इटली में नई सरकार बनने के बाद इस्लामिक कट्टरपंथियों की खैर नहीं

जॉर्जिया मेलोनी (फोटो साभार: AFP)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ‘नेशन फर्स्ट’ के तर्ज पर ‘इटली और इटैलियन फर्स्ट’ का नारा देकर सत्ता में आने वाली राष्ट्रवादी ‘ब्रदर्स ऑफ इटली पार्टी (Brothers of Italy party)’ पार्टी की जॉर्जिया मेलोनी (Giorgia Meloni) इटली की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने जा रही हैं। रविवार (25 सितंबर 2022) को ही इटली में चुनाव संपन्न हुए हैं।
‘गॉड, कंट्री एंड फैमली’ की मोटो वाली मेलोनी पूर्व राष्ट्रपति सिल्वियो बर्लुस्कोनी (Silvio Berlusconi) की धुर दक्षिणपंथी पार्टी फोर्जा इटालिया पार्टी (Forza Italia party) और मेट्टो साल्विनी (Matteo Salvini) की पार्टी लीग (League) के साथ गठबंधन वाली सरकार का नेतृत्व करेंगी। मेलोनी एक समय फासीवादी तानाशाह बेनिटो मुसोलिनी (Benito Mussolini) की कट्टर समर्थक थीं।

मेलोनी इस्लामी कट्टरता और समलैंगिकता की मुखर विरोधी हैं। अपने राष्ट्रवादी मुद्दों के चलते वह इटली में लोगों की पहली पसंद बनी हैं। उन्होंने 10 साल पहले ही यानी साल 2012 में अपनी पार्टी का गठन किया था। उनकी सफलता से यूरोप (Europe) के कई देशों में धुर दक्षिणपंथी पार्टियों में भारी उत्साह देखा जा रहा है।

कौन हैं जॉर्जिया मेलोनी
इतालवी पत्रकार और राजनीतिज्ञ जॉर्जिया मेलोनी का जन्म 15 जनवरी 1977 को हुआ है। उनके पिता अकाउंटेंट थे। मेलोनी के जन्म के उनके पिता उनकी माँ से अलग हो गए। मेलोनी का पालन-पोषण उनकी माँ ने बहुत कठिन परिस्थितियों में किया था। अब मेलोनी की पाँच साल की एक बेटी है।
द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद इटली के तानाशाह मुसोलिनी के समर्थकों की नव-फासीवादी पार्टी इटैलियन सोशल मूवमेंट (MSI) में चली गईं। मेलोनी तब 15 साल की थीं और इसके यूथ विंग से जुड़ गई थीं। 1990 के दशक के मध्य में MSI का बर्लुस्कोनी की पार्टी में विलय हो गया।
मेलोनी ने 19 साल की उम्र में धुर दक्षिणपंथी नेशनल अलायंस की स्टूडेंट विंग की प्रमुख बनीं और इसका खूब प्रचार किया। इस दौरान एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि मुसोलिनी एक अच्छे राजनेता थे। उन्होंने जो कुछ भी किया, वह इटली के लिए किया।
21 साल की उम्र में उन्होंने पहली बार स्थानीय निकाय चुनाव जीता। साल 2006 में वह इतालवी संसद के चैंबर ऑफ डेप्युटी के लिए चुनी गईं। इसके दो साल बाद साल 2008 में 31 साल की उम्र में उन्होंने इटली की बर्लुस्कोनी सरकार में युवा विभाग सँभालकर सबसे कम उम्र की मंत्री बनीं।
दस साल पहले, साल 2012 में मेलोनी ने ‘ब्रदर्स ऑफ़ इटली’ पार्टी की स्थापना की। साल 2020 में उन्होंने यूरोपीय कंज़र्वेटिव्स एंड रिफॉर्मिस्ट्स पार्टी की कमान सँभाली। इसमें अन्य पार्टियों के अलावा पोलैंड की सत्तारूढ़ पार्टी PiS शामिल है।
चुनावों के दौरान मेलोनी ने ‘इटली एंड इटैलियन फर्स्ट’ का नारा दिया और यूरोप में नौकरशाही की कम दखलअंदाजी, कठोर आव्रजन नीति और करों में कटौती की बात कही। उन्होंने यूरोपीय संधियों की समीक्षा की भी बात कही। उनकी पार्टी गर्भपात और समलैंगिक विवाह के खिलाफ है।
तानाशाह मुसोलिनी के प्रति झुकाव
जॉर्जिया मेलोनी का इटली के तानाशाह बेनिटो मुसोलिनी के प्रति झुकाव रहा है। उनकी पार्टी का दफ्तर भी उसी बिल्डिंग में है, जहाँ कभी मुसोलिनी समर्थकों का आन-जाना था। इसको लेकर एक बार मेलोनी ने कहा था कि उनका इतिहास से अटूट रिश्ता है। तानाशाह मुसोलिनी को उन्होंने ‘जटिल व्यक्तित्व’ वाला शख्स बताया था। उन्होंने कहा था कि आज भी कई इटालवी लोगों को नहीं लगता कि मुसोलिनी में सब कुछ बुरा था। उनकी पार्टी का सिंबल भी मुसोलिनी से प्रभावित है।
साल 2021 में लिखी अपनी आत्मकथा ‘आई एम जॉर्जिया’ में मेलोनी ने लिखा है कि 15 साल की उम्र में एक नया परिवार मिला, जब वह मुसोलिनी के समर्थकों द्वारा साल 1946 में बनाए गए MSI में शामिल हुईं। उन्होंने आगे लिखा है, “हम अपने इतिहास… पूरे इतिहास के बच्चे हैं। जैसा कि अन्य सभी देशों के मामले में है, हमने जिस मार्ग की यात्रा की है, वह जटिल है। उससे भी बहुत अधिक जटिल, जो लोग बताना चाहते हैं।”

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