सफाई कर्मचारियों के आगे पालिका चेयरमैन बेबस

 रवि सिन्हा

टाण्डा अम्बेडकरनगर, नगरपालिका परिषद टाण्डा में बीते कई माह से नगर की सफाई व्यस्था ध्वस्त चल रही है। पालिका चैयरमैन भी सफाई कर्मचारियों के आगे बेबस नजर आ रहे हैं। तभी तो प्रधानमंत्री द्वारा चलाये जा रहे स्वच्छ भारत अभियान में नगर को स्वच्छ बनाये जाने के अन्तर्गत सफाई कर्मचारी चेयरमैन के आदेश की धज्जियां उड़ा रहे हैं।

   बीते कई माह से टाण्डा नगर की सफाई व्यवस्था चरमरा गयी है। कहने को तो सफाई कर्मचारी क्षेत्र में झाड़ू रोज लगाते है। नालियों की सफाई रोज करते हैं लेकिन प्रत्यक्ष रुप से करते नहीं है। भूले भटके सफाई कर्मी सफाई कर भी देते हैं तो केवल खाना पूर्ति करके छोड़ देते हैं। सफाई कर्मी सड़कों पर झाडू लगाकर कूड़ा नाली में ही डालकर चले जाते है जिससे नालियां भट जाती है और कुछ समय बाद नालियों का पानी सड़कों से बहना शुरु हो जाता है, और आस पास चारो तरफ गन्दगी फैल जाती है। वर्तमान समय में नगर क्षेत्र की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त चल रही है। सप्ताह में केवल चार से पाॅच दिन ही सफाई कर्मी झाड़ू लगाते है और वह भी केवल खाना पूर्ति कर देते हैं। रविवार को तो खास तौर से सफाई कर्मी छुट्टी मनाते है। नगर के मुख्य क्षेत्रों में अक्सर गन्दगी का ढेर देखने को मिलता है जिनमें से सकरावल, मुसहा, सिटकहां, अलीगंज, गोडि़याना, सिकन्दराबाद, कस्बा, आदर्श चैराहा, सब्जी मण्डी, छज्जापुर आदि स्थानों पर अक्सर गन्दगी का ढेर लगा मिलता है। पालिका सफाई कर्मी सड़को एवं गलियों की सफाई भी तब करते हैं जब खाने पीने की पूरी दुकाने खुल जाती है। ऐसे में सफाई कर्मी जब झाड़ू लगाते हैं तो सारा धूल गर्दा इन खाने पाीने की चाीजों पर पड़ता है जो कि बीमारी को दावत देता है। शहर की जनता करे भी तो क्या करे वह इन गन्दगी भरे सामानों को खाने के लिये विवश है। वहीं पालिका चैयरमैन इन सबको देखते हुए चुप्पी साधे हुए हैं। आखिर चुप्पी साधे भी क्यों न रहें जिस क्षेत्र नैपुरा में वह रहत हैंे वहींे की ही सफाई सफाई कर्मियों द्वारा ठीक ढंग से नहीं की जाती है और गन्दगी फैली रहती है। आखिर पालिका चेयरमैन भी क्या करें वह भी सफाई कर्मियों के आगे बेबस जो ठहरे।

Comment: