रोगों से डरें नहीं, लड़ें

सेहत से जुड़े लेखों में आपने इम्युनिटी शब्द कई बार पढ़ा होगा। इम्युनिटी यानी शरीर की रोगों से लडऩे की क्षमता। वह रक्षा कवच, जो खांसी-जुकाम और पेट व लिवर के संक्रमण से तो दूर रखता ही है, साथ ही कैंसर जैसे रोगों से भी शरीर का बचाव करता है। कैसे बढ़ा सकते हैं शरीर की रोगों से लडऩे की ताकत, बता रहे हैं एम्स के फिजिशियन डॉ. संजय के राय   बार -बार बीमार पडऩे के कारण क्या आपको अक्सर स्कूल, कॉलेज या ऑफिस से छुट्टियां लेनी पड़ती हैं? मौसम में जरा-सा बदलाव भी खांसी-जुकाम का कारण बन जाता है?  हालांकि इसके कई और भी कारण हो सकते हैं, लेकिन एक प्रमुख वजह इम्यून सिस्टम का कमजोर होना है, जो शरीर की रोगों से लडऩे की क्षमता को कम कर देता है।

इम्युनिटी क्या है?

इम्युनिटी यानी प्रतिरोधक क्षमता, जो शरीर को विभिन्न कीटाणुओं व वायरस के संक्रमण से बचाती है। इम्यून सिस्टम वह अंदरूनी ताकत है, जिसमें शरीर की कोशिकाएं, ऊतक व अंग भाग लेते हैं तथा संक्रमित कीटाणुओं या रोगवाहकों की पहचान कर उन्हें नष्ट करने में सहायता करते हैं। साधारण शब्दों में शरीर का वह प्राकृतिक सिस्टम, जो शरीर को रोगों से दूर रखता है और शरीर की किसी रोग से शीघ्र बाहर निकलने में सहायता करता है। इम्युनिटी बढ़ाने में शरीर के लिंफेटिक सिस्टम की बड़ी भूमिका होती है, जिसमें अस्थि-मज्जा, तिल्ली, थायमस और लिम्फ नोड्स आते हैं। लिंफोसाइट्स और ल्यूकोसाइट्स, ये छोटी सफेद रक्त कोशिकाएं होती हैं, जो शरीर को रोगों से बचाती हैं। शरीर में बी-सेल और टी-सेल दो तरह के लिंफोसाइट्स होते हैं। बी-सेल शरीर में उन एंटीबॉडी का निर्माण करते हैं, जो बैक्टीरिया व टॉक्सिन पर हमला करते हैं। वहीं टी-सेल संक्रमित और कैंसरजनित कोशिकाओं को नष्ट करते हैं। इम्युनिटी बढ़ाने की प्रक्रिया में इसी पूरे तंत्र को मजबूत करने की जरूरत होती है।

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