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कलकत्ता में मारवाड़ीयो का गढ़ बड़ा बाजार अब पाकिस्तान बन गया है*

* कलकत्ते में पिछले २० वर्षो में खास करके वृहत्तर बड़ा बाजार में हावड़ा ब्रिज से ले कर राइटर्स बिल्डिंग तक और हावड़ा ब्रिज से ले कर सियालदह स्टेशन तक जो कि मुख्यता वाणिज्यिक क्षेत्र है वहां पर देखा गया है कि अधिकांश दुकान, गद्दी, ऑफिस, मकान, आवासिक घर कमोबेश ९०% तक मुस्लिम समुदाय द्धारा […]

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सड़क दुर्घटनाओं से जूझता पहाड़

गिरीश बिष्ट रुद्रपुर, उत्तराखंड भारत में प्रति वर्ष जितने लोग विभिन्न बिमारियों के कारण मौत के मुंह में समा जाते हैं, तक़रीबन उतनी ही संख्या में अकेले सड़क दुर्घटनाओं के कारण अपनी जान गंवा देते हैं. मैदानी इलाकों के साथ साथ पहाड़ी राज्यों में भी प्रति वर्ष अलग अलग सड़क दुर्घटनाओं में बड़ी संख्या में […]

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अन्नागार बनते अजायब घर*।

* लेखक आर्य सागर खारी 🖋️ बस किसी तरह यह अन्न छानने, कूटने,पकाने के विविध मानव श्रमचालित पात्र उपकरण पुनः हमारे घर में स्थान पाकर प्रयोग में आ जाए तो मधुमेह ,अवसाद,ह्रदय पेट रोगों से धीमी व तेज मौत मरते लोगों को पुनर्जीवन स्वास्थ्य मिल जाएगा। पहले प्राचीन भारतीय घरों में अन्नागार बनता था। जहां […]

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◼️हम मृत्यु से क्यों डरते हैं ?◼️*

✍🏻 लेखक – स्वामी दर्शनानन्द जी प्रस्तुति – 🌺 ‘अवत्सार’ संसार में ऐसा कौन-सा प्राणी है जिसे मृत्यु से भय न लगता हो? यद्यपि प्रकट में मनुष्य मृत्यु के लक्षणों से अनभिज्ञ हैं और नहीं जानते कि मृत्यु क्या वस्तु है, परन्तु क्या यह आश्चर्य की बात नहीं है कि जिस पदार्थ के गुणों को […]

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फक्कड़ अलगोजा वादक याकूब खाँ होंठों से फिजाओं तक बरसता है प्रणय का सुरीला संगीत, निराला है सूफियाना अन्दाज

दीपक आचार्य 9413306077 मरु भूमि का पारम्परिक लोकवाद्य अलगोजा जब कलाकार के होंठों का स्पर्श पाता है तब फ़िजाँ में ऐसी सुरीली तान घुलने लगती है कि सुनने वाला मदमस्त हो प्रकृति और प्रणय के मधुर रसों का आस्वादन करने लगता है। मरुधरा कलाकारों की खान रही है जहाँ एक से बढ़कर एक कलाकार हैं, […]

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सरकारी व जातिवादी हिन्दूवादी दलितो और पिछडोें को हिन्दुत्व से दूर कर रहे है* *हिन्दुत्व बचा और सुरक्षित है तो दलितों व पिछडों की बुनियाद पर*

* ==================== आचार्य विष्णु हरि सरस्वती मेरे पास बहुत दिनों से यह खबर आ रही है कि पिछडो और दलितों को हिन्दुत्व से खदेड़ने और उन्हें हिन्दुत्व से दूर भेजने के लिए सरकारी हिन्दूवादी सक्रिय है, आक्रामक हैं और अपमानजनक अभियान चला रखे हैं। आज कोई दलित या पिछडे वर्ग के लोग हिन्दुत्व छोड़ रहे […]

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माता-पिता और गुरु के प्रति श्रद्धा रखने से बनता है श्रेष्ठ जीवन

डॉ दिनेश चंद्र सिंह आधुनिक शिक्षा पद्धति ने गुरुकुल शिक्षा पद्धति की नींव हिला दी। बिडम्बना यह कि आधुनिक शिक्षा पद्धति वर्ष दर वर्ष खर्चीली और समयसाध्य यानी दीर्घसूत्री होती गई। इससे गूढ़ ज्ञान को गच्चा मिला, जिसने गुणहीन पर डिग्रीधारी लोगों में बेरोजगारी को बढ़ावा दिया। शिक्षा का महान उद्देश्य ज्ञान और कर्म है। […]

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बहू और बेटी में फर्क करता समाज

कविता रावल गनीगांव, उत्तराखंड भारतीय समाज जटिलताओं से भरा हुआ है. जहां रीति और रिवाज के नाम पर कई प्रकार की कुरीतियां भी शामिल हो गई हैं. इसका सबसे अधिक खामियाज़ा महिलाओं को भुगतनी पड़ती है. पितृसत्तात्मक समाज में लड़का और लड़की में जहां अंतर देखा जा सकता है वहीं बेटी और बहू के मामले […]

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किशोरियों के लिए भी खेलना जरूरी है

मीना लिंगड़िया गनीगांव, उत्तराखंड खेल खेलना आम तौर पर आपकी फिटनेस और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का एक शानदार तरीका है. इससे न सिर्फ आपका शरीर स्वस्थ रहता है बल्कि मन और मानसिक स्वास्थ्य भी फिट रहता है. दरअसल, खेल जैसे गतिविधियां आपके ब्लड सर्कुलेशन, मूड और मानसिक स्वास्थ्य को सही रखती है. एक तरफ […]

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भारत की भक्ति धारा के संत और गोस्वामी तुलसीदास

मृत्युंजय दीक्षित हिंदी साहित्य के महान कवि संत तुलसीदास का जन्म संवत् 1554 की श्रावण शुक्ल सप्तमी के दिन अभुक्त मूल नक्षत्र में हुआ था। इनके पिता का नाम आत्माराम दुबे व माता का नाम हुलसी था। जन्म के समय तुलसीदास रोए नहीं थे अपितु उनके मुंह से राम शब्द निकला था, जन्म के समय […]

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