उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थानम लखनऊ की ओर से : आर्य समाज delta-1 में 3 महीने के योग प्रशिक्षण का हुआ शुभारंभ

, ग्रेटर नोएडा । (संवाददाता ) यहां स्थित आर्य समाज delta-1 में उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थानम ( भाषा विभाग उत्तर प्रदेश शासन द्वारा संचालित ) की ओर से आगामी 3 माह के लिए योग प्रशिक्षण का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर पूर्व कमिश्नर रहे डॉ आर एस गहरवार ने कहा कि गीता में समत्वम योग उच्यते कहकर योग की महिमा का वर्णन किया गया है। इसके अतिरिक्त पतंजलि और दूसरे योगाचार्यों ने भी योग के महत्व पर प्रकाश डाला है। उन्होंने कहा कि आज की तनाव भरी भागमभाग की जिंदगी में योग हमारे लिए बहुत उपयोगी है ।जिसे अपनाया जाना आवश्यक है।

कार्यक्रम में उपस्थित रहे डॉ राकेश कुमार आर्य ने कहा कि योग भारत की प्राचीन परंपरा है । जिसने भारत को विश्व गुरु बनाने में अग्रणी भूमिका का निर्वाह किया । उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से भी इस दिशा में विशेष प्रयास किए जा रहे हैं जो कि एक स्वागत योग्य कदम है। श्री आर्य ने कहा कि हम आज भी विश्व का मार्गदर्शन योग की परंपरा से कर सकते हैं । श्री आर्य ने कहा कि हमारे भारतवर्ष में प्राचीन काल में ऋषि मुनि लोग जीवन को लंबा , स्वस्थ और निरोगबना पाते थे कि वे योग में विश्वास रखते थे ।

आर्य समाज के प्रधान विपिन आर्य ने इस अवसर पर कहा कि यह हमारे लिए सौभाग्य का विषय है महर्षि दयानंद के ऋण से उऋण होने के लिए इस पवित्र संस्था के माध्यम से सब मिलकर बेहतर कार्य करने का प्रयास कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि भविष्य में भी ऐसे कार्य करने का प्रयास करते रहेंगे जिनसे जन स्वास्थ्य अच्छा हो सकता है।

तोरण सिंह आर्य ने इस अवसर पर कहा कि भारत को सही संदर्भ में समझने के लिए उसकी योग परंपरा को समझना अनिवार्य है । जबकि देवेंद्र गांधी ने कार्यक्रम की सफलता की कामना करते हुए कहा कि योग ही आज के समय में संसार और समाज को स्वस्थ रख सकता है । जिसे आज का चिकित्सा विज्ञान भी मान चुका है । इसलिए यौगिक क्षेत्र में हमें विशेष कार्य करने की आवश्यकता है।

योग शिविर के बारे में योग प्रशिक्षक रवि शास्त्री ने अपने विचार व्यक्त किए और बताया कि वह आगामी 3 माह में लोगों को ‘करो योग रहो निरोग ‘ सूत्र के माध्यम से स्वस्थ रहने के गुर सिखाएंगे और बताएंगे कि किस प्रकार योग हमारे स्वस्थ जीवन के लिए लाभप्रद हो सकता है।

इस अवसर पर श्रीमती सीमा पाटिल , डॉ विपिन राजावत , पूर्णिमा राजावत , उपवेद आर्य , शकुंतला आर्या , जितिन आर्य , प्रशान्त आर्य , विनय आर्य , श्रीमती सविता आर्या , जितेन्द्र आर्य सहित अनेकों कार्य जन उपस्थित थे।

Comment: