शिवाजी मैदान से हटा बाला साहेब का स्मारक

शिवसेना प्रमुख बाला साहेब के अंतिम संस्कार के एक महीने बाद उनके अस्थाई स्मारक को शिवाजी मैदान से आज सुबह हटा लिया गया। शिवसैनिकों से इस स्मारक को हटाने की कार्रवाई देर रात करीब एक बजे शुरू की और लगभग तीन घंटे में बाला साहेब की अंतिमसंस्कार की जगह को खाली कर दिया गया। इस दौरान मुम्बई सीटी के मेयर सुनिल प्रभु और शिवसेना के वरिष्ठ नेता सुभाष देसाई वहां मौजूद थे। स्मारक को हटाने के बाद भी अभी यह तय नहीं हुआ है कि बाला साहेब का स्मारक कहां बनेगा।
स्मारक के हटने का जानकारी देते हुए शिवसेना नेता राहुल शेवाले ने कहा कि हां आज तड़के सुबह बाला साहेब के स्मारक को अन्य चीजों के साथ हटा लिया गया है और उस जगह को खाली कर दिया गया है। बाला साहेब के स्मारक की अगली जगह के विषय में उन्होंने कहा कि इसका फैसला जल्द लिया जाएगा कि उनका स्मारक कहां बनेगा। स्मारक हटाने के दौरान मीडिया को वहां से दूर रखा गया था।
स्मारक को हटाने की बात पिछले गुरुवार को शिवसेना के मुखपत्र सामना में कही गई थी। उसमें पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा था कि शिवसेना प्रमुख का स्मारक मौजूदा जगह से हटाकर मैदान में थोड़ी दूर छत्रपति शिवाजी की मूर्ति के पास ले जाया जाएगा। इसको शिवसैनिक ही अंजाम देंगे जो बाला साहेब की ताकत थे। शिवाजी मैदान को केवल एक दिन बाल ठाकरे के अंतिम संस्कार के लिए दिया गया था लेकिन उनके दाहसंस्कार के बाद वहां उनका एक स्मारक बना दिया गया था।
पहले शिवसेना स्मारक को हटाने के बिल्कुल खिलाफ थी। उनकी मांग थी कि वहीं उनकी समाधि बनाई जाए। प्रशासन स्मारक को जबरन न तोड़े इसके लिए वहां शिवसैनिक दिन-रात पहरा भी देते थे। इसके बाद बीएमसी ने मुम्बई सीटी के मेयर सुनिल प्रभु और शिवसेना सांसद संजय राउत को नोटिस भेज कर स्मारक हटाने की बात कही। बीएमसी के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने भी स्मारक के गैरकानूनी बताया था और कहा था कि मैदान इसलिए दिया गया था क्योंकि लाखों लोग जो दाहसंस्कार में भाग लेंगे वह मैदान में आसानी से समा सके। बाला साहेब की पिछले महीने 17 नवंबर को मृत्यु हुई थी। उसके अगले यानी ठीक आज ही के दिन उनको शिवाजी मैदान में मुखाग्नि दी गई थी।

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