क्रांतिकारी युग की तो शरुआत हो चुकी है

✍️मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री”

भ्रष्टाचार की “शराब” में आकंठ तक डूबी आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल की ED द्वारा हुई गिरफ्तारी के बाद, समाजवादी पार्टी के मुखिया श्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए X-प्लेटफार्म पर लिखा- “यह गिरफ़्तारी एक नई जनक्रांति को जन्म देगी”

सच पूछिए तो इस देश में “जनक्रांति युग” की नींव तो 2014 में यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के उस बयान से ही रखी गई थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि- “न खाऊंगा और न ही खाने दूंगा”. भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लगभग अपने हर भाषण में पूरी दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ यही दोहराया है कि – “किसी भी भ्रष्टाचारी को छोड़ा नहीं जाएगा”

श्री मोदी के इसी बयान को जनता अब धरातल पर अक्षरशः सत्य होता देख रही है। उधर उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने – “गुंडाराज को समाप्त करने का बीड़ा उठा रखा है”.

अर्थात कुल मिलाकर भाजपा ने भारत से “भ्रष्टाचार और आतंकवाद को जड़ से मिटाने का अभियान पूरी दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ आरम्भ कर दिया है”.

यही कारण है कि वह प्रत्येक व्यक्ति जो 2014 से पहले भ्रष्टाचार अथवा आतंक का पर्याय बना हुआ था, वह अब डरा-सहमा दिखाई दे रहा है।

मोदी-योगी के राज में हर भ्रष्टाचारी औऱ आतंकी के “बुरे दिन” शुरू हो चुके हैं। अलबत्ता जनता-जनार्दन के “अच्छे दिन” आने वाले हैं।
शायद यही सच्ची “जनक्रांति” है।

✍️समाचार सम्पादक, हिंदी समाचार-पत्र,
उगता भारत

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