प्रो.बलराज मधोक के साथ न्याय नहीं हुआ- अनिल आर्य


102 वी जयंती पर प्रो.बलराज मधोक को किया नमन

शुक्रवार 25 फरवरी 2022, केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान भारतीय जनसंघ के संस्थापक प्रो.बलराज मधोक के 102 वे जन्मदिन पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया ।उल्लेखनीय है कि आपका जन्म 25 फरवरी 1920 को बलूचिस्तान में हुआ था ।

केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि प्रो.मधोक हिन्दुत्व की राजनीति के जनक थे,उन्होंने भारतीय जनसंघ की स्थापना डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के साथ मिलकर अक्टूबर 1951 में की पर 1954 डॉ मुखर्जी के निधन के पश्चात उन्होंने पूरी बागडोर संभाल कर आगे बढ़ाया । इतिहास में प्रो. मधोक के साथ न्याय नहीं हुआ व भारतीय जनता पार्टी की मूल जनसंघ ने भी उनका मूल्यांकन नहीं किया । अटल जी से मतभेद के चलते उन्हें लालकृष्ण आडवाणी की अध्यक्षता में निष्कासित किया गया । आप हिन्दुत्व की राजनीति के पक्षधर रहे व गौहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग दोहराई । 1968 में ही उन्होंने अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण की बात रखी बदले में मुसलमानों को मस्जिद का प्रस्ताव रखा था । आप भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष व दो बार सांसद भी रहे । कश्मीर को बचाने के लिए भी कई महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । आज प्रो.मधोक को स्मरण करने का अर्थ है हिन्दुत्व की राजनीति को आगे बढ़ाया जाए ।

राष्ट्रीय मंत्री प्रवीन आर्य ने कहा कि प्रो. मधोक स्वाभिमानी थे समझौता वादी नहीं थे । आपने अनेको पुस्तकें लिखी । आपने भारत विभाजन का दर्द झेला व 1947 में कश्मीर में संघ के प्रचारक थे । ढोंढा कश्मीर में 36 हिन्दुओं की हत्या के विरुद्ध केंद्रीय आर्य युवक परिषद की आक्रोश सभा में भी आपने अपने ओजस्वी विचार रखे थे । आप “वीर अर्जुन” के संपादक भी रहे ।

गायिका प्रवीना ठक्कर, पिंकी आर्या,दीप्ति सपरा, रजनी गर्ग,रजनी चुघ,श्रुति सेतिया, सुदेश आर्या,धर्मपाल आर्य, कुसुम भंड़ारी, रविन्द्र गुप्ता आदि ने गीत प्रस्तुत किये ।

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