कोई बता सकता है कि “हिंदू मुस्लिम सिक्ख ईसाई आपस में सब भाई भाई” नारा किसने दिया था???*


〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️

यह नारा ही सम्पूर्ण हिंदुओं और सिक्ख पंथ में फूट कराने वाला है *क्योंकि हिंदू परिवार का बड़ा बेटा ही धर्म की रक्षा के लिए सिक्ख बनता था* कृपया इस पर गंभीरता से सोच कर अपने विचार प्रकट करें *…*…

ये तो समझ आता है कि हिंदू, मुस्लिम, ईसाई पर सिक्खों को तुमने कहाँ से अलग बना दिया? *सिक्खों को हमारी मूर्खता ने अलग बनाया मित्रों …*…

सिक्ख *वह सिक्ख पंथ को जिसे गुरु गोविन्द सिंह ने शुरू किया* उन्होंने कहा था *”सकल विश्व में खालसा पंथ गाजे*, *जगे धर्म हिंदू सकल भंड भाजे”* गुरु गोविन्द सिंह ने राम वंदना की है, गुरु गोविन्द सिंह ने चंडी चरित्र लिखा है, काली की उपासना की है, रामायण गुरुमुखी में लिखी *…*…

आज गुरु ग्रन्थ साहिब उठाकर पढ़ो, पन्ने पन्ने पर राम अंकित है *उस पंथ को किसने अलग बना दिया* भूल गये वो इतिहास पंजाब में नारे गूंजे है *”मुस्लिम सिक्ख भाई-भाई*, *हिन्दू कौम कहाँ से आई”* तब हमारे दिमाग के अंदर ये बात क्यों नहीं आई की किसने गुरु तेग बहादुर की गर्दन कटवाई???

दिल्ली का शीशगंज गुरुद्वारा वहाँ हम जाते है शीश झुकाते है, उसका नाम शीशगंज क्यों है? *क्योंकि वहाँ बैठकर गुरु तेग बहादुर की गर्दन कटी* जब औरंगजेब ने कहा था तुम इस्लाम स्वीकार करोगे तो तुम्हें छोड़ दिया जायेगा *लेकिन गुरु तेग बहादुर ने शीश दिया पर इस्लाम स्वीकार नहीं किया अपना धर्म नहीं त्यागा …*…

याद करें इतिहास अंगददेव तवे पर भून दिए गए, हमारे गुरु आरों से चीर दिए गए, आज मतिदास चौक बना हुआ है *आज लोग झगड़ रहे है मतिदास सिक्ख था या हिंदू* अरे कोई भी था हिंदू था, गुरु का शिष्य था *वो गुरु जो राम की वंदना करते थे* उस मतिदास को आरे से चीर दिया गया *मुगलों के कारण*, *इस्लाम के कारण*,*हमारा रक्तरंजित इतिहास है …*…

गुरुपुत्र जिन्हें सरहिंद में औरंगजेब ने खड़ा किया *और कहा इस्लाम स्वीकार करो* लेकिन नन्हें नन्हें उन बच्चों ने कहा हमें गुरु ग्रन्थ प्यारा है, हमें राम प्यारे है, हमें कृष्ण प्यारे है, यह भारत भूमि प्यारी है, हमें अपना हिंदू धर्म प्यारा है *वो बालक दीवारों में चुन दिए गए …*…

उन सिक्खों को आज इन नारों ने अलग बना दिया अंग्रेजों में लार्ड मैकाले हुआ था जिसने षड्यंत्र के तहत सिक्ख धर्म स्वीकार किया और गलत तरीके से सिक्खों का इतिहास लिखा *और बना दिया सिक्ख हिंदू तो अलग अलग है* मुस्लिम सिक्ख भाई भाई *तो बताओ गुरु तेग बहादुर की गर्दन किसने कटवाई* गुरु पुत्रों के लिए दीवार किसने चुनवायी *फिर भी नारा लगते है तो इससे बड़ी मूर्खता क्या होगी???*

Comment: