भारतीय इतिहास पुनर्लेखन समिति की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी आगामी 29 फरवरी को नई दिल्ली में

जमशेदपुर । ( विशेष संवाददाता ) भारतीय इतिहास पुनर्लेखन समिति की आमसभा एवं प्रथम कोर कमेटी की बैठक आगामी 29 फरवरी 2020 ( शनिवार ) को अपराह्न 3:00 बजे से सन्ध्या 6:00 बजे तक नई दिल्ली के श्री विश्वकर्मा मंदिर भवन , नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास , पहाड़गंज में होनी सुनिश्चित हुई है ।

इस संबंध में जानकारी देते हुए समिति के राष्ट्रीय संयोजक धर्म चन्द्र पोद्दार ने बताया कि समिति की यह बैठक बहुत अहम है , क्योंकि इसमें समिति की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का विधिवत गठन भी किया जाना है।

श्री पोद्दार ने बताया कि इसके लिए जोर-शोर से तैयारियां नई दिल्ली में की जा रही है । इस आम सभा में समिति के गठन एवं भविष्य की योजनाओं पर गंभीर चिंतन मंथन होगा । ‘उगता भारत’ के साथ एक विशेष बातचीत में श्री पोद्दार ने कहा कि राष्ट्रीय इतिहास का गौरवमई ढंग से फिर से लिखा जाना समय की आवश्यकता है । जिससे कि भारत की युवा पीढ़ी के भीतर अपने इतिहास को जागृत किया जा सके और वह भारतीय इतिहास के पुनर्लेखन पर अपने महान दायित्व का निर्वहन कर सके । इस पर और भारतवर्ष में एक वैचारिक क्रांति का सूत्रपात करने में अपनी सहभागिता सुनिश्चित किए जाने पर भी निर्णय लिए जा सकेंगे ।

श्री पोद्दार ने बताया कि इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए मेरठ , प्रयागराज , बस्ती , कासगंज , बिजनौर , संभल , गाजियाबाद , दादरी , अनूपशहर , नोएडा , ग्रेटर नोएडा , गौतम बुद्ध नगर , बागपत , सहारनपुर ( यूपी ) , मुंबई ( महाराष्ट्र ) , लखीसराय ( बिहार ) , सरायकेला – खरसावां , जमशेदपुर ( झारखंड ) , श्रीनगरगढ़वाल ( उत्तराखंड ) , नई दिल्ली , गुरुग्राम ( हरियाणा ) इत्यादि स्थानों से अनेक प्रतिनिधि भाग लें रहे है ।

उन्होंने कहा कि जमशेदपुर से भी उन के अलावा श्री गिरधारी लाल देबूका जी , श्री राजेंद्र कुमार अग्रवाल जी एवं श्री अजीत सिंह जी शीघ्र ही नई दिल्ली के लिए प्रस्थान कर रहे हैं ।

श्री पोद्दार ने कहा कि समिति का मानना है कि देश के भीतर वैचारिक क्रांति का सूत्रपात कर देश जागरण के काम को आगे बढ़ाया जाए । इसके लिए समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राकेश कुमार आर्य सहित मास्को से पहुंच रहे डॉ उमेश चंद्र उपाध्याय और राजस्थान से श्री जयेन्द्र सहित कई विद्वानों के विचार हम को सुनने को मिलेंगे ।

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