जब-जब कांग्रेस नेताओं ने नरेंद्र मोदी के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया, तब-तब प्रधानमंत्री की लोकप्रियता बढ़ी

अशोक भाटिया

पिछले लम्बे दौर से हमारे नेता देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दर्शन, उनके व्यक्तित्व, उनकी बढ़ती ख्याति व उनकी कार्य-पद्धति पर कीचड़ उछाल रहे हैं, अमर्यादित भाषा का उपयोग कर रहे हैं और उन्हें गालियां देकर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। कांग्रेस नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए अमर्यादित भाषा का प्रयोग करना कोई नई बात नहीं है। आए दिन कोई-न-कोई कांग्रेस नेता प्रधानमंत्री मोदी के लिए अपशब्द कहता ही रहता है।अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गुजरात में चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया है। कांग्रेस के नेता खरगे ने विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की तुलना रावण से की। खरगे ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि हर बार आपके चेहरे पर ही वोट क्यों दें? क्या आपके रावण की तरह सौ मुख हैं। गुजरात चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का बयान क्या रंग लायेगा, यह भविष्य के गर्भ में हैं, लेकिन स्वस्थ एवं आदर्श लोकतंत्र के लिये देश के प्रधानमंत्री के लिये इस तरह के निम्न, स्तरहीन एवं अमर्यादित शब्दों का प्रयोग होना, एक विडम्बना है, एक त्रासदी है, एक शर्मनाक स्थिति है।

जब-जब कांग्रेस नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी के लिए गाली और अपशब्दों का प्रयोग किया है, तब- तब उनकी लोकप्रियता और बढ़ी है और कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी। यहां तक कि प्रधानमंत्री मोदी को अपशब्द और गाली बोली देने में कांग्रेस के प्रमुख नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पीछे नहीं रहे। इसकी शुरुआत सोनिया गांधी के ‘मौत के सौदागर’ और ‘जहर की खेती’ वाले बयान से हुई। यही कारण है कि अन्य कांग्रेस नेता भी इसमें पीछे नहीं रहे। हालांकि, अन्य पार्टियां इससे सबक ले चुकी है और प्रधानमंत्री मोदी को अपशब्द करने से परहेज करती हैं, लेकिन कांग्रेस इससे सबक लेने को तैयार नहीं है।

नरेंद्र मोदी जब से प्रधानमंत्री बने हैं या उससे पहले उनको आलोचना का सामना लगातार करना करना पड़ा है शायद भारतीय इतिहास के पहले नेता होंगे जिन्हें 80 बार गालियों का सामना करना पड़ा हो। ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि अख़बारों की सुर्खिया कह रही हैं जो उस बात का प्रमाण है। दरअसल भाजपा ने सोमवार को एक लिस्ट जारी की है जिसमें कांग्रेस नेताओं ने 80 बार प्रधानमंत्री मोदी को या तो गालियां दी हैं या अपशब्द का इस्तेमाल किया है।

12 नवंबर, 2022 को अहमदाबाद में गुजरात चुनाव के लिए घोषणा पत्र जारी करने के साथ कांग्रेस के नेताओं ने सारी मर्यादाएं लांघ दी थी । गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री ने प्रधानमंत्री के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल कर कहा कि इस चुनाव में उन्हें औकात दिखा देंगे। उन्होंने घोषणा पत्र जारी करने के दौरान नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नाम बदलकर सरदार पटेल करने का एलान करते हुए कहा कि इस चुनाव में उन्हें अपनी औकात दिख जाएगी।12 जून 2022 को झारखंड के कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहायन ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के विरोध में मंच से प्रधानमंत्री मोदी की तुलना हिटलर से की। उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री हिटलर के रास्ते पर चलेंगे तो वह हिटलर की मौत मरेंगे।13 जून, 2022 को महाराष्ट्र के नागपुर में आयोजित प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस की नागपुर इकाई के पूर्व अध्यक्ष शेख हुसैन ने प्रधानमंत्री मोदी को गाली दी और अपशब्दों का प्रयोग किया। शेख हुसैन ने कहा कि जैसे कुत्ते की मौत होती है, वैसे ही नरेन्द्र मोदी की मौत होगी। जब हुसैन यह आपत्तिजनक बयान दे रहे थे, उस समय कांग्रेस के कुछ नेता ताली बजा रहे थे।04 फरवरी, 2022 को महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष और विधायक नाना पटोले ने 16 जनवरी को भंडारा जिले में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि मैं मोदी को मार सकता हूं और उसे गाली भी दे सकता हूं। इस वीडियो के वायरल होने के बाद विवाद बढ़ गया। इस पर सफाई देते हुए पर नाना पटोले ने एक और विवादित बयान देते हुए कहा कि भंडारा जिले के ग्रामीणों से बातचीत के दौरान उन्होंने जिस मोदी का उल्लेख किया, वह प्रधानमंत्री ना होकर एक स्थानीय गुंडा है जिसे गिरफ्तार किया गया है।

14 दिसंबर, 2021 को भी मध्यप्रदेश के कांग्रेस नेता का एक विवादित बयान सामने आया था । मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री उमंग सिंघार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना राक्षस से की । उमंग सिंघार नें अपने ट्विटर पर प्रधानमंत्री मोदी के काशी दौरे का फोटो शेयर करते हुए लिखा कि सनातन धर्म के पुराणों में जितने भी विनाशकारी राक्षसों का वर्णन है, वे सभी भगवान शिव को ही प्रसन्न करने में लगे रहते थे।22 दिसंबर, 2020 को कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री पर विवादास्पद टिप्पणी की। उन्होंने उन्हें भारत के इतिहास का सबसे क्रूर प्रधानमंत्री बताया। रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि सूट-बूट वाले फकीर की आंखें कब खुलेंगी? मोदी जी, आप इतिहास के सबसे क्रूर प्रधानमंत्री साबित हुए हैं । आपकी सरकार के हाथ अन्नदाताओं के खून से सने हैं। जरा भी नैतिकता बची है तो तीनों काले कानून वापस लीजिए।

17 सितंबर, 2020 को कांग्रेस नेता और प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मर्यादा की सारी हद पार कर दीं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी । सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री मोदी की तुलना बंदर से करते हुए कहा कि अबकी बार-बंदर के हाथ में उस्तरा सरकार।18 जुलाई, 2020 को कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्तागौरव वल्लभ ने एक टीवी डिबेट के दौरान भाषा की सार मर्यादाएं तोड़ दी। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की तुलना कुख्यात अपराधी रंगा-बिल्ला से की।पश्चिम बंगाल के कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी अमर्यादित टिप्पणी के लिए जाने जाते हैं। 16 जनवरी, 2020 को अधीर रंजन चौधरी ने पश्‍चिम बंगाल के बशीरहाट में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा- ‘मुझे पाकिस्तानी कहकर बुलाया जाता है, आज मैं कहना चाहता हूं कि हां, मैं पाकिस्तानी हूं। आप जो करना चाहते हैं, वो कर सकते हैं ये देश नरेन्द्र मोदी, अमित शाह के बाप का नहीं है।’

14 जनवरी, 2022 दिल्ली के शाहीन बाग में सीएए आंदोलन कर रहे लोगों के समर्थन में पहुंचे विवादास्पद नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा कि ‘जो भी कुर्बानी देनी है उसके लिए मैं भी तैयार हूं । अब देखो कि किसका हाथ मजबूत है,हमारा या वो कातिल का’।09 जनवरी, 2020 को मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी को लेकर विवादित बयान देने की हद कर डी थी । उन्होंने कहा था कि पार्टी, रिश्तेदार तो छोड़िए बाप और दादा भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नहीं रहे। भोपाल में कांग्रेस सेवा दल के एक कार्यक्रम में तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि नरेन्द्र मोदी जी एक नाम बता दीजिए, जो आपकी पार्टी से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहा हो।07 जनवरी, 2020 को कांग्रेसी के दिवंगत नेता तरुण गोगोई ने विवादित बयान दिया था। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को हिंदू जिन्ना करार दिया। 18 दिसंबर, 2019 को कांग्रेस नेता और एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना जनरल डायर से की। प्रधानमंत्री मोदी का अपमान करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि देश के मुसलमानों को नरेन्द्र मोदी पर भरोसा नहीं हैं। ये लोग अंग्रेजों की फूट डालो राज करो की नीति पर देश पर राज करना चाहते हैं।15 अक्टूबर, 2019 को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को कुछ उद्योगपतियों का ‘भोंपू’ करार देते हुए कहा कि उनकी रणनीति एक जेबकतरे जैसी है जो चोरी से पहले लोगों का ध्यान बांट देता है। महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी अडाणी और अंबानी के भोंपू हैं।”24 जून, 2019 को लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री मोदी की तुलना गंदी नाली से की। धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान अधीर रंजन ने इंदिरा गांधी को मां गंगा बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी को गंदी नाली बता दिया।

पंजाब के कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने मध्य प्रदेश के इंदौर में एक बार फिर विवादित बयान दिया था । इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में एक सभा करते हुए नवजोत सिद्धू ने कहा था , ‘कांग्रेस वह पार्टी है जिसने देश को आजादी दिलाई। और तुम इंदौर वालों अब काले अंग्रेजों से इस देश को निजात दिलाओगे।’( खैर अब तो सिद्धू जेल में हैं )09 मई, 2019 को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘इनसे बड़ा कायर और कमजोर प्रधानमंत्री मैंने जिंदगी में नहीं देखा।’07 मई, 2019 को कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने प्रधानमंत्री मोदी को लेकर अभद्र टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी औरंगजेब के आधुनिक अवतार हैं। निरुपम ने कहा कि बनारस में कॉरिडोर के नाम पर सैकड़ों मंदिरों को तुड़वाया गया। उन्होंने कहा कि विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के नाम पर 550 रुपए की जो फीस लगाई गई है वे इस बात का सबूत है कि जो काम औरंगजेब नहीं कर पाया वे नरेन्द्र मोदी कर रहे हैं।07 मई, 2019 को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अंबाला से कांग्रेस की उम्मीदवार कुमारी शैलजा के समर्थन में आयोजित सभा में प्रधानमंत्री मोदी की तुलना दुर्योधन से कर दी। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की कविता का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि दुर्योधन में भी ऐसा ही अहंकार था। जब भगवान कृष्ण उसे समझाने गये तो उसने उन्हें बंधक बनाने का प्रयास किया। प्रियंका ने दिनकर की कविता का जिक्र कर कहा जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है।16 मार्च, 2019 को कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने 16 मार्च को टीवी बहस के दौरान प्रधानमंत्री मोदी को लेकर विवादित बयान दिया था । पवन खेड़ा ने प्रधानमंत्री मोदी की तुलना आतंकी मसूद अजहर, ओसामा बिन लादेन, दाऊद इब्राहिम और आईएसआई से कर दी थी। कांग्रेस प्रवक्ता खेड़ा ने टीवी बहस के दौरान कहा कि MODI का मतलब है मसूद अजहर, ओसामा, दाऊद और आईएसआई।25 जनवरी, 2019 को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने प्रधानमंत्री मोदी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री खुद बड़े-बड़े महलों में रहते हैं, लाखों के सूट पहनते हैं, लेकिन अपनी बुजुर्ग मां को छोटे से कमरे में रखते हैं। राशिद अल्वी ने यह भी कहा कि यदि 2019 में फिर मोदी प्रधानमंत्री बनते हैं तो भारत में लोकतंत्र खत्म हो जाएगा।10 जनवरी, 2019 को कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे प्रधानमंत्री मोदी की हिटलर से की है। शिंदे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एक तानाशाह की तरह बर्ताव कर रहे हैं।25 नवंबर, 2018 को गुजरात से विधायक जिग्नेश मेवाणी ने भी प्रधानमंत्री मोदी को अपशब्द कहे हैं। जिग्नेश मेवाणी ने ट्वीट कर कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी एक नालायक बेटे हैं, क्योंकि नोटबंदी को जस्टिफाई करने के लिए उन्होंने अपनी 90 साल की माता जी को लाइन में खड़ा कर दिया।22 नवंबर, 2018 को कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राज बब्बर ने 22 नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी की मां को लेकर विवादित बयान दिया। राज बब्बर ने इंदौर की एक चुनावी सभा में सारी हदों को पार करते हुए कहा कि आज डॉलर के सामने रुपया इतना गिर गया है कि प्रधानमंत्री मोदी की मां की उम्र के करीब पहुंचने लगा है।

25 नवंबर, 2018 को गुजरात से विधायक जिग्नेश मेवाणी ने गुरुवार, 25 अक्तूबर को पटना के गांधी मैदान में प्रधानमंत्री मोदी के लिए विवादित शब्दों का इस्तेमाल किया। पटना में एक रैली को संबोधित करते हुए जिग्नेश मेवानी ने 9 मिनट का भाषण दिया।

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