सिगरेट की सुनामी*
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लेखक आर्य सागर खारी ✍।
पूरे विश्व की 500 से अधिक फैक्ट्रियां सालाना 6 खरब सिगरेट बनाती हैं। एक अरब से अधिक लोग सिगरेट पीते हैं।
सिगरेट स्मोकिंग के कारण अकेले सालाना 80 लाख मौते होती है जिनमें 12 लाख मौत उन लोगों की होती जो सिगरेट नहीं पीते सिगरेट पीने वाले किसी व्यक्ति के आसपास रहते हैं पैसिव स्मोकर थे।
जब एक सिगरेट को जलाया जाता है तो 7000 से अधिक केमिकल वातावरण में घुल जाते हैं जिनमें 70 से अधिक केमिकल कारसिकोजेनिक कैंसर कारक पाए गए हैं यह सिद्ध वैज्ञानिक तथ्य है।
तंत्रिका तंत्र से लेकर श्वसन तंत्र व रक्त परिसंचरण तंत्र प्रणाली का कोई ऐसा रोग नहीं जो सिगरेट स्मोकिंग से नहीं होता हो।
सिगरेट से होने वाली तबाही यही नहीं रुकती 6 खराब सिगरेट सालाना पी जाती हैं जिनमें साढे चार खरब सिगरेट के फिल्टर नदी नालों के रास्ते समुद्र में पहुंच जाते हैं समुद्री कचरे में 25 फ़ीसदी कचरा लगभग 96 करोड़ किलो सिगरेट बट फिल्टर का होता है ।जो अपघटित नही हो पाता जिसके कारण समुद्र व नदियों का जल दूषित हो रहा हैं ।जलीय जीवों का सर्वनाश हो रहा है। अनुमान लगाया है कैंसर के मामलों में आगामी दशकों में खतरनाक वृद्धि होगी ।
चीन इंडोनेशिया रूस संयुक्त राज्य अमेरिका भारत आदि में सर्वाधिक सिगरेट पी जाती है ।भूटान दुनिया का ऐसा देश है जो वर्ष 2010 से सिगरेट के निर्माण प्रयोग से लेकर सभी तंबाकू उत्पादों तंबाकू की खेती पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाए हुए हैं।
फासीवादी हिटलर का नाम आपने हमने सुना हुआ है । उसकी नाजी पार्टी नाजीवादी विचारधारा में लाख बुराइयां रही हो लेकिन उसने जर्मनी में अपने कार्यकाल में धूम्रपान के विरुद्ध अभियान चलाया था जिसमें उसे सफलता भी मिली थी।
सिगरेट धरती पुत्र मानव के स्वास्थ्य से लेकर धरती मां के स्वास्थ्य महासागरों के स्वास्थ्य को गंभीर हानि पहुंचा रही है।
कुछ देशों ने अब सिगरेट पीने की आयु को बढ़ाया है तो कहीं इस पर बैन किया गया है भारत में सिगरेट के डिब्बे पर चेतावनी चित्र छाप कर ही अपने कर्तव्य की इति श्री की जा रही है। आज की नौजवान पीढ़ी में सिगरेट स्मोकिंग का चलन खतरनाक तरीके से बढ़ रहा है भारत का अगला दशक युवा कैंसर रोगियों के मामले में बेहद खौफनाक रहने वाला है तमाम शोध यही सिद्ध कर रहे हैं। ऐसे में सरकार को सिगरेट की तंबाकू उत्पादों को लेकर गंभीर कठोर उपाय अपनाने होंगे भूटान की तर्ज पर राजस्व के लालच को त्याग कर।
अन्यथा कैंसर रोगियों को सरकार संभाल नहीं पाएगी। विकसित भारत संकल्प यात्रा से जरूरी सिगरेट मुक्त भारत संकल्प यात्रा होनी चाहिए ।
दुष्ट दुर्वयसनो को छोड़ने श्रेष्ठ संकल्पों व्यवहारों को ग्रहण करनें के लिये आर्य समाज के सत्संग व कार्यक्रमों में अवश्य भाग ले। सत्संग से ही सुधार संभव है।
आर्य सागर खारी ✍