बर्मा के आग उगलते संत असीन विराधू
म्यांमार के संत असिन विराथु के पास एक दिन एक ग्रामीण महिला आयी और कहा महाराज अब ये देश छोड़कर जाने का समय हो चला है। इस देश मे औरतों के साथ खुलेआम बलात्कार होने लगा है। बौद्ध पुरुष संख्या में कम होते जा रहे हैं उनकी हत्याएं हो रही हैं और ये काम म्लेच्छ कर रहे हैं। हमे अपनी सम्पत्ति समझते हैं और मनमाना व्यवहार कर रहे हैं। हमे अपने ही मठ में जाते भय लगता है।
विराथु के शिष्यों ने भी कहा, महाराज, ये औरत सत्य कह रही है। अब ये देश इस्लामिक शरियत से ही अतिशीघ्र चलेगा। ये म्लेच्छ अब हम पर हावी होने का प्रयास कर रहे हैं।
विराथु ने तुरंत अपने शिष्यों को आज्ञा दी कि सभी बौद्ध हथियार रखना शुरू करें। किसी भी घटना पर बौद्ध म्यांमार के कानून की परवाह किये बगैर उन्हें स्वयं दण्डित करें। विराथु की इस घोषणा से सरकार सकते में आ गयी और उन्हें सामाजिक सद्भभाव बिगाड़ने के जुर्म में 10 साल के लिए जेल भेज दिया गया।
सरकार के इस कदम के बाद रोहिंग्या मुस्लिम और शेर हो गये। मस्जिदों में तेजी से आबादी बढ़ाने पर विचार मंथन होने लगा। चार से ज्यादा पत्नी रखने का नया फतवा आ गया। म्यांमार के हर कानून में इस्लामिक ऊँगली होने लगी।
म्यांमार की सरकार बेतहाशा बढ़ती आबादी से परेशान थी ही उस पर से मोमिनों का आपराधिक रिकार्ड इस स्तर पर पहुँच गया कि वहाँ की पुलिस को भी इनसे भय लगने लगा। जेल में भी विराथु को सारी सूचनाएं मिल रही थीं। उन्होंने जेल से ही सरकार को पत्र लिखा कि रोहिंग्या मुसलमानों को नागरिक बनकर रहना मंजूर नहीं, वो शासक बनने की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं।
म्यांमार की सरकार को तब लगा कि उन्होंने असिन विराथु की चेतावनी को नज़रंदाज़ कर बहुत बड़ी गलती की है। तुरन्त विराथु को आज़ाद किया गया और तब वहाँ की सरकार ने सेना की सहायता से एक एक रोहिंग्या को मार मार कर वहाँ से निकाला।
आज भारत मे देवबंदी मोमिनों का सम्मेलन हुआ। मौलाना मदनी ने फरमान सुनाया जिन्हें इस्लाम पसन्द नहीं वो ये देश छोड़कर चले जायें। साथ ही ये प्रस्ताव भी पारित हुआ कि जनसंख्या नियंत्रण कानून, समान नागरिक संहिता, मस्जिद को मंदिर घोषित करने वाले किसी भी कानून को नहीं मानेंगे।
मैंने तो सुना था कि जब इनकी आबादी 40 प्रतिशत तक हो जाती है तब ये देश को अपनी रखैल बना लेते हैं, ये तो 35 प्रतिशत पर ही शुरू हो गये।
हे भारतीय विराथु, तुम कहाँ छिपे हो?
#साभार
@Modified_Hindu