देश का बहुसंख्यक समाज और देश की चुनौतियां

 

  🔥जागो भारत जागो🔥
         सभी भारतवासियों को मेरा प्रणाम हम सभी आने वाले भविष्य के लिए बहुत चिंतित है. कुछ अगम्य डर से हमारे दिमाग में बेचैनी सता रही है अगल बगल के देश में और अंदरूनी हालत देखकर आने वाला भविष्य हमारे लिए धुंधला दिख रहा है कुछ हमारी भी कमियां हमारी नजर में आ रही है भारत भर में चारों और कहीं न कहीं खतरे की घंटी का एलार्म बज रही है हम आलस्य और बेदरकारी की गहरी नींद में हम सोये जा रहे हैं चारों और हमारे सनातन धर्म के दुश्मन लुच्चे भेड़िये की तरह मिलकर संगठित होते जा रहे हैं और हम सब आपस में से विघटित होते जा रहे हैं हमारे बच्चे विधर्मी यों की अंग्रेजी शिक्षा द्वारा कॉन्वेंट स्कूल में जाकर अपने अपने सनातनीय परम्पराओं और सनातनीय मूल्यों से विमुख होते जा रहे हैं टीवी मीडिया और पाकिस्तानी परस्त फिल्मी भांड द्द्वारा हमारा संस्कार और सनातन संस्कृति को लगातार हानि पहुंचाते जा रहा है हमारे बच्चों की मानसिकता विकृत करते जा रहा है हमारी रहन-सहन हमारी सोच स्व केंद्रित और स्वार्थ केंद्रित होती जा रही है हमारे कुटुंब तुटते जा रहा है हमारा समाज असंगठित होता जा रहा है हमारा संस्कार छिन्नभिन्न होते जा रहा है हमारे में दूरदर्शिता का भयंकर अभाव बढ़ता जा रहा है हमारा दुश्मन पूरी प्लानिंग के साथ एक एक करके सोची-समझी रणनीति को आगे बढ़ाए जा रहा है मस्जिदों और चर्चो  में जबरदस्त संख्या बढ़ती जा रही हैं वहां पर सनातन संस्कृति के ऊपर हमला करने का प्रशिक्षण और जिहादी वक्तव्य द्वारा लोगो को उकसाया जा रहा है हमारी आबादी कम होती जा रही है हमारे विघटन वादी आतंकी मानसिकता वाला दुश्मन अधिक से अधिक बच्चे को पैदा करने का प्रोत्साहन दिया जा रहा है दुश्मन दिन दोगुना रात चौगुना होता जा रहा है हमारा हर एक धंधा रोजगार हमारा सनातनी विचारधारा के दुश्मनो ने अपने हाथों में एक-एक करके हमारे हाथों से ही छीना जा रहा है जाने अनजाने में ऑनलाइन खरीद के हम बेरोजगार होने की कगार में चले जा चुके हैं. चलते जा रहे हैं  आने वाले दिनों के लिए हमारी सुरक्षा हमारी आत्मरक्षा हमारे परंपरागत सात्विक मूल्यों को कैसे भी करके हमे बचाना होगा यही हमारी सभी सनातनी भाइयों बहनों को प्राथमिकता होगी और होनी चाहिए
   पिछले 30 सालों में हमें पता ही नहीं चला कि कब और कैसे हमारी “भाषा” हमारा “भूषण” हमारा “भोजन” और हमारा “भैषज” और हमारा “भजन” कब बदल गया हमें मालूम ही नहीं पड़ा और बिल्कुल वैसे ही गाय और बैल एक-एक करके भारत भर में से कैसे नामशेष होने की कगार पर आ गया हमको खयाल ही ना रहा. कब गाय की जगह पर जर्सी जानवर फिट हो गया मालूम ही नहीं पड़ा
    बस यही हाल आने वाले 30 सालो में हमारा सनातन हिंदू धर्म का हाल होने जा रहा है यदि हम गहरी नींद में सोते ही रहेंगे तो
   जिसको हम सनातन के रखवाले समझते थे वह आज निष्क्रिय और विमुख होते जा रहा है और हो चुका है आजकल विश्व हिंदू परिषद का भारत भर में कोई अस्तित्व ही कहीं दिख नहीं रहा है बजरंग दल सिर्फ नाम का रहा है और शिवसेना विधर्मी ओ का खिलौना बन चुकी है विधर्मी यों  की संरक्षक बन चुकी है पूरी पार्टी ने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया है भाजपा ने पूरी बहुमत के साथ दिल्ली की राजगद्दी पर सत्ताधिश होते हुए भी परदेसियों के दबाव में विवश होकर बंगाल केरला आंध्र ओडिशा राजस्थान हरियाणा कहीं पर भी सनातन हिंदू मत्तावलंबी ओ को सुरक्षा और संरक्षण देने में नाकामयाब साबित हुई है हो रही है और “सबका साथ सबका विकास” के गांधीवादी चक्कर में खुद सरकार फस चुकी है इसी विषम अवस्था में आज की सबसे बड़ी और सबसे अहम जरूरीयात हमारी सुरक्षा हम खुद को ही करनी होगी
  इसीलिए हम सभी चिंतित भारतीय लोगों को मिलकर और सक्रिय होकर एक संघ शक्ति को जागृत करने की घड़ी आ चुकी है इसीलिए “सनातन शक्ति संगठन” का तुरंत सक्रिय सदस्य हम सबको बनना चाहिए चाहे हम देश के कोई भी कोने में रहते हो या दुनिया के कोई भी देश में बसते हो हमें पक्ष और विपक्ष के चक्कर में पड़े बगैर हमें अपना अपना मत मान्यता और पंथ,संप्रदाय को गौण समझकर हम अपनी ज्ञाति जाति प्रजाति समाज को समान समझ कर  हम सरकारी संरक्षण की आशा छोड़कर हमारे सनातन मूल्यों की रक्षा के लिये जी जान लगाकर अपने आप को “सनातन शक्ति संगठन” का प्रथम लड़ायक सैनिक बनाना ही होगा हम जहां पर भी हो हम जिस क्षेत्र में हो कोई भी छोटे या बड़ा धंधा रोजगार में हो या हम कोई भी सर्विस सेक्टर में हो या हमारी सर्विस करते हो हमें लगातार हमारा लक्ष्य निर्धारित करना ही होगा हम चाहे कस्टमर हो या हम चाहे प्रोड्यूसर हो हम चाहे डॉक्टर हो या हम चाहे मरीज हो हर पल हमको अपने सनातनी मूल्यों के दुश्मनों की व्यूह रचना सामने रखनी ही होगी हर जगह पर किसी न किसी रूप में दुश्मन को उनके धंधा रोजगार आमदनी से दूरी बनाकर रखना ही होगा तब दुश्मन निर्बल होगा हमें संगठित बनकर सबल बनना होगा हमें हमारे सनातन धर्म के लिए उन तमाम विधर्मी और विध्वंसक दुश्मनों का “बॉयकॉट” करके जीना सीखना ही होगा और हमें हमारे सनातन धर्म के लिए सब कुछ न्योछावर करके जीना सीखना होगा और धर्म रक्षा के लिए मरना भी सीखना होगा तब ही हम आने वाले भविष्य में होने वाली भयंकर दुर्घटनाओं से बच पाएंगे हमारी संस्कृति बचा पाएंगे और आने वाले समय में संभावित आतंकवादी अधर्मियो के साथ आंतरयुद्ध में लड़ पाएंगे
  आज से हम सभी “सनातनीय भारतीय” मिलकर सामूहिक प्रतिज्ञा लेते हैं की……..
(1) मैं ब्राह्मण हु मुझे ब्राह्मण वर्ण में जन्म होने का कूल गौरव है मैं मानता हूं की हमारी सबसे पहली फर्ज है कि हमारा ब्राह्मण समाज  के साथ तीनों वर्ण को पूरा मान सम्मान और आदर  से सुशिक्षित सुसंस्कारीत बनाकर वैदिक सनातन एवं सांस्कृतिक  मूल्यों को प्रज्वलित रखकर परंपरागत शास्त्रोक्त धर्मरक्षा करने की और सभी भारतीयों को धर्माभीमुख रखने का बनाने का जी जान से प्रयास करूंगा हमारे लिए यही ईश्वरदत्त वर्णगत कर्म मोक्षदाई है🙏 हमारा पूरा ब्राह्मण समाज भगवान विष्णु स्वरूप का सनातन विराट पुरुष का ही अभिन्न अंग है और मै समझता हूं हमारे लिए तीनों वरण के समाज  के लोगो वंदनीय है अभीनंदनीय और आदरणीय है. हमारा मत, मान्यता और पंथ कुछ भी अलग हो सकता है लेकिन हमारा धर्म तो सिर्फ और सिर्फ “सनातन धर्म” ही है. हमारा अस्तित्व आप सभी से ही है. हम सब सनातनी एक हैं. हम सब समान है हमें सबसे सन्नमान है हम सब भारतीय एक हैं

(2) मैं क्षत्रिय जरूर हु ,मुझे क्षत्रिय वर्ण में जन्म होने का कुल गौरव है. मैं मानता हूं कि हमारी सबसे पहली फर्ज है कि हमारे समाज के साथ बाकी तीनों वर्ण के साथ पूरा मान सम्मान और आदर के साथ सब को विधर्मीओसे सुरक्षित रखकर पूरे सनातनी हिंदू समाज की धर्मरक्षा करना मेरी पहली फर्ज होग्गी और है.  हमारा मत, मान्यता और पंथ अलग हो सकता है लेकिन हमारा धर्म एकमात्र सनातन धर्म ही है तीनो समाज और परंपरागत हम हमारे अपने सनातन धर्म की रक्षा करने के लिए हम सब मिलकर जी जान लगाकर  हमारे पुरखों की तरह अपनी जान न्योछावर करके आत्म बलिदान देकर भी सब को सुरक्षा प्रदान करेंगे हमारे लिए यही ईश्वरदत्त वर्णगत कर्म मोक्षदाई है 🙏
हम सभी क्षत्रिय समाज सनातन धर्म के भगवान विष्णु स्वरूप विराट पुरुष के अभिन्न अंग है हमारी भुजाओ का बल आप तीनों वर्ण के लोग ही है हम सब सनातनी एक हैं. हम सब भारतीय एक है
(3) मैं वैश्य हूं मुझे वैश्य वर्ण में जन्म होने का कुल गौरव है मैं मानता हूं कि हमारी सबसे पहली फर्ज है कि हमारा समाज के साथ तीनों वर्ण के समाज को मान सम्मान के साथ जीवन जीने की तमाम जरूरीयाते और आपूर्ति हम निष्ठा और न्याय पूर्ण और धर्म के आधार पर सेवा और पुजा की भावना से करेंगे हमारे लिए यही ईश्वरदत्त वर्णगत कर्म मोक्षदायी है 🙏हमारा मत, मान्यता और पंथ चाहे कुछ भी अलग हो सकता है लेकिन हमारा धर्म सनातन धर्म ही है हम हमारा अपना सनातन धर्म की रक्षा के लिए हम सब मिलकर जी जान लगाकर प्रयास करेंगे धर्म विरोधियों से लड़ते रहेंगे हम सभी वैश्य समाज सनातन धर्म के विराट पुरुष का ही अभिन्न अंग है आप सभी हमारा वैभव हो आपके ही सुख में हमारा सुख समाहित है हम सब सनातनी एक हैं. हम सब भारतीय एक हैं.
(4) मैं शुद्र हूं मुझे शूद्र वर्ण में जन्म  होने का कूल गौरव है मैं मानता हूं कि हमारी सबसे पहली फर्ज है हमारा समाज के साथ तीनों वर्ण के लोगों की जीवन आवश्यक तमाम सुख सेवा सर्विस प्रदान करके पूरे समाज को सुख सुविधा देकर सेवा प्रदान करने का हमारा जीवन मंत्र होगा और है हमारे लिए यही ईश्वरदत्त वर्णगत कर्म मोक्षदाई है🙏 हमारा मत मान्यता और पंथ चाहे कुछ भी अलग हो सकता है लेकिन हमारा धर्म एकमात्र “सनातन धर्म” ही है हम हमारा अपना सनातन धर्म रक्षा के लिए जी जान से प्रयास करूंगा हमारा शुद्र समाज सनातन भगवान विष्णु का ही विराट पुरुष स्वरूप का अभिन्न अंग है हम सब सनातनी एक है हम सब भारतीय एक हैं.
     हम चारों वर्ण के लोग भारतीय है और हम सभी लोग मां भारती की सनातन शक्ति संगठन का अभिन्न अंग है हम चारों एक दूजे की भलाई के अपने-अपने वर्ण धर्म मर्यादाओं का पालन करते करते मोक्ष पाने के लिए और एक दूसरे की सेवा के लिए एक दूसरे का हित चिंतन करने के लिए तत्पर और कटिबद्ध है हम अपना सनातन धर्म की रक्षा के लिए “जी जान” से प्रयास करेंगे हम सब “एक समान”  है हमे “सबसे सन्नमान  है” हम सब सनातनी एक हैं. हम सब ही सच्चे भारतीय है🙏
सनातन शक्ति संघटन का सक्रिय सदस्य बनने के लिए 6358882222 व्हाट्सएप कॉल करिए
सनातन धर्म की जय हो…
अधर्म और अधर्मीओ का समूल नाश हो…
प्राणियों में आपसी विश्वास हो….
मानव मानव में सद्भाव हो….
पूरे विश्व का कल्याण हो….
सनातन शक्ति संगठन की जय हो…
संयोजक :- दुर्लभ गोरिया 9824501608
वंदे भारत मातरम….🙏

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