सुरक्षा के प्रति सतर्क भारत

यह अच्छी बात है कि भारत पहले से अधिक इस समय अपने राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति सतर्क है। अब कांग्रेस भी कह रही है कि पाकिस्तान को या किसी भी विदेशी शक्ति को भारत की एक इंच भूमि भी नही लेने देंगे। इसी सोच के साथ भारत ने इजराइल से ऐसे ड्रोन खरीदने की प्रक्रिया को तेज कर दिया है, जिन्हें हथियारों से लैस किया जा सकता हो और जिनकी सहायता से सेना विदेशी जमीन पर कम जोखिम के साथ हमला कर सके। यह जानकारी सैन्य सूत्रों ने दी है।

जब पाकिस्तान द्वारा अपनी जमीन में आतंकवादियों पर स्व-निर्मित ड्रोन से हमला किए जाने की खबरें समाचार पत्रों में रह-रहकर आ रही हों और अच्छी सुर्खियां बन रही हों, तब देश में ऐसी खबरों से बजाए नकारात्मक और निराशा का माहौल बनाने के देश के लोगों में आत्मविश्वास और उत्साह का माहौल बनाना सरकार का विशेष दायित्व होता है, तब ऐसी खबर का विशेष महत्व है।

न्यूक्लियर हथियारों से लैस भारत और पाकिस्तान के बीच नया मोर्चा खुलने की संभावना बढ़ गई है। गौरतलब है कि दोनों देशों के बीच कश्मीर मुद्दे को लेकर हमेशा संघर्ष की स्थिति बनी रहती है और इसकी वजह से दो बार युद्ध भी हो चुका है। इजराइली हेरॉन खरीदने की योजना पहली बार तीन साल पहले बनाई गई थी, लेकिन सूत्रों के अनुसार भारतीय सेना ने जनवरी में सरकार को इनकी डिलिवरी में तेजी लाने के लिए पत्र लिखा था। सेना ने ऐसा पाकिस्तान और चीन द्वारा अपनी ड्रोन संबंधी युद्ध क्षमताओं में बढ़ोतरी को देखते हुए किया।

इस माह की शुरुआत में ही सरकार ने एयर फोर्स के उस अनुरोध को मान लिया, जिसमें उसने इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज से लगभग 2,620 करोड़ की लागत पर 10 हेरॉन ड्रोन खरीदने का अुनरोध किया था। सारी तैयारी स्वागत योग्य है।

देवेन्द्रसिंह आर्य

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