उड़ते-उड़ते जाती है,
बच्चों के चेहरों पर खुशी लाती है,
लहलहाते खेतों पर,
तितली मुस्कुराते हुए उड़ जाती है।
चेहरों पर खुशी लाकर,
फूलों को अपने पंखों से सजाकर,
खुशी देते हुए आसमान में,
तितली मुस्कुराते हुए उड़ जाती है।
अपनी जिंदगी को गवांकर,
दूसरों के चेहरों पर खुशियॉ लाकर,
खुले पन्ने की तरह,
तितली आसमान में मुस्कुराते हुए उड़ जाती है।

Comment: