आजकल जो कट्टरवादी मुस्लिम जिहाद के नाम पर भारत के विरुद्ध आतंक फैलाते रहते हैं ,और इसी काम को जन्नत में जाने का तरीका समझने की भूल कर रहे हैं .उनको शायद यह बात पता नहीं है ,कि यदि वह किसी तरह जन्नत में भी घुस जायेंगे तो उनको अल्लाह जो शराब पिलाएगा ,उसमें जिन मसालों का प्रयोग किया जायेगा , वह भारत से ही मंगवाए जायेंगे .क्योंकि वह भारत में ही पैदा होते हैं .लगता है कि या तो अल्लाह कुछ साल भारत में रहा होगा या फिर उसको भारत के सुगन्धित और गुणकारी मसालों का स्वाद इतना पसंद आगया होगा कि कुरान में भी मसालों की तारीफ़ कर डाली .लेकिन बड़े आश्चर्य की बात है कि अल्लाह उन भारतीय सुगंधत द्रव्यों का प्रयोग किसी दवा ,या किसी धार्मिक अनुष्ठानों में प्रयोग नहीं करेगा बल्कि उस शराब बनाने में करेगा . जिस से मुसलमान नफ़रत करते हैं .चाहे कोई इस बात को नहीं जनता हो , परन्तु यह बात पूर्णतयः सत्य है ,इस लेख में इसके प्रमाण दिए जा रहे हैं ,
पाकितान के अखबार डेली टाइम्स ( Daily Times ) दिनांक 1 अगस्त 2004 , के अनुसार इस्लाम के विद्वान् और कई भाषाओँ के जानकर “सय्यद सुलेमान नदवी ” ने एक पुस्तक लिखी है जिसका नाम ” अरब ओ हिन्द के ताल्लुकात ” है .और यह किताब ” मशाल बुक्स ” ने प्रकाशित की है . इस पुस्तक में कुरान जन्नत का वर्णन करते हुए ऐसे तीन शब्द मौजूद है , जो संस्कृत से निकले हैं , और कुरान में वर्णित जिन तीन संस्कृत वस्तुओं के नाम दिए हैं , वह मूलतः भारत में ही पाए जाते हैं .वास्तव में तीनों सुगन्धित ,और औषधीय वस्तुएं है , जिनका भारत में इस्लाम से पूर्व से अबतक प्रयोग किया जा रहा है . यहाँ पर इन तीनों के नाम और कुरान का हवाला दिया जा रहा है

1-जिन्जिबील -अदरक

संस्कृत में अदरक को ‘श्रंगवेर ‘ भी कहा गया है . और यही शब्द ग्रीक भाषा में ‘ जिन्जीबरिस zingíberis (ζιγγίβερις).हो गया .फिर अंगरेजी में “जिंजर Ginger ” होगया .और इसी को अरबी में ” जिन्जिबील زنجبيل ” कहा गया है ,वनस्पति शाश्त्र में इसका नाम ” Zingiber officinale, ” है .मूलतः यह शब्द तमिल भाषा के शब्द ” इंजी இஞ்சி ” और ” वेर வேர் ” से मिल कर बना है .जिसका अर्थ सींग वाली जड़ होता है .और अदरक को सुखाकर ही “सौंठ ” बनायीं जाती है .जिसका प्रयोग अल्लाह जन्नत में शराब में मिलाने के लिए करता है . इसलिए कुरान में कहा है ,

“और वहां उनको ऐसे मद्य का पान कराया जायेगा जो जंजबील मिला कर तय्यार किया गया हो ” सूरा -अद दहर 76:17

“وَيُسْقَوْنَ فِيهَا كَأْسًا كَانَ مِزَاجُهَا زَنْجَبِيلًا”76:17

And in that [paradise] they will be given to drink of a cup flavoured with ginger, (76:17)

नोट -कुरान के हिंदी अनुवाद में इस आयत का खुलासा करते हुए बताया है ,जन्नत में शीतलता होगी . और जन्जिबील का तासीर और गुण गर्म होता है और वह स्वादिष्ट भी होता है ,और उसके मिलाने से मद्य आनंद दायक हो जाता है ‘
(हिंदी कुरान .मकताबा अल हसनात ,पेज 1110 टिप्पणी 11)

2-काफूर – कपूर

संस्कृत में इसे ” कर्पूर “कहा जाता है . और भारत की सभी भाषाओँ के साथ फारसी , उर्दू में यही नाम है . अंगरेजी में “Camphor ‘ है .और वनस्पति शाश्त्र में इसका नाम ” सिनामोमस कैफ़ोरा (Cinnamomum camphora, है यह एक वृक्ष से प्राप्त किया जाता है .भारत में यह देहरादून, सहारनपुर, नीलगिरि तथा मैसूर आदि में पैदा किया जाता है.लगभग 50 वर्ष पुराने वृक्षों के काष्ठ आसवन (distillation) से कपूर प्राप्त किया जाता है.भारत में कपूर का उपयोग दवाइयों , सुगंधी और धार्मिक कामों के लिए किया जाता है . लेकिन अल्लाह जन्नत में कपूर का प्रयोग शराब में मिलाने के लिए करता है , कुरान में कहा है ,

“और वह ऐसे मद्य का पान करेंगे जो कपूर मिला कर तय्यार किया होगा ”
सूरा -अद दहर 76:5

“إِنَّ الْأَبْرَارَ يَشْرَبُونَ مِنْ كَأْسٍ كَانَ مِزَاجُهَا كَافُورًا “76:5

(they shall drink of cup whereof mixture of Kafur )

नोट -इस आयत की व्याख्या में कहा है ,वह कपूर अत्यंत आनंदप्रद , स्वादिष्ट ,शीतल , और सुगन्धित होगा और जो जन्नत का आनंद लेने वाले होंगे उन्हीं को मिलेगा
(कुरान हिंदी पेज 1109 टिप्पणी 3)

3-मुस्क – कस्तूरी

यद्यपि कुरान में कस्तूरी शब्द नहीं आया है ,कस्तूरी मृगों से जो सुगन्धित पदार्थ मिलता है ,यूनान तक निर्यात होता था .और ग्रीक भाषा कस्तूरी को ” Musk ” कहा जाता है ,कस्तूरी मृग को “Musk Deer ” कहते हैं , और अरबी में ” المسك الغزلان ” कहते है . वैज्ञानिक भाषा में इसका नाम ” Moschus Moschidae “है . ग्रीक भाषामे कस्तूरी मृग के लिए प्रयुक्त इसी मुस्क शब्द को कुरान में लिया गया है ,

कस्तूरी मृग लुप्तप्राय प्राणी है ,जो हिमालय क्षेत्र में मिलता है .उसकी ग्रंथियों से जो स्राव निकालता है उसी को कस्तूरी कहते हैं .जो दवाई , और सुगंधी में काम आती है . लेकिन अल्लाह इसे भी शराब उद्योग में इस्तेमाल कर लिया , कुरान में लिखा है ,

“उन्हें खालिस शराब पिलायी जायेगी ,जो मुहरबंद होगी .और मुहर उसकी मुश्क की होगी ” सूरा -अल ततफ़ीफ़ 83:25-26

“يُسْقَوْنَ مِنْ رَحِيقٍ مَخْتُومٍ “83:25

“خِتَامُهُ مِسْكٌ وَفِي ذَٰلِكَ فَلْيَتَنَافَسِ الْمُتَنَافِسُونَ ” 83:26

They will be given a drink of pure wine whereon the seal , (25)pouring forth with a fragrance of musk. (26)

नोट – इन आयतों में हिंदी कुरान में कहा है कि मनुष्य को उसी शराब की इच्छा करना चाहिए जो अल्लाह ने बनायी गयी है
(.पेज 1139 टिप्पणी 11)

निष्कर्ष -कुरान से प्रमाणित इस सभी पुख्ता सबूतों से सिद्ध होता है कि अगर मुसलमान जन्नत भी चले गए तो वहां भी अल्लाह को भारत के इन तीनों मसालों की जरुरत पड़ेगी .जो उसे भारत से ही मंगवाना पड़ेंगी . क्योंकि यह वस्तुएं अरब में पैदा नहीं होती .और यदि अल्लाह ऐसा नहीं करेगा तो कुरान दिया गया उसका वादा झूठ साबित हो जायेगा .
इसलिए हमारा उन सभी भारत विरोधी जिहादियों से इतना ही कहना ही कि जब जन्नत में भी अल्लाह को भारतीय मसालों की जरुरत पड़ेगी तो स्वर्ग जैसे इस भारत को बर्बाद क्यों करना चाहते हो ?क्योंकि हमारे लिए तो हमारी जन्मभूमि ही जन्नत से भी महान है !

(200/87)

ब्रजनंदन शर्मा

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