(१८नवंबर १९०८ – १९ जुलाई १९६५)भारत के स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रान्तिकारी थे,क्रांतिकारी और स्वतंत्रता सेनानी बटुकेश्वर दत्त को देश ने सबसे पहले 8 अप्रैल,1929 को जाना, जब वे भगत सिंह के साथ केंद्रीय विधान सभा में बम विस्फोट के बाद गिरफ्तार किए गए। उन्होनें आगरा में स्वतंत्रता आंदोलन को संगठित करने में उल्लेखनीय कार्य […]
Category: स्वर्णिम इतिहास
एक बार भगतसिंह जी ने बातचीत करते हुए चन्द्रशेखर आजाद जी से कहा, ‘पंडित जी, हम क्रान्तिकारियों के जीवन-मरण का कोई ठिकाना नहीं, अत: आप अपने घर का पता दे दें ताकि यदि आपको कुछ हो जाए तो आपके परिवार की कुछ सहायता की जा सके।’ आजाद जी सकते में आ गए और कहने लगे, […]
इराक में आज जो हो रहा है, उससे भी कहीं ज्यादा बर्बर हमलों को हमारे देश ने झेला है. .मीर कासिम ने सिंध में रात को धोखे से घुस कर एक रात में 50000 से ज्यादा हिन्दुओं का कत्ले आम कर सिंध पर कब्ज़ा किया।सोमनाथ मंदिर के अन्दर मौजूद 32500 ब्राह्मणों के खून से मुहम्मद […]