कांग्रेस की 127वीं वर्षगांठ दिनांक 28 दिसंबर को

यह देश की सबसे पहली पुरानी राजनीतिक पार्टी है जिसे पूर्व कलेक्टर श्री एओ ह्ययूम ने बनाई थी। यह अब भी सबसे बड़ी पार्टी है। वीर सावरकर ने कहा था कि कांग्रेस गांव गांव तक पहुंच चुकी है और आम आदमी के दिल दिमाग में छा चुकी है जिसे आसानी से नही हटाया जा सकता है। इस पर देश को विभाजित करने का दोष भी लगा है और यह खंडित भारत में भी मुस्लिम ईसाई तुष्टिकरण उठकर कर रही है। फिर भी हिंदू इससे चिपका हुआ है। नेहरू वंश इस पार्टी में छाया हुआ है यह हिंदू का दुर्भाग्य है कि अन्य पार्टियों की नीतियां भी हिंदू की उपेक्षा व अवहेलना करने वाली ही हैं।कई वर्षों से संयुक्त पार्टियों की सरकारें बन रही हैं। संप्रग का नेतृत्व कांग्रेस करती है। इस गठबंधन में मुस्लिम लीग भी है जिसके लोकसभा में दो सदस्य हैं और केरल विधानसभा में बीस सदस्य हैं। केन्द्रीय सरकार में इसका एक मंत्री है तथा केरल सरकार में पांच मंत्री हैं। मुस्लिम लीग स्पष्टï रूप से सांप्रदायिक पार्टी है किंतु कितनी विचित्र बात है कि कांग्रेस के नेता इसे साम्प्रदायिक पार्टी नही मानते हैं। संप्रग के अंदर कई दल हैं और कुछ दल बाहर से संप्रग का समर्थन करते हैं किंतु किसी भी दल ने मुस्लिम लीग पर आपत्ति प्रकट नही की है। यह निश्चित रूप से हैरानी की बात है कि मीडिया ने भी मुस्लिम रूप से हैरानी की बात है कि मीडिया ने भी मुस्लिम लीग को गठबंधन में रखने पर कभी कुछ नही कहा है। संप्रग गांधीवादी है और घोर तुष्टिकरण करके सत्ता में है जिसे हिंदू की कोई चिंता नही है। पिछले 65 वर्षों में हिंदू का प्रतिशत 88 प्रतिशत से घटकर 81 हो गया है किंतु कांग्रेस नेतृत्व वाले संप्रग को कोई चिंता नही है। आतंकवाद खूब फल फूल रहा है। अपराध बढ़ रहे हैं किंतु कठोर कानून बनाने की कोई मांग ही नही कर रहा है। एक प्रकार से हिंदू का भविष्य उज्जवल नही है। ईश्वर उसे सद् बुद्घि दे।

डा. गिरीश चंद्र गुप्त
123 देवीपुरा द्वितीय बुलंदशहर

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