उगता भारत के जनरल मैनेजर तिवारी को मातृ शोक: महात्मा गांधी से सम्मानित होने वाली माताजी दुनिया से हुई विदा
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नोएडा (गोतम बुद्ध नगर)
भारत की आज़ादी के संघर्ष में जिस समय देश वासियों के दिलो दिमाग में अंग्रेजों के खौफ का साया मंडरा रहा था और जय हिन्द कहना भी एक अपराध था उस भयंकर समय में आजादी के दीवानों का समर्थन करना भी अपराध था। ऐसे भयंकर समय में आजादी के लिए संघर्ष करने वालोें को संरक्षण व सुरक्षा देने वाले अनाम देश प्रेमियों को लोग जानते भी नहीं है। पर उनके त्याग और बलिदान को भुलाया भी नहीं जा सकता।
ऐसे ही अनाम जीवन व्यतीत करने वाली महिलाओं में प्रमुख नाम है जनपद कानपुर देहात के ग्राम थनवापुर की महिला श्री मती अमरती देवी का । जिन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पद चिन्हों पर चलकर देश की आजादी के लिए संघर्ष करने वाले वीर योद्धाओं को शरण देकर खाना पानी आदि की व्यवस्था कर देश की आजादी में अपना अमूल्य योगदान दिया। जिस समय महात्मा गांधी कानपुर आये और उन्हें उक्त महिला के कार्यों की जानकारी मिली तो उन्होंने उक्त देश भक्त मात्र शक्ति को माला पहनाकर कर सम्मानित किया।
बताते चलें कि मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जनपद कानपुर देहात के ग्राम थनवापुर पुर निवासी हाल मुकाम नोएडा फेस टू भंगेल निवासी जनरल मेनेजर हिंदी दैनिक ‘उगता भारत’ के महाप्रबंधक व एसएमजी पब्लिक स्कूल के प्रबंधक एलएस तिवारी की 98 वर्षीय माता जी का निधन 8 मार्च को हो गया ।उनके निधन की खबर से तमाम पत्रकार साथियों में शोक की लहर दौड़ गई। और उनके निवास पर पहुंच कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए नमन किया।
शोक संवेदना व्यक्त करने वालों में पत्र के चेयरमैन श्री देवेंद्र सिंह आर्य के नेतृत्व में पत्र परिवार भी शोक संतप्त परिजनों से मिला। जिनके साथ पत्र के संपादक डॉ राकेश कुमार आर्य , सहसंपादक श्रीनिवास आर्य , कार्यालय प्रबंधक अजय आर्य भी थे । चेयरमैन श्री आर्य ने श्री तिवारी और उनके परिजनों को ढांढस बंधाया और पत्र परिवार की ओर से शोक संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति और सद्गति के लिए प्रार्थना की।

लेखक सुप्रसिद्ध इतिहासकार और भारत को समझो अभियान समिति के राष्ट्रीय प्रणेता है
