गरारे करते समय इन बातों का रखें ध्यान

सर्दी का मौसम हो गर्मी का, गले में खराश की समस्या हर मौसम में बनी रहती है। बढ़ता प्रदूषण, धुल-मिट्टी इसके मुख्य कारणों में से एक है। ऐसे समय में गले में खराश या अन्य समस्याओं से निजात पाने के लिए गरारे करने की सलाह दी जाती है। यह हर घर का देशी नुस्खा है, जो हमेशा काम आता है। गले की समस्या या बलगम होने पर तो गरारे करना फायदेमंद होता ही है, इसके साथ ही रोजाना गरारे करने से स्वास्थ संबंधी कई समस्याएं भी दूर होती है।

गरारे करने के प्रकार

वैसे तो गरारे करने का सबसे आम तरीका पानी से गरारे करने से होता है, लेकिन पानी में कई प्रकार के अलग-अलग पदार्थों की मिलाकर भी गरारे किए जाते है। गरारे करने के ऐसे निम्नलिखित तरीके है।

नमक के पानी से- गरारे करने के सबसे पुरानें तरीकों में से एक तरीका नमक के पानी से गरारे करना है। नमक में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जिससे मुंह में मौजूद कीटाणु तो मरते ही है, साथ ही साथ इससे गले की सूजन और दर्द भी कम होता है।

लौंग के पानी से- लौंग में ऐसे गुण होते है, जो मुंह में मौजूद किटाणुओं को मारते है और गले की सूजन को कम करने में मदद करते है। इसके लिए 2-3 लौंग को पानी में उबाल लें औऱ इस मिश्रण से गरारे करें।

हल्दी के पानी से- हल्दी में कीटाणु मारने और सूजन कम करने के गुण होते है, इसलिए इससे गरारे करने के कई फायदें होते है। इसके लिए पानी में दो चुटकी हल्दी मिलाकर गर्म कर लें और इस मिश्रण से गरारे करें। आप चाहे तो इसमें नमक भी मिला सकते है।

अदरक के पानी से- इसके लिए पानी में अदरक के टुकड़े डालकर उसे अच्छी तरह से घौला कर छान लें, इसके बाद मिश्रण वाले पानी से गरारे करें। अदरक गले की समस्याओं को दूर करने में मददगार होता है।

माउथवॉश से- आप चाहे तो माउवॉश से भी गरारे कर सकते है। इसमें गले की समस्या को दूर करने के कई गुण होते है। इसके लिए पानी में माउथवॉश मिलाकर गरारे करें लेकिन इस बात का ध्यान रखे यह पानी गले के अन्दर ना जाएं।

गरारे करते समय इन बातों का रखें ध्यान

● गरारे करते समय इस बात का ध्यान रखें कि पानी ज्यादा गर्म ना हो, नही तो मुंह जल सकता है।

● गरारे करते समय अपने सिर को पीछे की तरफ घूमाएं।

● यदि आपको पानी में नमक डालकर गरारे करने में तकलीफ है तो आप सादे पानी से भी गरारे कर सकते है।

● नमक मिलाकर गरारे करते समय इस बात का ध्यान रखें कि नमक पानी में पूरी तरह घुल जाएं, अन्यथा गरारे करते समय नमक के टुकड़े आपके गले और मुंह को छील सकते है।

● यदि आपको नमक का स्वाद अच्छा नहीं लग रहा तो आप पानी में नींबू या शहद का इस्तेमाल कर सकते है।

● गरारे करते वक्त पानी को तुरन्त बाहर ना फेंके, कम-से-कम 20-30 सेकण्ड तक पानी को मुंह के अन्दर ही रखें, इससे गले की तकलीफ़ में आराम मिलता है।

● यदि आप गरारे करने के लिए किसी माउथवॉश का इस्तेमाल कर रहें हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि उसमें अल्कोहॉल मिक्स ना हो, यह आपके लिए नुकसानदायक होता है।

गरारे करने के लाभ

● गरारे करने से गले में मौजूद बैक्टीरिया के द्वारा बनाए जाने वाला एसिड कम होता है और एक सामान्य पीएच स्तर बना रहता है।

● एलर्जी के कारण गले में होने वाली सूजन में गरारे करने से फायदा होता है।

● रोजाना गरारे करने से ऊपरी श्वसन तंत्र के संक्रमित होने का खतरा कम हो जाता है।

● गरारे करने से श्वसन नली और नाक में जमा बलगम बाहर निकल जाता है।

● सूखी खांसी में गरारे करने से गले में काफी आराम मिलता है।

● सर्दी या फ्लू के कारण गले में खराश होने से गरारे करने से बेह़द फायदा होता है।

● गरारे करने से मसूड़ो की सूजन कम होती है। इसके साथ ही मुंह की बदबू भी कम हो जाती है।

● गरारे करने से मुंह और गले के कीटाणु निकल जाते है, जिससे मुंह का स्वास्थ अच्छा रहता है।

● गरारे करने से दांत और जीभ की सफाई भी हो जाती है। इसके साथ ही मुंह के छालें भी ठीक हो जाते है।

विनिता झा

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