भूंकप प्रभावित राजस्थानी राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं से खुश
नई दिल्ली, 30 अप्रेल, 2015। राजस्थान सरकार द्वारा नेपाल में आये विनाशकारी भूकंप से प्रभावित लोगों की मदद के लिए किए जा रहे प्रयासों और उनके स्वदेश लौटने पर उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं एवं इंतजामों के लिए राज्य सरकार विशेष कर मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे के प्रति आभार एवं कृतज्ञता व्यक्त कर रहे है, नेपाल में फंसे अन्य लोगों के साथ प्रवासी राजस्थानी भी बड़ी संख्या में भारत लौट रहे है।
हनुमानगढ़ जिले के नोहर कस्बे के मूल निवासी श्री राजाराम कंदोई एवं सुजानगढ़ (जिला चुरू) के श्री चंद्र प्रकाश लाहोटी ने काठमांडू से नई दिल्ली लौटने के बाद राजस्थान हाउस में बताया कि उन्हे और उनके परिवार के सदस्यों को नया जीवन मिला है और मातृभूमि पर आकर वे काफी खुश है और संतोष की सांस ले रहे है।
उन्होनें नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा एवं राजस्थान हाउस में राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं पर खुशी व्यक्त की और अत्यन्त ही भावुक होते हुए नेपाल में भूकंप की दर्दनाक त्रासदी का वृतांत बताया और आप बीती सुनाई।
श्री कंदोई ने बताया कि वे पिछले करीब 30 वर्षो से काठमाडूं में व्यवसाय कर रहे है और सपरिवार वहीं रहते है। उन्होंने बताया कि नेपाल में भूकंप के झटके पहले भी आये, लेकिन इस बार का भूंकप बहुत ही विनाशकारी था और जान-माल एवं धन की बहुत अधिक क्षति हुई है। वे ईश्वर के भरोसे अपना घर-व्यवसाय आदि छोड़कर बाल-बच्चों परिवार के साथ स्वदेश लौट आये है और वहां सामान्य हालत होने पर ही वापस लौटेगें।
उन्होने नेपाल में भारतीय दूतावास में अधिक मेन पावर एवं साधन सुविधाएं और भारतीयों को नेपाल से भारत लाने के लिए एयर इंडिया के विमानों की संख्या बढ़ाने की जरूरत बताई।
श्री सी.पी. लाहौटी ने बताया कि नेपाल से सुरक्षित स्वदेश लौटने पर वे ईश्वर का धन्यवाद करते है और मानते है कि हम पर ‘‘जान बची तो लाखों पायें’’ की कहावत चरितार्थ हो रही है।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान सरकार द्वारा नेपाल से लौटने वाले राजस्थानियों को राजस्थान हाउस में ठहराने, खाने-पीने के साथ ही अनुग्रह राशि और राजस्थान रोडवेज की बसों से गन्तव्य स्थानों के निःशुल्क भेजने की व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्राी के निर्देश पर वरिष्ठ अधिकारियों के दो दल रोडवेज की बसे आदि भी नेपाल और सीमावर्ती गोरखपुर (उ.प्र.) भेजे गये है। साथ ही प्रदेश के चिकित्सकों एवं बड़ी मात्रा में राहत एवं खाद्य सामग्री भी भिजवाई गई है।