भाषा ज्ञान के अभाव में हिंदू समाज की स्थिति

भाषा ज्ञान के अभाव में हिन्दुओं को मूर्ख बनाने का एक उदाहरण देखिये :–
.
दुष्प्रचार: गुजरात में जामनगर शहर के पास समुद्र में एक टापू है जिसका नाम है “पिरोटन = Pirotan”
.
इस पीरोटन द्वीप में जा कर आप समुद्री जीव-जंतु को बहुत ही करीब से देख सकते हैं और प्रकृति के दर्शन कर परमात्मा का स्मरण कर सकते हैं | और ये अत्यंत रमणीक स्थान है जहां प्रकृति की गोद में आप तनाव दुखों को भूलकर जीवन जा आनंद ले सकते हैं।

जब आस-पास के हिंदुओ से इस पिरोटन द्वीप के नाम बारे में ज्यादा जानकारी मांगी तो इस नामकरण में की गई मिलावट और कुटिल चाल मालूम हुई |

ऐसा भ्रम फैला रखा है की इस द्वीप का नाम “पीरों का थान” शब्द से बना है | इसे सिद्ध करने के लिए मुस्लिम समुदाय ने एक कब्र बना दी और उसका नाम पीर ख्वाजा खैजर रहमत अल्लाह की कबर रख दिया और ये प्रचार कर दिया कि इसी के नाम पर से इस द्वीप का नाम पीरोटन बना है |

अब बताइए कहाँ पीरोटन का अर्थ कैसे पीरों का स्थान हो सकता है ?

सत्यता की परख यदि इस भ्रम-पूर्ण-वाद को मान भी लिया जाए तो फिर इस स्थान पर तो कई-कई पीरों (बहुवचन) का स्थान होना चाहिए लेकिन इस पुरे द्वीप में एक ही पीर का स्थान क्यों ????

ये पीर जब इस द्वीप में आया या लाया गया होगा तो क्या उसके आने से पूर्व इस द्वीप का कोई नाम नहीं था ???

इस “पीरोटन” द्वीप का नाम “पीरों का स्थान या थान” पर से नहीं बना शोध करने पर दो नाम सामने आए
1. ये दीप करोड़ों वर्ष पुराना है इसलिए इसका नाम नाम संस्कृत के शब्द “पुरातन” (poraatan)से बना है |
2.दूसरा विचार ये है कि
पीरो माने पीड़ाएं
और टन शब्द अंग्रेजी के उच्चारण तन का बिगड़ा शब्द है,
यानी कि एक ऐसा मनोरम स्थान जहा जाते ही मनुष्य तन की सभी पीड़ाएं भूल जाए उसको जनसाधारण की भाषा में पीरोतन नाम दे दिया।

पीर यानि की पीड़ा शब्द को लेकर आपको बहुत से गीत , मुहावरे मिलेंगे जैसे की :जाके पांव न फटी बिवाई, वो क्या जाने पीर पराई

आइये ! इस पीरोटन द्वीप के सही मूल नाम पुरातन का प्रचार करें और सत्य सब को बताएं |

Comment: