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इतिहास के पन्नों से

महान क्रांतिकारी सरदार उधम सिंह

ऐतिहासिक दिन-13 मार्च 1940 🎤सरदार उधम सिंह (26 दिसम्बर 1899 से 31 जुलाई 1940) का नाम भारत की आज़ादी की लड़ाई में पंजाब के क्रान्तिकारी के रूप में दर्ज है। उन्होंने जलियांवाला बाग कांड के समय पंजाब के गर्वनर जनरल रहे माइकल ओ’ ड्वायर (en:Sir Michael Francis O’Dwyer) को लन्दन में जाकर गोली मारी। कई […]

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इतिहास के पन्नों से

महात्मा गांधी और बाल्मीकि मंदिर की घटना

#डॉविवेकआर्य घटना 2 मई, 1947 की है। दिल्ली के वाल्मीकि मंदिर में प्रार्थना करने के लिए उपस्थित हुए महात्मा गाँधी ने क़ुरान की कुछ आयतों का पाठ किया। इस पर प्रस्तुत सज्जन ने आक्षेप किया तो उसे पुलिस ने पकड़ लिया। गाँधी जी ने प्रार्थना बंद कर दी और अपने भाषण में कहा कि ऐसी […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

दलितोद्धार के लिए प्राण न्योछावर करने वाले हुतात्मा वीर मेघराज जी जाट

डॉ विवेक आर्य क्या आपने किसी ऐसे समाज सुधारक का नाम सुना है जिनका जन्म सवर्ण जाट परिवार में हुआ हो और उन्होंने दलितों के सामाजिक उत्थान के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए हो? संभवत नहीं। ऐसे महान आत्मा का नाम था वीर मेघराज जी। वीर मेघराज जी स्वामी दयानंद की उसी शिष्य परम्परा […]

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इतिहास के पन्नों से

हैदराबाद आंदोलन और आर्य समाज

डॉ विवेक आर्य आपको इतिहास की किसी भी इतिहास पुस्तक में आर्यसमाज द्वारा 1939 में चलाये गये हैदराबाद आंदोलन के विषय में कोई जानकारी नहीं मिलेगी। स्वतन्त्र भारत के पहले मदरसा पठित शिक्षा मंत्री अब्दुल कलाम को यह खास हिदायत मिली थीं कि इतिहास में हिन्दुओं पर जितने भी अत्याचार हुए हैं। उनका किसी इतिहास […]

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इतिहास के पन्नों से

आजादी का महामंत्र: वंदे मातरम का इतिहास

प्रस्तुति – श्रीनिवास आर्य वंदे मातरम् अर्थात हे मातृभूमि मैं तेरी वंदना करता हूं, मैं तुझे प्रणाम करता हूं। बंकिमचंद्र चटर्जी की यह अजर अमर रचना देखते ही देखते आजादी के दीवानों की जुबां पर इस तरह चढ़ी कि अंग्रेज भी इससे खौफ खाने लगे थे, एक हुंकार जिसने बरतानी हुकूमत की नींद हिला दी […]

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इतिहास के पन्नों से

लहराया गया था जब पेशावर पर भगवा

14 मार्च/बलिदान-दिवस पेशावर पर भगवा लहराया पेशावर पर बलपूर्वक कब्जा कर अफगानी अजीम खाँ की सेनाएँ नौशेहरा मैदान तक आ चुकी थीं। यह सुनकर महाराजा रणजीत सिंह ने हरिसिंह नलवा एवं दीवान कृपाराम के नेतृत्व में उनका मुकाबला करने को स्वराजी सैनिकों के जत्थे खैराबाद भेज दिये। महाराजा के साथ बाबा फूलासिंह अटक नदी के […]

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इतिहास के पन्नों से

शुद्धि का एक विस्मृत विवरण

#डॉविवेकआर्य आधुनिक काल में हिन्दू समाज में विधर्मी हो चुके अनेक हिन्दुओं की शुद्धि अर्थात घर वापसी के प्रमाण मिलते हैं। ऐसा एक एक विस्मृत प्रमाण मराठी इतिहासकार गोविन्द सखाराम सरदेसाई द्वारा रचित मराठी इतिहास पुस्तक “ब्रिटिश रियासत” में मिलता हैं। गोवा में ईसाई मिशनरियों ने संत नामधारी फ्रांसिस ज़ेवियर के निर्देशन में पुर्तगाली राज […]

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इतिहास के पन्नों से

डांडी यात्रा और स्वामी दयानंद

#डॉविवेकआर्य आज 12 मार्च को डांडी यात्रा के 90 वर्ष पूर्ण होते है। डांडी यात्रा के माध्यम से गांधी जी ने अग्रेजों द्वारा बनाए गए नमक कानून को तोड़कर उनकी सत्ता को चुनौती दी थी। बहुत कम लोग जानते है कि गाँधी जी के प्रयासों से लगभग अर्ध शताब्दी पहले स्वामी दयानन्द ने अंग्रेजों द्वारा […]

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इतिहास के पन्नों से भयानक राजनीतिक षडयंत्र

मजहब ही तो सिखाता है आपस में बैर रखना, अध्याय – 7 (4 ) क्या होते हैं सांप्रदायिक दंगे ?

क्या होते हैं साम्प्रदायिक दंगे ? वास्तव में दंगे किसी सम्प्रदाय विशेष की साम्प्रदायिक सोच के विरुद्ध भड़की हुई हिंसा होती है। जिसे कोई एक वर्ग जब सहन करने से इंकार कर देता है तो क्रोध बेलगाम होकर बाहर आ जाता है ।ऐसा ही हम आज भी देखते हैं। मेरठ जैसे जिन शहरों में रह-रहकर […]

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इतिहास के पन्नों से

संपूर्ण भारत खंड कैसे और कब खंड खंड हो गया ?

अनिरुद्ध जोशी सन् 1947 में भारत का विभाजन जो हुआ उसे ‘स्वतंत्रता दिवस’ कहना थोड़ा अटपटा ही लगता है। ढूंढना चाहिए कि यह कौन से नंबर का विभाजन था। 24वां या 25वां विभाजन? दरअसल अंग्रेजों, फ्रांसीसियों, पुर्तगालियों और मुगलों द्वारा इससे पहले किए गए ‘भारत विभाजन’ को लोग भूलते गए। 1947 के पहले किए गए […]

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