जेएनयू जाने से दीपिका के फिल्म के साथ विज्ञापनों को भी तगड़ा झटका

आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार

फ़िल्म ‘छपाक’ के प्रमोशन के लिए पब्लिसिटी स्टंट के चक्कर में जेएनयू जाने वाली दीपिका पादुकोण को बॉक्स ऑफिस पर तगड़ा झटका तो लगा ही है, साथ ही उनकी ब्रांड वैल्यू को भी चोट पहुँची है। दीपिका पादुकोण जिन ब्रांड्स का प्रचार करती हैं, उनकी विजिबिलिटी में कमी आई है। वामपंथियों के सरकार-विरोधी प्रदर्शन में जाकर फोटो क्लिक करवाने वाली दीपिका फ़िलहाल देश की सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली अभिनेत्रियों में से एक हैं। ब्रांड्स के विज्ञापन के लिए रुपए लेने के मामले में उनकी सीधी टक्कर कंगना रनौत, प्रियंका चोपड़ा और करीना कपूर ख़ान और श्रद्धा कपूर से है।

दीपिका पादुकोण को लेकर सभी बड़े ब्रांड्स अब सेफ खेल रहे हैं। कई ब्रांड्स ने ऐसा कहा है कि वो दीपिका वाले प्रचार वीडियोज को कम दिखा रहे हैं। वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि भविष्य में भी ‘ब्रांड दीपिका’ पर असर पड़ सकता है क्योंकि कलाकार या खिलाड़ी जो राजनीतिक रूप से सक्रिय रहते हैं, उनसे अधिकतर कम्पनियाँ दूरी ही बना कर रखती हैं। उन्हें लगता है कि इससे फालतू की कंट्रोवर्सी हो सकती है। दीपिका अपनी फ़िल्म की रिलीज से 3 दिन पहले जेएनयू गई थीं। वहाँ वामपंथी नेता कन्हैया कुमार और जेएनयू छात्र संगठन की अध्यक्ष आईसी घोष भी उपस्थित थीं।

फ़िलहाल दीपिका पादुकोण के हाथ में 23 ब्रांड हैं, जिनमें तनिष्क, विस्तारा एयरलाइन्स, गुड डे बिस्किट्स, एक्सिस बैंक और लक्स साबुन जैसे बड़े ब्रांड्स व प्रोडक्ट्स के एड हैं। अब उनके एड की विजिबिलिटी कम की जा रही है। ऐसा उस अभिनेत्री के साथ हो रहा है, जिन्हें 2019 में प्रतिदिन 11 घंटे टीवी स्पेस मिला। कहा जाता है कि वो प्रति फ़िल्म 10 करोड़ रुपए और प्रति विज्ञापन 8 करोड़ रुपए लेती हैं। एक बड़े ब्रांड के मैनेजर ने कहा कि वो अपनी कम्पनी से जुड़े सेलेब्रिटीज को राजनीति से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं।

वहीं कुछ ब्रांड्स के मैनेजरों का कहना है कि कुछ दिनों बाद लोग इस मुद्दे को भूल जाएँगे और सब ठीक हो जाएगा। महेश भट्ट और सोनम कपूर जैसी फ़िल्मी हस्तियों ने दीपिका पादुकोण का समर्थन किया है। इससे पहले आमिर ख़ान के साथ भी ऐसा हुआ है, जब उन्होंने अपनी पत्नी किरण के हवाले से देश छोड़ने की बात कही थी। तब ई-कॉमर्स कम्पनी स्नैपडील ने उन्हें अपने विज्ञापनों से बाहर का रास्ता दिखा दिया था।

Comment: