजस्थान की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुधरा राजे ने की नई दिल्ली में केंद्रीय विद्युत, कोयला एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्रा प्रभार) श्री पीयूष गोयल से भेंट नई दिल्ली, 07 दिसम्बर, 2014। राजस्थान की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने केन्द्र सरकार से आग्रह किया है कि राजस्थान में सोलर उर्जा से पैदा होने वाली करीब […]
गतांक से आगे……… यहां हम थोड़ा सा उसका इतिहास देकर उसके विषय प्रतिपादन की ओर आना चाहते हैं। तिलक महोदय ने ‘ओरायन मृगशीर्ष’ ग्रंथ लिखने के पांच वर्ष बाद सन 1898 में उत्तरधु्रव निवास लिखा और उसका सारांश एक पत्र द्वारा मैक्समूलर के पास भेजा। पत्र के उत्तर में मैक्समूलर ने लिखा कि कितने ही […]
बिखरे मोती भाग-76 गतांक से आगे……व्याख्या :-जो विद्यार्थी आलसी है अर्थात-आज का काम कल पर टालता है, मादक पदार्थों (नशीले पदार्थों का सेवन करता है तथा अश्लील बातों में रूचि रखता है, लालची है तथा जो कभी एकाग्रचित नही होता है, मूर्खता की बातों में रत रहता है यानि मूर्ख है। इसके अतिरिक्त अप्रसांगिक बातें […]
सामान्यत: किसी भी दुर्घटना या चोट आदि के पश्चात जब किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो लोग उसे अकाल मृत्यु कहते हैं। लोग पीडि़त परिवार को सांत्वना देते हुए ऐसा भी कहते सुने जाते हैं कि ईश्वर ने ऐसा ही करना था, सो हो गया, इसलिए दु:ख किस बात का?ऐसी बातों के बीच […]